बागियों को घर बिठाने की तैयारी में दोनों दल

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भाजपा और कांग्रेस दोनों दल इस विधानसभा चुनाव को काफी महत्वपूर्ण ढंग से लड़ रहे हैं। बागियों को घर बिठाने की तैयारी दोनों दलों में बड़ी तेजी से चल रही है। इसका कारण दोनों दल इस चुनाव में हर तरह के हथकंडे अपनाने को तैयार हैं ताकि हारी हुई बाजी जीती जा सके। यही कारण है कि दोनों दल अपने बड़े प्रचारकों को उतारकर जनता को अपने तरफ मोड़ना चाहते हैं इस चुनाव में कई प्रमुख सीटें भाजपा और कांग्रेस की प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई हैं। इनमें मुख्यमंत्री हरीश रावत के दोनों सीटों के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की सीट सहसपुर भी शामिल है। इसी प्रकार उन सभी सीटों को अपने प्रतिष्ठा के साथ जोड़कर देख रहा है। जहां पिछले चुनाव में उनके प्रत्याशी जीतने से रह गए थे।

वर्तमान चुनाव में जिन सीटों पर कांग्रेस के पूर्व विधायक चुनाव मैदान में हैं वे सीटें ही भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। भारतीय जनता पार्टी इन सीटों पर हर हाल में जीत हासिल करना चाहती है यह क्षेत्रीय क्षत्रपों के साथ-साथ राष्ट्रीय नेताओं के लिए भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने आखिर कांग्रेस के विधायकों को लेने का निर्णय किया है अन्यथा स्थानीय इकाई के कुछ नेता ही इन लोगों को साथ जोड़ने के पक्षधर थे।
इन महत्वपूर्ण सीटों पर अब भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अपने प्रचार की नीति तय करनी शुरू कर दी है और इन्हीं सीटों पर बड़े नेताओं को भी बुलाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो यह महत्वपूर्ण सीटें देहरादून की रायपुर विधानसभा है जहां से कांग्रेस से आए विधायक उमेश शर्मा काऊ चुनाव मैदान में हैं।
इसी प्रकार राजपुर आरक्षित सीट पर पूर्व मंत्री खजान दास चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि डोईवाला से पूर्व मंत्री त्रिवेन्द्र रावत, धर्मपुर से महापौर विनोद चमोली, यमकेश्वर सांसद भुवन चन्द्र खंडूड़ी की बेटी ऋतु खंडूड़ी, कोटद्वार से कांग्रेस से आए नेता पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, बाजपुर से कांग्रेस के पूर्व मंत्री यशपाल आर्य तथा नैनीताल से उनके बेटे संजीव आर्य चुनाव मैदान में हैं। जिन्हें जहां जीतना जरूरी है वहीं इन्हें जिताना भाजपा की भी मजबूरी है ताकि जिस भाव से यह लोग भाजपा में आए हैं वह भाव टूटने न पाए।
ठीक इसी प्रकार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट रानीखेत सीट भी है। जहां भाजपा के ही एक विद्रोही चुनाव लड़ रहे हैं। जिसके कारण स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय तथा प्रदेश पदाधिकारी इन सीटों विशेष ध्यान रखे हुए हैं। ऐसी कई अन्य सीटों पर भाजपा के बड़े नेताओं की सक्रियता नजर आने भी लगी है। स्टार प्रचारकों की जनसभाओं और दौरों की जो संभावित सूची प्रदेश नेतृत्व ने हाईकमान के सामने रखी है उसमें भी यह साफ झलकता है कि भाजपा हरहालत में सरकार बनाने के लिए आतुर है।

 

(इस खबर को न्यूज़ पोस्ट टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)