देहरादून। लोकसभा चुनाव-2019 में देशभर में भाजपा को विजय दिलाने के मिशन के तहत राज्यों के दौरे पर निकले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंगलवार को उत्तराखंड पहुंचे। शाह ने दिनभर में आठ कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और उन्होंने हर स्तर के कार्यकर्ताओं को एक ही संदेश देने की कोशिश की कि संगठन सर्वोपरि है। इतना ही नहीं उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि अगर किसी को गलतफहमी है तो निर्दल मैदान में उतर कर देखे। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं को भविष्य के लक्ष्यों की ओर देखने की नसीहत देते हुए कहा कि हम शिखर पर पहुंचे हैं, लेकिन अभी लंबा सफर बाकी है। उन्होंने विशेष तौर पर बंगाल, केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों की ओर इशारा किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा को संपूर्ण भारत में पहुंचाकर उसे अजेय संगठन बनाना है। पार्टी संगठन को बूथ स्तर तक इतना मजबूत बनाना होगा कि कोई उसे पराजित न कर सके। संगठन की शक्ति के कारण ही भाजपा आज देश के हर हिस्से में मजबूती के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। बैठकों का हिस्सा रहे भाजपा नेताओं के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि उनका मकसद देश के हर कोने में भाजपा को पहुंचाना है। प्रवास कार्यक्रमों से सभी कार्यकर्ताओं से बात करने का अवसर मिलता है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में हालिया विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पार्टी को चुनाव में तीन-चौथाई बहुमत मिला है, लेकिन इसे संभाल कर रखना जरूरी है। इसके लिए पार्टी के हर कार्यकर्ता को जनता के बीच रहना होगा। उनकी समस्याओं का समाधान करना होगा और पार्टी की विचारधारा का प्रचार-प्रसार करना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ऊंचाई पर है, लेकिन गलती से भी इसका अभिमान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में विजय से कार्यकर्ताओं में विश्वास जागृत हुआ है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत मिलने से कहीं न कहीं कार्यकर्ता आलसी भी हो जाते हैं। उन्हें लगता है बड़े किले फतह कर लिए अब सब आसान होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। अभी बंगाल, केरल और पूर्वोत्तर के कुछ राज्य बाकी हैं। लोकतंत्र की सबसे छोटी इकाई पंचायत से लेकर सबसे बड़ी संस्था संसद तक भाजपा का वर्चस्व कायम करने की मंशा जताते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक सिर्फ भाजपा ही भाजपा रहे।