देहरादून। सरकारी सहायता प्राप्त अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों का हाल देखना हो तो पौड़ी जिले के इंटर कॉलेज कांडाखाल (द्वारीखाल) चले जाइए। कॉलेज में शिक्षकों के 18 सृजित पदों के सापेक्ष यह विद्यालय चार नियमित और दो पीटीए शिक्षकों के भरोसे चल रहा है। छात्र-छात्राओं के भविष्य को लेकर चिंतित क्षेत्रवासी इस विद्यालय के प्रांतीयकरण की मांग लगातार उठाते आ रहे हैं।
इंटर कॉलेज कांडाखाल बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक सत्यप्रसाद कंडवाल इस मामले में न सिर्फ विभागीय अधिकारी बल्कि मंत्रियों से भी कई बार मुलाकात कर चुके हैं। पर सिवाय कुछ आश्वासन कुछ नहीं मिला। उन्होंने अब कोर्ट जाने की बात कही है। कंडवाल का कहना है कि पूरा सरकारी तंत्र स्कूल प्रबंधन के सामने बौना साबित हो रहा है। विगत 18 माह से विद्यालय के प्रांतीयकरण को लेकर आंदोलन चल रह है, लेकिन सुधलेवा कोई नहीं है। प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित जनता दरबार में कंडवाल ने यह मसला काबीना मंत्री सुबोध उनियाल के समक्ष रखा। जिन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले में जनभावनाओं के अनुरूप जल्द कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने फोन पर महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा कैप्टन आलोक शेखर तिवारी से भी बात की। इस प्रकरण में जल्द कार्रवाई के निर्देश उन्होंने दिए हैं।