जीरो टालरेन्स सरकार में दबाव में पुलिस 

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    बाजपुर, रसूखदार नेता जी खुले आम घूम रहे हैं, क्योंकि पुलिस के अफसरान सत्ता के दबाव में हैं। यदि ऐसा नहीं होता तो धोखाधड़ी के आरोपी कुलविंदर सिंह किंदा पर दर्ज मुकदमे में पुलिस की सुस्ती न दिखाती।

    यूं तो पुलिस की कार्यशैली पर गाहे बगाहे सवाल उठते ही रहते हैं, मगर इस मामले में पुलिस की खासी फजीहत हो रही है। यदि किसी सामान्य व्यक्ति के खिलाफ थाने में तहरीर भी पहुंच जाए तो पुलिस तत्काल आरोपी को थाने बुला लेती है। मुकदमा दर्ज होने की स्थिति में आम तौर पर आरोपी को गिरफ्तार करके फिर विवेचना की जाती है, लेकिन मामला यदि किसी रसूखदार से जुड़ा हो पुलिस का नजरिया बदल जाता है। रसू्रखदार के खिलाफ दर्ज मुकदमे में पुलिस जांच के नाम पर गिरफ्तारी को लंबित रखा जाता है। बाजपुर के किंदा के मामले में पुलिस पूरी तरह दबाव में दिख रही है।

    कुलविंदर उर्फ किंदा नाम के पहचान रखने वाले के खिलाफ बाजपुर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। खनन का धंधा करने वाले इस रसूखदार पर आरोप है ये ऑटो रिक्शा के नंबर पर डंपर चलवा रहा था। खनन के लिए इस्तेमाल इस डंपर को पुलिस ने पकड़ तो लिया लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाई। जिस शख्स ने किंदा के खिलाफ  शिकायत की वह इन दिनों खुद भूमिगत है। उसने किंदा और उसके आदमियों से जान का खतरा बताया है। अजीबो गरीब बात है कि जिसे पुलिस सुरक्षा मिलनी चाहिए वो खुद डरा सहमा खुद को छिपाता फिर रहा है और जिसके कार्रवाई होनी चाहिए थी, वह असलहाधारियों संग खुलेआम घूम रहा है। दरअसल, उक्त नेता प्रदेश के एक काबीना मंत्री का बेहद नजदीकी है, जिस कारण पुलिस उस पर हाथ डालने का साहस नहीं जुटा पा रही है।

    कुलविंदर उर्फ  किंदा के खिलाफ  यह कोई पहला आपराधिक मामला नहीं है, उस पर हत्या के प्रयास और मारपीट के कई मुकदमे पहले से दर्ज है। पूर्व में वन विभाग की एक वरिष्ठ अधिकारी भी उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा चुकी है। राजनीति के दिग्गजों तक उसकी पहुंच शुरू से रही है। सवाल यह उठ रहा है कि आखिर धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद भी पुलिस की चाल इतनी सुस्त क्यों है? क्या सत्ता की हनक के आगे कानून कमजोर पड़ रहा है? यूं तो जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी बेहद ईमानदार बताए जाते हैं, लेकिन जब सत्ता में दखल रखने वाले रसूखदारों की बात होती है तो उनकी चुप्पी का क्या कारण है। तकरीबन डेढ़ माह में भी पुलिस इस मामले की विवेचना नहीं कर सकी और न ही आरोपी की गिरफ्तारी कर सकी तो सवाल उठने लाजमी हैं।

    एसएसपी डा. सदानंद दाते ने कहा कि, “बाजपुर के कुलविंदर सिंह किंदा पर दर्ज धोखाधड़ी के मुकदमे में जांच चल रही है। कहा कि जांच के लिए पुलिस टीम हरियाणा भेजी जा रही है। जांच के बाद दोषी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।”

    पूर्व मंत्री तिलकराज बेहड़ ने कहा कि, “पुलिस सत्ता के दबाव में किंदा को गिरफ्तार नहीं कर रही है, पुलिस में हिम्मत है तो धोखाधड़ी के आरोपी किंदा को गिरफ्तार करके दिखाए, राजनीति व अपराधियों का कॉकटेल बनता जा रहा है।किंदा पर पहले से ही कई मुकदमे कायम हैं बावजूद इसके पुलिस जांच के नाम पर मामले को दबाए हुए है।”