शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री को हटाने की उठाई मांग

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राजकीय इंटर कॉलेज थानों के निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे द्वारा शिक्षक-शिक्षिकाओं से किए गए व्यवहार से आहत शिक्षकों ने गुरुवार को काली पट्टी बांधकर अपना विरोध प्रकट किया। प्रदेशभर में जूनियर हाईस्कूल व राजकीय शिक्षक संघ से जुड़े शिक्षकों ने इसे लेकर विरोध जताया।

राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री डॉ. सोहन सिंह माजिला ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के सम्मान से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। शिक्षकों का यह विरोध जारी रहेगा। संघ के जिलाध्यक्ष सुभाष झल्डियाल, जिला मंत्री नागेंद्र पुरोहित ने कहा कि शिक्षा मंत्री और अफसरों को यदि कोई बात कहनी ही है तो वह स्टॉफ रूम में भी बता सकते हैं। छात्रों के सामने गुरु का अपमान किसी भी सूरत में सही नहीं कहा जा सकता।जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ की प्रांतीय उपाध्यक्ष कल्पना बिष्ट ने भी कहा कि शिक्षकों का साथ डांट-फटकार का रवैया कतई स्वीकार नहीं होगा। इधर, प्राथमिक शिक्षक संघ ने इससे दूरी रखी। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कृषाली ने कहा कि आंदोलन को संघ का समर्थन केवल एक दिन के लिए था। शिक्षक के सम्मान के लिए जब भी जरूरत पड़ेगी, प्राथमिक शिक्षक साथ खड़े होंगे। बता दें कि प्राथमिक, जूनियर हाईस्कूल व राजकीय शिक्षक संघ ने इससे पहले दून के मुख्य शिक्षाधिकारी कार्यालय पर सांकेतिक धरना दिया था। उनका कहना था कि शिक्षक के सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है। मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज शिक्षा मंत्री को हटाने की मांग भी उन्होंने की थी।