देहरादून। यदि आप दून मेडिकल कॉलेज अस्पातल में अस्पताल की सोच रहे हैं तो अभी कुछ वक्त इंतजार करना पड़ सकता है। अस्पताल का सर्जिकल वार्ड फुल हो चुका है। जिससे ऑपरेशन के लिए अस्पताल पहुंच रहे मरीजों को मायूस होना पड़ रहा है। डॉक्टर अब उन्हें आगे की तारीख दे रहे हैं।
राज्य के सबसे बड़े दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल पर मरीजों का अत्याधिक दबाव है। जब तब यहां बेड को लेकर मारामारी रहती है। ऐसे में मरीज को लौटाना अस्पताल प्रशासन की मजबूरी बन जाता है। इस वक्त भी हालात कुछ ऐसे ही चल रहे हैं। अस्पताल में तमाम बेड फुल हैं और मरीज परेशान घूम रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत सर्जिकल वार्ड में है। कहने को इस वार्ड में 97 बेड हैं, लेकिन अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों व अन्य व्यवस्थाओं की वजह से इस वार्ड के बेड कम हो गए हैं।
सर्जिकल वार्ड में दस-दस बेड डेंगू व स्वाइन फ्लू के लिए आरक्षित हैं। जबकि अस्पताल में निर्माण कार्य के कारण बच्चा वार्ड लंबे समय से बंद है। इस वार्ड के बेड, चर्म रोग, सर्जिकल वार्ड व ट्रामा वार्ड में एडजस्ट किये गए हैं। जिस कारण सर्जरी से जुड़े मरीजों को सर्जिकल वार्ड में बेड नहीं मिल पाते हैं। बताते चले कि अस्पताल में रोजाना तीन दर्जन से अधिक सर्जरी होती है, जबकि पहले से ही ऑपरेशन के लिए वेटिंग रहती है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा ने बताया कि अस्पताल के फर्स्ट फ्लोर के बरामदे में 17 बेड की व्यवस्था कर दी गई है। इससे बेड की दिक्कत काफी हद तक दूर हो जाएगी।