चमोली जिले के घाट विकासखंड के मोठा गांव के बुजुर्ग भूमि पर कब्जा पाने के लिए राजस्व अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। अधिकारी छह माह से उन्हें आश्वासन देकर टरका रहे हैं। अब ग्रामीण ने जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई है।
विकासखंड घाट का सुदूरवर्ती गांव मोठा गांव के 76 वर्षीय कुंवर सिंह विगत छह माह से अपने खेत को प्राप्त करने के लिए विभागों के चक्कर काट रहा है। इस दौरान गेहूं की बुआई हो रही है, काश्तकार का कहना है कि अगर खेत उसे मिले तो वह गेहूं बोए। परंतु प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही के कारण वह खेतों में गेहूं तक नहीं बो पा रहा है।
मोठा गांव निवासी कुंवर सिह ने अब जिलाधिकारी से मदद की गुहार लगाई है। कुंवर सिंह का कहना है कि वर्ष 1979 में पिता ने मोठा गांव के कृपाल सिंह से 60 नाली भूमि खरीदी थी। उस पर वह उसका परिवार लगातार खेती करता आ रहा था। कुछ समय पूर्व खेतों में बुआई नहीं की तो गांव के अवतार सिंह व शराद सिंह ने बुआई कर दी। अब उन्हें खेत की जरूरत थी तो नहीं दे रहे हैं। हटाने के लिए अधिकारियों की गुहार लगाई गई।
पूर्व में जिलाधिकारी ने मामले में पटवारी गंडासू को मौके पर जाकर तस्दीक करने के निर्देश दिए गए थे। परंतु आज तक मौके की तस्दीक के लिए पटवारी तक नहीं पहुंचा है। वह काश्तकारी के जरिये ही परिवार का पालन पोषण करता है। खेत से कब्जा न हटने के कारण उसके सामने रोजी रोटी का संकट भी गहरा गया है। ग्रामीण का कहना है कि जल्द प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह न्यायालय की शरण में जाएंगे।