उत्तराखंड के राजभवन में मशरूम की खेती

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राज्यपाल डा.कृष्ण कांत पाल के विशेष रूचि व प्रयोगात्मक अभियान की कड़ी में नया अध्याय जुड़ गया। राज्यपाल व सचिव राज्यपाल डा.भूपिन्दर कौर औलख ने राजभवन उद्यान शाखा के कार्मिकों को राजभवन में ही मशरूम की पैदावर के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया। परिणाम स्वरूप राजभवन के बौंजाई गार्डन में लगायी गयी मशरूम की पौध अंकुरित हो चुकी है।
राजभवन उद्यान विभाग ने विशेष प्रयासों से बटन मशरूम, ऑइस्टर मशरूम की दो कमर्शियल किस्में उगाई गई हैं। मशरूम की फसल के अंकुर निकल आने पर इनका निरीक्षण सचिव राज्यपाल डा.भूपिन्दर कौर औलख ने किया। डा.औलख ने उद्यान अधिकारी से इन मशरूम उगाने के घरेलू व सरल उपाय की जानकारी से समस्त राजभवन कर्मियों को अवगत कराने को भी कहा।
उद्यान अधिकारी दीपक पुरोहित ने कम लागत व स्थान में मशरूम उगाने की विधि बताते हुए कहा कि आमतौर पर 5000 से 7000 फि ट की ऊंचाई पर ही मशरूम की खेती होती है, लेकिन बंद कमरों व कमरे का तापमान व्यवस्थित कर 3000 से 5000 की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 20 से 25 डिग्री सेंटीग्रेट के तापमान में भी मशरूम की पैदावार की जा सकती है।
प्रयोग की सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जहां मशरूम प्रोटीन,कार्बाेहाइड्रेट व कम फैट जैसे पोषक गुणों से भरपूर है वहीं यह बाजार में काफी महंगा भी मिलता है। मशरूम जैसी महंगी सब्जी को आम व्यक्ति की पहुंच तक घर में ही सरलता से लाने के लिए इसकी उपज के लिए प्रयोग करने पर विचार किया जाना चाहिए।