सड़क हादसों के लिहाज से उत्तराखंड के जानलेवा इलाकों की हुई पहचान

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उत्तराखंड यातायात निदेशालय ने राज्य में करीब 53 ऐसे बलाइंड स्पॉट चिन्हित किये हैं जहां पिछले तीन सालों में सड़क हादसों की संख्या करीब 40 प्रतिशत बढ़ी है। इन जगहों में 26 ऐसी जगहों के साथ उधमसिंह नगर सबसे आगे है। इसके बाद नैनीताल का नंबर है जहां ऐसे 10 बालाइंड स्पॉट देखे गये हैं। देहरादून में पुलिस ने 4 जगहों की पहचान की है।

यातायात निदेशालय के निदेशक केवल खुराना का कहना है कि “हमारे पास पहले से करीब 124 ऐसे जगहों की लिस्ट थी। इसके अलावा हमने सभी जिलों से इन जगहों पर पिछले तीन साल में हुए हादसों की जानकारी जुटाई औऱ इसके चलते हम इन 53 जगहों की पहचान कर सके, इन सभी जगहों पर पिछले तीन सालों में हादसों की संख्या करीब 40% बढ़ गई है।”

विभाग के पास मौजूद आंकड़ों के हिसाब से इन जगहों पर इस साल 361 सड़क हादसों में 189 लोगों ने अपनी जान गवांई है। उधमसिंह नगर जिले में ही 91 लोग हादसों का शिकार हुए हैं। यहीं आंकड़ा 2015 में 161 और 2016 में 134 था।
खुराना का कहना है कि “इन सभी जगहों पर अब हम ओवर लोडिंग करने वाले वाहनों पर कड़ी सख्ती बरतेंगे। आने वाले दिनों हम न सिर्फ सवारी गाड़ियों बल्कि मालवाहक गाड़ियों में होने वाली ओवर लोडींग पर शिकंजा कसने वाले हैं।”
उत्तराखंड पहाड़ी इलका होने और पर्यटक स्थल होने के कारण सड़क हादसों के लिये संवेदनशील है। ऐसे में ये जरूरी है कि पुलिस राज्य के साथ साथ बाहर से आने वाले वाहनों पर भी नियमों की सख्ती लागू करे।