पंचेश्वर बांध पर सरकार स्थिति करे स्पष्टः टम्टा

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अल्मोड़ा-राज्य सभा सदस्य प्रदीप टम्टा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने पहाड़ी क्षेत्रों के किसानों की पारंपरिक खेती जड़ी-बूटी को बाबा रामदेव की कंपनी के हाथों दे दिया। अब इसके मूल्य व उत्पादन से लेकर बेचने तक का करार सरकार ने कंपनी के साथ कर किसानों के साथ धोखा किया है। जिसे कांग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। टम्टा ने पंचेश्वर बांध निर्माण में सरकार पर अब तक की जा रही कार्रवाई को सार्वजनिक न करने का आरोप लगाया। जिसमें कहा गया कि बांध का निर्माण वहां रहने वाले सैकड़ों परिवारों के लिए विनाशकारी साबित होगा।

प्रदीप टम्टा ने कहा कि प्रदेश सरकार जहां किसानों की जड़ी-बूटी की खेती को बाबा रामदेव की कंपनी के हाथों बेच चुकी है। अब कंपनी अपने तरीके से इन बहुमूल्य उपज का मूल्य व बाजार तय करने में जुट गई है। इसको लेकर करार हो गया है। इसका कांग्रेस पुरजोर विरोध करती है। यह किसानों से उनकी आत्मा छीनने का काम है। इसका समर्थन मूल्य निर्धारित करने का अधिकार सरकार को था अब निजी कंपनी इसके मूल्य का निर्धारण करेंगी। यह उत्पादकों के लिए नुकसान साबित होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचेश्वर बांध के मामले में भी प्रदेश सरकार जहां आम आदमी की आवाज को दबाने का काम लगातार कर रही है। इससे कांग्रेस डरने वाली नहीं है। आने वाले समय में कांग्रेस के कार्यकर्ता पंचेश्वर बांध को लेकर जनता के साथ सड़क पर उतरेंगे।

राज्यसभा सदस्य ने कहा कि बार-बार मांगने के बाद भी राज्य सरकार ने बांध निर्माण से प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्र को होने वाले लाभ व हानि के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं की है। जिससे लगता है कि सरकार पंचेश्वर बांध के निर्माण के पीछे जनता को ठगने का काम कर रही है। इससे प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तौर पर दूसरे राज्यों को ही फायदा होने वाला है। जिसका कांग्रेस हर स्तर पर विरोध करेगी। सांसद का कहना था कि जब अमेरिका व यूरोप बड़े डैम के निर्माण से पीछे हट रहे हैं। ऐसे में सरकार के पास बड़े डैम बनाए जाने का नजरिया स्पष्ट नहीं है। जबकि बड़े बांधों के निर्माण से लाभ के बजाए हानि अधिक है। सरकार ने बिजली व पानी देने के नाम पर जो पंचेश्वर बांध की परिकल्पना को साकार करने का इरादा किया है। यह जनता के साथ धोखा है। सरकार पहले यह बताए कि इससे कितने परिवार विस्थापन की मार झेलेंगे। उनको दूसरी जगह बसाने का क्या प्लान है