देहरादून के नथुवावाला में स्थानीय निवासी हाथियों के आतंक के चलते भयभीत हैं। 15 अगस्त मंगलवार की रात 12 बजे के बाद यहां गजराज ने ऐसा आतंक मचाया कि लोग रातभर सो नहीं सके। पूरी रात हाथियों ने फसलों को रौंदा और तीन घरों की चाहरदीवारी तोड़ दी। बुधवार की सुबह वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर मुआयना किया और लोगों को उचित हिदायत देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर चलते बने।
घंटाघर से मात्र आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित रायपुर थाना क्षेत्र के नथुवावाला गांव में 15 अगस्त की रात तीन हाथी घुस आए। गांव वालों के अनुसार इनमें दो मादाएं व एक शिशु भी शामिल था। हाथियों ने रात 12 बजे घुसते ही फसलों को रौंदना शुरू कर दिया। साथ ही तीन घरों की दीवारों को भी तोड़ डाला। स्थानीय निवासी शोभा राम बेलवाल ने बताया कि मंगलवार की रात 12 बजे उनके घर की दीवार तोड़कर तीन हाथी उनके खेत में घुसे और जमकर उत्पात मचाया। फसलों को रौंदने के साथ ही आंगन में रखा कुछ सामान भी तोड़ डाला।
डर के साए में दुबके रहे लोग
हाथियों के आतंक के चलते काफी देर तक तो घर के लोग डरे सहमें दुबके रहे फिर हिम्मत जुटाकर उन्होंने पड़ोसियों की मदद से हाथियों को भगाया। गांव वालों का शोर सुनकर हाथी आबादी से तो चले गए लेकिन गांव से सटे खेतों में रातभर फसलें खाते रहे। बुधवार सुबह सूचना देने पर वन विभाग की टीम गांव पहुंची। टीम ने हाथियों द्वारा बरबाद की गई फसलों का आंकलन कर मुआवजे की बात तो कही लेकिन हाथियों को गांव में आने से रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया, इससे गांववासियों में खासी नाराजगी है। वन विभाग के अधिकारियों से जब संपर्क किया गया तो वह रात में गश्त किए जाने की बात कहते रहे।