परीक्षाओं को लेकर 16 फरवरी को देशभर के छात्रों से संवाद करेंगे पीएम मोदी

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देहरादून,  प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों के साथ 16 फरवरी को दिल्ली स्थित ताल कटोरा स्टेडियम में ‘मेकिंग एग्जाम फन चैट विथ पीएम मोदी’ विषय पर छात्रों से बातचीत करेंगे। पीएम मोदी बच्चों से विभिन्न परीक्षाओं से जुड़े विद्यार्थियों में परीक्षा के समय अनायवश्यक रूप से उत्पन्न होने वाले तनाव, अवसाद को दूर करने, संभालने के लिए संवाद/बातचीत करेंगे। बातचीत का दूरदर्शन पर सीधे प्रसारण किया जाएगा।

बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों एवं उच्चाधिकारियो को जानकारी दी। जावड़ेकर ने कहा कि यह वह समय है जब देश के 29 करोड़ से अधिक युवा मित्र बोर्ड परीक्षाओं और अन्य प्रवेश परीक्षाओं के लिए उपस्थित होंगे। हर परीक्षा का अलग ही तनाव रहता है। युवाओं में परीक्षा के तनाव कम करने के लिए 25 मंत्र है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा पूछें गये इंटरेक्टिव सत्र (संवाद) में चुनिंदा 10 से 12 सवालों का जवाब प्रधानमंत्री स्वयं देंगे।

तनाव से मुक्त रहने पर विचार साझा करेंगे पीएम 
प्रधानमंत्री परीक्षा के अध्ययन और परीक्षा के तनाव से निपटने के बारे में उपाख्यानों और विचारों को साझा करके आत्मविश्वास के साथ और तनाव के बिना एक सकारात्मक सोच के साथ परीक्षा सत्र कुशलता पूर्वक सम्पन्न करने हेतु संवाद स्थापित करेंगे। उन्होंने बताया दुनिया का कोई प्रधानमंत्री पहली बार गैर राजनीतिक प्रश्न कर रहा है, जो हर घर, शिक्षक व अभिभावकों से जुड़ा हुआ है।

जावड़ेकर ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को विद्यार्थियों तक पहुंचाने व लाभ उठाने के लिए शिक्षण संस्थानों के नोटिस बोर्ड पर सूचना चस्पा करने, कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाने के लिए अस्थाई तौर पर डिजिटल व्यवस्था करने के निर्देश सभी राज्यों के शिक्षा मंत्रियों को दिये। उन्होंने कहा कि शिक्षा राष्ट्रीय एजेंडा है न कि पोलिटिकल, इसलिए सभी को एकजुट होकर देश हित में कार्य करना होगा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी अपने सवाल पोर्टल httpnnovate.mygov.in पर परीक्षा से तनाव के विषय में 100 शब्दों तक का सवाल हिन्दी/इंग्लिश भाषा में पूछ सकते हैं।

23 लाख छात्रों को दिखाया जाएगा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण
राज्य के शिक्षा मंत्री अरविन्द पाण्डे ने कहा कि, “कार्यक्रम बच्चों में एग्जाम के समय होने वाले तनाव को दूर करने जैसे महत्वपूर्ण विषय से जुड़ा हुआ है। कहा कि निर्देशानुसार कक्षा 05 से ऊपर के विद्यालयों के लगभग 23 लाख छात्रों को कार्यक्रम का सीधे प्रसारण दिखाया जायेगा।”