सरकारी अधाकिरयों से बदतमीजी और सरकारी काम में दखल देना पौड़ी के नगर पालिका अध्यक्ष को भारी पड़ गया है। जिला आबकारी अधिकारी पौड़ी के साथ गाली-गलौच करने और सरकारी काम में दखल देने के आरोप में पौड़ी पालिकाध्यक्ष यशपाल बेनाम को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पौड़ी ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इनके साथ दो और आरोपियों को भी जेल भेजा गया है। आरोपियों ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर किया था। आरोपियों की जमानत अर्जी पर सुनवाई गुरुवार को होगी।
जिला आबकारी अधिकारी ने पौड़ी कोतवाली में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। गौरतलब है कि 24 अप्रैल को पौड़ी डीएम कार्यालय में वार्ता के दौरान पालिकाध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम, बिंजाल संस्था की अध्यक्ष सरिता नेगी और अशोक बिष्ट ने जिला आबकारी अधिकारी पौड़ी प्रभा शंकर मिश्रा के साथ अभद्रता और गाली-गलौच की थी। आबकारी अधिकारी ने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी जिसके चलते कोतवाली पौड़ी ने 27 अप्रैल को मुकदमा दर्ज किया। चार्ज शीट दाखिल होने के बाद कोर्ट ने समन जारी किए थे और बुधवार को आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर किया। साथ ही जमानत अर्जी लगाई। कोर्ट ने आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है और जमानत अर्जी पर सुनवाई की तिथि गुरुवार को नियत की