देहरादून। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान (एनआईओएस) में डीएलएड का रजिस्ट्रेशन करा चुके विशिष्ट बीटीसी शिक्षक अपने रजिस्ट्रेशन निरस्त कराएंगे। शनिवार को रेस कोर्स स्थित शिक्षक भवन में प्राथमिक शिक्षक की बैठक में यह निर्णय किया गया।
प्रांतीय महामंत्री दिग्विजय सिंह चौहान ने कहा कि राज्य की विशिष्ट बीटीसी की मान्यता न मिलना अफसरों के स्तर की चूक है। शिक्षकों का इसमें कोई दोष नहीं है। उन्होंने शासन से मिले दिशानिर्देशों और व्यवस्थाओं के अनुसार ही विशिष्ट बीटीसी की है। बैठक में तय किया गया कि कोई भी शिक्षक एनआईओएस में डीएलएड के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करेगा। और जिन शिक्षकों ने रजिस्ट्रेशन करवा लिए है, वो भी तत्काल अपने रजिस्ट्रेशन वापस लेंगे। मालूम हो कि, पूर्व में कुछ शिक्षकों ने असमंजस में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया था। अभी एनआईओएस के रजिस्ट्रेशन का का वक्त बढ़ाए जाने के बाद विशिष्ट बीटीसी शिक्षक गुपचुप ढंग से रजिस्ट्रेशन कराने लगे हैं।
महामंत्री ने साफ कहा कि शिक्षकों को घबराने की जरूरत नहीं है। यह चूक विभाग के स्तर से हुई है। संघ शिक्षकों के हित के लिए संघर्ष जारी रखेगा। दून के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र कृषाली और नरेंद्र मैठानी ने कहा कि सरकार को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय और एनसीटीई से बात कर विशिष्ट बीटीसी की मान्यता का समाधान कराना चाहिए।
बैठक में चंपावत के गोविंद सिंह वोरा, पौड़ी जिला मंत्री दीपक सिंह नेगी, नरेंद्र मैठानी, राकेश बागड़ी, सतीश कपरूवान, विनोद असवाल, देवेश डोभाल, अनिल चमोली, सूर्यप्रकाश, राजेंद्र त्यागी, फरीद खान, हिम्मत सिंह, वीरेंद्र भंडारी, प्रमोद कैंत्यूरा, फरशराम कोठारी, विनोद जुयाल, अवतार सिंह, महावीर सिंह, चमन पंवार आदि मौजूद रहे।