युवा वोटर के हाथों में चुनाव जीतने का ब्रह्मास्त

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आगामी विधान सभा चुनाव मे अपने मत का प्रयोग करने मे अगर सबसे ज्यादा जोश जिनमे देखा जाता है वो है युवा वोटर, हमेश से चुनाव में युवाओ की बड़ी संख्या मे भागीदारी रही है। साफ़ और ईमानदार छवि के नेता को चुनने के लिए अपने मत का प्रयोग करने का ब्रह्मास्त अब युवाओ को समझ मे आ गया है । इसी के चलते राष्ट्रीय दल के साथ-साथ छेत्रिय दलों ने भी युवाओ को तरहीज दी है। मिशन 2017 के लिए उत्तराखंड मे नयी बयार बहने लगी है जहा युवा वोटर का आकड़ा नयी उचाई छू रहा है, वही सभी राजनैतिक दल युवा उम्मीदवारों पर दाव लगा रहे है। यही हाल ऋषीकेश विधान सभा छेत्र का है जहाँ युवा आगामी चुनाव के लिए तैयार लग रहे है, युवा बताते है कि वो ऐसे उम्मीदवार का साथ देना चाहते है जो प्रदेश में युवायों के लिए बेहतर कल लेकर आये। हमेशा से ही राजनैतिक दलों के लिए मैन-पावर के रूप मे रहा है, युवा वर्ग अब अपने मताधिकार को लेकर भी जागरूक है। उत्तराखंड मे होने जा रहे आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए 18-22 साल के युवाओ ने बड़ी संख्या मे अपने नाम वोटरलिस्ट मे दर्ज करवाने शुरु कर दिये है, उत्तराखंड के 13 जिलो मे सबसे आगे उधम सिंह नगर जिले के युवा है , दूसरे नबर पर देहरादून और तीसरे नंबर पर टिहरी के युवा नए वोटरों के रूप मे अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके है।19 -22 साल के इन युवाओ की संख्या 80 हजार से अधिक का अकड़ा पार कर गयी है।आलम ये है निर्वाचन आयोग की फ़ाइनल वोटर लिस्ट के अनुसार राज्य में मतदाताओ की संख्या बढ़ कर 74 लाख 95 हजार 688 हो गयी है और सर्विस वोट जोड़ने के बाद ये संख्या 75,99,688 हो गयी है ।राज्य में युवा वोटर की संख्या 42. 85 लाख है 18 से 39 वर्ष की आयु सीमा वाले युवा वोटर सर्वाधिक है। देश मे उठी परिवर्तन कि आंधी और युवा नेताओ के इफेक्ट ने युवाओं पर अपना असर डालना शुरु कर दिया है जिसका असर उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है।