स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के लिए सरकार भले ही प्रयास कर रही हो लेकिन चिकित्सक है कि सरकार की मंशा पर जमकर पलीता लगा रहे हैं, ऊंची रसूख रखने वाले डाक्टर एक ही जगह पर सालों से काबिज है स्थानांतरण के बावजूद अपनी पहुँच का फायदा उठाकर स्थानांतरण रुकवा लेते हैं, और फिर शुरु होती है कुर्सी की जंग।
जी हां कुछ एसी ही जंग छिडी है जनपद उधमसिंहनगर के जसपुर में जहां एक चिकित्सक जमीन पर बैठ कर मरीजों को देख रहे हैं और सरकार को आईना दिखा रहे हैं।
प्रदेश में डाक्टरों के अभाव में पहले ही दम तोड रही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के सरकार भले ही प्रयास कर रही हो, लेकिन सरकार की इस मंशा पर डाक्टर ही जमकर पलीता लगा रहे हैं, ऊंची रसूक रखने वाले डाक्टर एक ही जगह पर सालों से काबिज रहकर सरकार के आदेशों की जमकर धज्जियां उडा रहे हैं यही वजह है पहाडों पर डाक्टर नहीं जा रहे हैं।
ताजा मामला जसपुर सरकारी अस्पताल का है जहां स्थानांतरण होकर आये डाक्टर ने पदभार तो ग्रहण किया मगर जिस चिकित्सक का जसपुर अस्पताल से स्थानांतरण हुआ उन्होने अपनी पहुंच का लाभ उठाते हुए स्थानांतरण रुकवा दिया, एेसे में सरकारी अस्पताल में दो चिकित्सक एक ही पद पर कार्य कर रहे हैं जबकि स्थानांतरित होकर आये डा.शर्मा अब इसका विरोध जताते हुए जमीन पर बैठ कर ओपीडी चला रहे हैं और मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं, वहीं दोनों डाक्टरों की कुर्सी की जंग में मरीजों को इसका खामियांजा भुगतना पड रहा है।