तीर्थ नगरी मे कोहरे की सफेद घनी चादर ने किया राष्ट्रीय पर्व का इस्तकबाल

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ऋषिकेश, कोहरे की सफेद घनी चादर ने किया गणतंत्र दिवस का स्वागत। राष्ट्रीय पर्व के मौके पर बदले हुए मौसम के चलते कड़ाके की सर्दी में बच्चे कांपे और बुजुर्ग बुरी तरह से ठिठुरते दिखे।

गढ़वाल के मुख्य द्वार कहे जाने वाले ऋषिकेश में आज गणतंत्र दिवस के मौके पर मौसम के मिजाज ने एक बार फिर से करवट बदली। पौ फटने के बाद ही समूची तीर्थनगरी घने कोहरे की सफेद चादर में सिमटती हुई नजर आई, जिसके बाद शीत लहर भी शुरू हो गई। कोहरे का प्रभाव इतना जबरदस्त था कि यातायात व्यवस्था में भी इसका असर देखने को मिला और कम विजुअलटी की वजह से वाहनों की रफ्तार पर भी दिन भर अंकुश लगा रहा। जानकारों की मानें तो पिछले एक दशक में गणतंत्र दिवस के मौके पर आज सबसे ठंडा दिवस रहा। दिनभर सूर्य देव के दर्शन ना होने की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। खास तौर पर स्कूली बच्चों को आज बेहद दुश्वारियां झेलनी पड़ी, लेकिन इसके बावजूद भी बच्चों में देश प्रेम का जज्बा देखने लायक था। महत्वपूर्ण यह भी है कि बसंत पंचमी पर्व के बाद से ऋषिकेश में मौसम ने यू टर्न ले रखा है, इसकी झलक आज गणतंत्र दिवस के मौके पर भी दिखाई दी।