एमआरआई मशीन खराब, आफत में मरीज

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दून मेडिकल कॉलेज में एमआरआई मशीन खराब होने से मरीज ही नहीं अस्पताल भी नुकसान में है। पिछले 15 दिन में अस्पताल को इस कारण करीब तीन लाख रुपये का फटका लग चुका है। इसमें अगले कुछ दिन अभी राहत मिलने के आसार भी नहीं हैं।

दून मेडिकल कॉलेज की टीचिंग अस्पताल में एमआरआई के लिए पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों तक से लोग आते हैं। कारण यह कि प्रदेशभर में तीन ही सरकारी अस्पताल में एमआरआई की सुविधा है। निजी सेंटर पर एमआरआई जहां पांच से छह हजार रुपये में होता है। वहीं, दून अस्पताल में बीपीएल मरीज व एमएसबीवाई कार्डधारकों के लिए यह सुविधा नि:शुल्क है।

आम मरीज से भी इस जांच के 3500 रुपये ही लिए जाते हैं। यह मशीन अस्पताल का राजस्व का सबसे बड़ा जरिया भी एमआरआई मशीन है। हर दिन इस मशीन में लगभग 15 मरीजों की एमआरआई होती है। जिस लिहाज से निशुल्क जांच के अलावा भी एक दिन में लगभक 25 से 30 हजार रुपये की एमआरआई होती है।

पिछले 15 दिन से बंद होने से दून अस्पताल को ही तीन लाख रुपये से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है। वहीं इस बीच मशीन का खराब हुआ हिस्सा सिंगापुर से मंगाया गया. जिसे आने में ही दस दिन से ज्यादा लग गया। अभी इसे जोड़ने में एक सप्ताह का समय और लग सकता है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप भारती गुप्ता ने बताया कि मशीन की मरम्मत बुधवार से शुरू हो जाएगी। उम्मीद है कि एक सप्ताह में मशीन काम करने लगेगी।