राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होना है बसंतोत्सव

0
756
देहरादून, राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होने जा रहे बसंतोत्सव में पाॅलिथीन का उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। एमेच्योर वर्ग (शौकिया तौर पर बागवानी करने वाले) में अधिक प्रतिभागिता हो सके, इसके लिए फ्लावर कटिंग की आवश्यक न्यूनतम संख्या को घटाकर तीन कर दिया जाए। फूड कोर्ट में स्थानीय व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाए। बसंतोत्सव के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानकारी मिल सके, इसके लिए किसी एक दिन विभिन्न प्रकार के फूलों से सजे वाहन को देहरादून में घूमाकर प्रचार किया जाए।
राज्यपाल डा. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में 24 व 25 फरवरी को होने जा रहे बसंत उत्सव की तैयारियों की समीक्षा करते हुए  निर्देश दिए। राज्यपाल ने निर्देश दिए कि, “बसंतोत्सव का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार विभिन्न माध्यमों से किया जाए। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि बसंतोत्सव में पाॅलिथीन का उपयोग न हो। वितरित किए जाने वाले प्रमाण पत्र रिसाईकिल पेपर/हैण्ड मेड पेपर पर ही बनाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। विभिन्न स्टाॅलों में जो भी उत्पाद रखे जाएं उनके बारे में पूरी जानकारी प्रदर्शित भी की जाए।”
दो दिन चलने वाले इस उत्सव में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। एक एंट्री के सापेक्ष कट फ्लावर फूलों की संख्या (विशेष रुप से आर्किड, जैनथेडिशिया, लिलियम एवं गुलाब के स्पाईक) न्यूनतम 3 तक रखी जाये।  बैठक में जानकारी दी गई कि बसन्तोत्सव, 2018 में समस्त कैटेगरी में पुरस्कारों की व्यवस्था के अतिरिक्त विशेष रूप से समस्त पर्वतीय जनपदों के उत्कृष्ठ पुष्प उत्पादकों को भी पुरुस्कृत किया जायेगा।
दो दिवसीय आयोजन में छात्रों की अधिकाधिक भागीदारी शिक्षा विभाग के सहयोग से सुनिश्चित की जा रही है। दिव्यांग छात्रों एवं स्ट्रीट चिल्ड्रन को लाने ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है। छात्रों एवं अन्य को टी शर्ट/जूट बैग/कैप की व्यवस्था हेतु ओ0एन0जी0सी0 द्वारा की जा रही है। राजवभवन आॅडिटोरियम गैलरी में आर्ट गैलरी का प्रदर्शन किया जाएगा। संस्कृृति विभाग द्वारा दिनांक 24 फरवरी, 2018 की सांय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। राज्य के विभिन्न नृृत्यशैलियाॅ राजभवन प्रांगण के लाॅन में कराया जाएगा।