नये लेखकों को पाठकों से जोड़ता है ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ”स्पीकआउट”

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युवाओं में लेखन की कला को निखारने और आम लोगों तक उसे पहुंचाने के लिये पिछले डेढ़ साल से “स्पीकआउट” एक मंच दे रहा है। इस मंच का हिस्सा भारत से ही नहीं बल्कि एशिया के कई देशों से उभरते लेखक और कवि शामिल हैं।

लेखकों के पाठकों से जोड़ने के अपने सफर के अगले पड़ाव में स्पीकआउट की पहली किताब “पोटप्यूरी बाई स्पीकआउट” बाज़ार में आ रही है। इस किताब की कहानी इसलिये दिलचस्प है क्योंकि इसकी कहानी फेसबुक पर लेखकों से ऑनलाइन पब्लिकेशन के लिये अपनी रचनाऐं देने से शुरू हुई थी। कड़ी दर कड़ी ये सफर बनता रहा और आज इसने एक किताब का रूप ले लिया है।

जैसा कि किताब का नाम बताता है ये 52 लेखकों की अलग अलग तरह की लिखी रचनाओं का संग्रह है। इन रचनाओं को इक्ट्ठा करते समय भाषा, स्टाइल औऱ फॉर्मेट की कोई बाद्धयता नही रही। ये किताब अपने पाठकों के लिये कहानी, कविताओं आदि का संगम लेकर आई है। इन काहनियों को रूप देने वाले हाथ देशभर के 21 शहरों में फैले हैं। इसके साथ ही अमेरिका और साउदी अरब से भी एक एक लेखक हैं।

किताब का पहला अध्याय देहरादून में जाखन के क्रॉस बार कैफे में 19 नवंबर को लांच किया जायेगा। इस दौरान लेखकों के साथ एक ओपन माइक सेशन का आयोजन किया जायेगा जिसमें लेखक पाठकों से अपने अनुभव साझा करेंगे और उनके सवालों के जवाब देंगे। तो अगर आप में भी एक लेखक की प्रतिभा छुपी है या सामान्य तौर पर आप लिखने में रुची रखते हैं तो ये मंच आपके लिये मुफीद साबित हो सकता है।

इस कार्यक्रम के लिये नीचे दिये लिंक पर जाकर रेजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है।

http://bit.ly/2gPK85F