अब नौसिखियों को नहीं मिलेगा ड्राइविंग लाइसेंस

0
544

देहरादून। लापरवाह और नौसिखिये चालक अब दलालों के जरिए लाइसेंस हासिल कर सड़क पर फर्राटा नहीं भर पाएंगे। इन पर लगाम कसने के लिए सरकार नई व्यवस्था अमल में लाने जा रही है। इसके तहत परिवहन विभाग अब सिमुलेटर पर नहीं, बल्कि ड्राइविंग टेस्टिंग लेन पर चालकों की परीक्षा लेगा।

यह परीक्षा कैमरे में भी कैद होगी और सफल अभ्यर्थियों को ही लाइसेंस मिल पाएगा। इसके लिए परिवहन विभाग प्रदेश के 10 स्थानों पर ऑटोमेटेड ड्राईविंग टेस्ट लेन बनाने की तैयारी में जुट गया है। दो स्थानों पर विभाग को भूमि भी मिल चुकी है, जबकि चार जगह भूमि चिह्नित कर ली गई है। शेष चार स्थानों पर इसकी तलाश की जा रही है।

देशभर में बढ़ते सड़क हादसों के पीछे मानवीय भूल एक बड़ा कारण उभर कर सामने आया है। आंकड़े तस्दीक करते हैं कि तकरीबन 70 फीसद सड़क दुर्घटनाएं वाहन चालक की लापरवाही से होती हैं। यह भी तथ्य सामने आया है कि नौसिखिये चालक सबसे अधिक वाहन दुर्घटनाओं का कारण हैं। उत्तराखंड में भी इसे देखते हुए लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया सख्त की गई।

इस क्रम में अभी अधिकांश परिवहन कार्यालयों में सिमुलेटर पर वर्चुअल (आभासी) ड्राइविंग टेस्ट लिया जा रहा है। हालांकि, इससे चालक का वास्तविक टेस्ट नहीं हो पाता है। इसे देखते हुए अब इसे भी बदलने की तैयारी चल रही है। अब लाइसेंस की परीक्षा ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्ट ट्रेक पर होगी।

ये है चिंता की वजह

  • वाहन दुर्घटनाओं का बढ़ता प्रतिशत ।
  • दुर्घटनाओं में मौत का ग्राफ बढ़ना ।
  •  अनाड़ी चालकों को लाइसेंस मिलना ।
  • दलालों की मार्फत अपात्रों को लाइसेंस ।
  • तय मानकों पर परीक्षा न लेना ।

यहां बनेंगी टेस्टिंग लेन

  • देहरादून, विकासनगर, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, ऊधमसिंह नगर, काशीपुर, कोटद्वार, हल्द्वानी और अल्मोड़ा।

परीक्षा में इन पर उतरना होगा खरा

  •  समानांतर पार्किंग करने की दक्षता
  • एट (8) की आकृति बनाने की परीक्षा
  •  गाड़ी से रिवर्स गियर में एस (s) बनाना।
  •  ढाल में खड़ी गाड़ी को बिना पीछे आए आगे चढ़ाई पर चढ़ाना (केवल 15 इंच की छूट) ।
  • दोपहिया वाहनों को दो बार एट (8) की आकृति बनाने की परीक्षा।