किच्छा में एसडीएम कार्यालय की नाक के नीचे एक जन आधार केंद्र में लंबे समय से फर्जी प्रमाण-पत्र बनाने का गोरखधंधा चल रहा था। जन शिकायत के बाद एसडीएम ने छापा मारा तो हकीकत देखकर वह भी दंग रह गए। वहां मौजूद प्रमाण पत्रों को जब्त कर केंद्र संचालक को पुलिस के हवाले कर दिया।
जनता को शासन द्वारा जारी किए जाने वाले प्रमाण-पत्र आसानी से मिल सकें इसके लिए शासन ने निजी संचालकों को भी जनाधार केंद्र आवंटित किए गए हैं। इसी तरह का एक केंद्र एसडीएम कार्यालय के प्रवेश द्वार के ठीक ऊपर सिद्धि विनायक कम्यूनिकेशन के नाम से चल रहा था।
इस केंद्र से शासन की तय प्रक्रिया के तहत आधार, वोटर, निवास, आय व जाति प्रमाण पत्र बनाने का काम किया जा रहा था। एसडीएम एनसी दुर्गापाल के अनुसार बुधवार को कुछ लोगों ने इस केंद्र से शासन द्वारा जारी किए जाने वाले प्रमाण पत्रों को बदल कर फर्जी प्रमाण पत्र जारी करने की शिकायत की।
इस पर एसडीएम ने तत्काल अपनी टीम के साथ इस जनाधार केंद्र पर छापा मारा। वहां की कहानी देख वह दंग रह गए। बताया कि केंद्र में सबूत के तौर पर जो प्रमाण पत्र मिले उनमें एक आय प्रमाण पत्र अब्दुल सईद पुत्र अब्दुल शकूर वार्ड नं आठ को प्रशासन द्वारा नियत प्राधिकारी द्वारा दो हजार का जारी किया गया है, पर इस केंद्र द्वारा इसे फर्जी तरीके से बदलकर 1700 रुपये का कर दिया गया है।
एसडीएम एन सी दुर्गापाल के अनुसार फर्जी प्रमाण पत्रों के इस खेल में जिस व्यक्ति के नाम प्रशासन ने आईडी जारी की है, वह एक प्रधान का बेटा है। वहीं संचालक एक जल संस्थान कर्मी का बेटा है। खेल में राजस्व विभाग के एक पटवारी का बेटा भी शामिल होने की जानकारी मिली है। विभाग ने जांच शुरू कर दी है।