कहते हैं जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय, इस कहावत को चरितार्थ कर दिया एक किसान के बेटे ने जो मौत के मुंह से निकल कर बाहर आया और वो भी मगरमच्छ से जंग करके। जी हां,खेत में काम कर रहे किसान के बेटे के पीछे चुपके से आए मगरमच्छ ने उसे जबड़े में दबाया और नाले में खींचकर ले गया। घटना ऊधमसिंह नगर के नानकमत्ता की है जहां खेत में काम कर रहे किसान के बेटे पर मगरमच्छ ने हमला किया और उसे जबड़े में दबाकर नाले में खींच ले गया।
लेकिन खेत में मौजूद परिवार वालों ने हार नहीं मानी और गुरचरन को मगरमच्छ के मुंह से सकुशल निकाल लिया। गुरचरन सिंह, बिडौरा खकरा नाले के समीप परिजनों के साथ खेत में गया था। इसी दौरान मगरमच्छ ने उस पर हमला बोल दिया। मगरमच्छ ने गुरचरन को जबड़ों से पकड़कर नाले में खींच लिया, उसकी चीख पुकार सुनकर उसके पिता और आसपास के खेत में काम कर रहे किसानों ने नाले में छलांग लगा दी। और जिसके हाथ जो लगा उससे मगरमच्छ पर वार करना शुरु कर दिया।
वार से घायल मगरमच्छ ने गुरचरन को छोड़ दिया और भाग निकला। ग्राम प्रधान जरनैल सिंह ने बताया कि गुरचरन के पैर, गर्दन व पेट में गंभीर घाव हो गए हैं। उसे स्वास्थ्य केंद्र नानकमत्ता में भर्ती कराया गया हैं, डॉक्टरों प्राथमिक उपचार के बाद उसे सितारगंज सामुदायिक केंद्र रेफर कर दिया। इ