सरकार भले जी खुले में शौच मुक्त व स्वच्छ भारत के लिए जोर शोर से अभियान चला रही हो लेकिन सरकार के अधीन आने वाली संस्थाएं ही इस मंशा पर पलीता लगा रही हैं। अब विकासनगर की कृषि उत्पादन मंडी परिषद को ही लीजिए। यहां हर रोज सैकड़ों काश्तकार अपनी नगदी फसलों को बेचने आते हैं लेकिन काश्तकारों की सुविधा के लिए सार्वजनिक शौचालय की कोई सुविधा नहीं है।
यही हाल ब्लॉक मुख्यालय का भी है जहां निर्वाचित जन प्रतिनिधियों सहित आम जनता अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए आती है लेकिन उन्हें शौचालय की सुविधा मुहैया नहीं मिलती है। लिहाजा मरीजों व उनके तीमारदारों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। अब ऐसे में स्वच्छ व खुले में शौच मुक्त भारत का सपना कैसे साकार होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
कृषि उत्पादन मंडी परिषद विकासनगर स्थानीय काश्तकारों के साथ ही जौनसार-बावर परगने, टिहरी, उत्तरकाशी, हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के काश्तकारों की उपज को बेचने का प्रमुख केंद्र है। इसके साथ ही यहां बाहरी प्रांतों से व्यापारी नगदी फसलों को खरीदने आते हैं। मंडी परिषद के परिसर में हर रोज सैकड़ों काश्तकारों सहित व्यापारियों की आमद लगी रहती है। लेकिन यहां आने वाले लोगों के लिए मंडी परिषद के परिसर में शौचालय की सुविधा मुहैया नहीं है।
लिहाजा काश्तकारों व बाहर से आने वाले व्यापारियों को परेशानी से जूझना पड़ता है। बावजूद इसके मंडी प्रशासन लोगों की सुविधा को शौचालय निर्माण करने की जहमत नहीं उठा रहा है। जबकि नगर क्षेत्र से दो किमी की दूरी पर पश्चिमीवाला व आसपास के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पश्चिमीवाला में शौचालय निर्माण तो किया गया है लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इस पर ताला लगाया हुआ है।
यहां आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों को शौचालय की सुविधा नहीं मिल रही है। कहीं शौचालय की कमी व कहीं शौचालय पर लटके ताले सरकार के स्वच्छ व खुले में शौच मुक्त भारत के दावों की पोल खोल रहे हैं। मानवाधिकार एवं आरटीआइ एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद शर्मा ने आम जनता की सुविधा से जुड़े सभी महत्वपूर्ण स्थलों पर शौचालय निर्माण करने की मांग प्रशासन से की है।
कृषि उत्पादन मंडी परिषद सचिव पीआर कलाकोटी ने कहा कि परिसर में शौचालय निर्माण के लिए मंडी समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। जबकि सीएचसी विकासनगर के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. केके शर्मा ने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी को मरीजों के लिए शौचालय सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए गए हैं।