3 महिलाएं भागीरथी-2 पर्वतश्रंखला अभियान के लिये हुई रवाना

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    मुख्यमंत्री द्वारा आज उनके आवास से महिला पर्वतारोही दल की 3 सदस्यीय टीम को भागीरथी-2 पर्वतश्रंखला अभियान के लिये हरी-झण्ड़ी दिखाकर रवाना किया गया। भागीरथी-2 पर्वतश्रंखला की कुल ऊंचाई 6512 मी. है।
    इस अभियान का उद्देश्य “हिमालय बचाओ व माउन्टेनियरिंग/एडवेंचर के प्रति लड़कियों को प्रेरित” करने का है। इस अभियान में उत्तराखण्ड़ से माधवी शर्मा, हरियाणा की सविता मलिक व छत्तीसगढ़ की नैना धाकड़ हिस्सा लेगीं। उत्तराखण्ड की माधवी शर्मा इस अभियान का नेतृत्व करेगीं, अभियान 3 सितम्बर 2017 को शुरु होकर 18 सितम्बर 2017 को पूर्ण होगा।
    टीम सदस्यों केबताया गया कि, अभियान के समापन पर गोमुख ग्लेशियर से लौटते समय वहां फैलाये गये कचरें को इकटठा कर उसे उतरकाशी तक लाने का भी लक्ष्य रखा है, ताकि प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छत भारत अभियान’ के लक्ष्य को सफल करने में अपना सहयोग दे सकें। मुख्यमंत्री ने सभी सदस्यों को इस अभियान के लिए शुभकामनायें दी हैं।, इसके साथ ही उन्होनें भारत की सभी बेटियों को निड़र व साहसी बनने की प्रेरणा भी दी।
    2014 में भारत की पहली महिला एवरेस्टर सुश्री बछेन्द्री पाल के तत्वाधान में टाटा स्टील एंडेवन्चर फाउन्डेशन के सौजन्य से आॅल इंन्डिया वुमेन एक्सपीडिशन टू खार्ता वैली तिब्बत के सबसे ऊंचे पास (लांग-मा-ला) (5200 मीटर) (17,160) को पार करने का मौका माधवी शर्मा को मिला था।  तिब्बत के सबसे ऊंचे पास (लांग-मा-ला) को पार करने वाली भारत की पहली महिला टीम में शामिल थीं । इससे पूर्व में भी माधवी द्वारा दौपदी का डांडा 2 पीक (5670 मीटर) व अरूणाचंल प्रदेश की ऊंची चोटी ‘‘गोरीचिन‘‘ व अनाम चोटी को भी स्केल कर चुकी हैं।
    माधवी शर्मा बताती है, “हर पर्वतारोही की तरह मेरा सपना भी माउन्ट एवरेस्ट पर भारत का तिरंगा फतह करने का है, साथ ही भारत व अन्र्तराष्ट्रीय देशों की चोटियों को फतह कर जीत हासिल करना भी है। जिसके लिए मैं निरन्तर प्रयास कर रही हैं।”
    टीम नेयूजपोस्ट की तरफ़ से माधवी व उनकी टीम को इस कामयाबी और आने वाले दिनों के लिये ढेरों शुभकामनाएँ।