उत्तराखंड सरकार कैसी बनीं “पैडमैन”

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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविवार को वेदांता समूह की ईकाई हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड सिडकुल पंतनगर के सीएसआर निधि से स्थापित उत्तराखण्ड की पहली स्पर्श सैनेटरी नेपकिन उत्पादन इकाई, ‘‘वन स्टाॅप सेंटर’’ का उद्घाटन किया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि “सैनेटरी नेपकिन के उत्पादन प्रारम्भ हो जाने से यहां की महिलाओं को बहुत कम कीमत पर सैनेटरी नेपकिन मिल सकेंगे। माहवारी जैसे विषय पर प्रत्येक परिवार को इस विषय पर अपनी बालिकाओं कोे जानकारी दी जानी चाहिए ताकि बालिकाएं माहवारी के दौरान लिए जाने वाले उचित कदम उठा सके तथा निःसंकोच सेेनेटरी नेपकिन का उपयोग कर सके।”

राज्य में घटते लिंगानुपात पर सीएम चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि “अभी भी बहुत से जिलों को इसमें सुधार करते हुए लिंगानुपात को बढ़ाना है। पिछले वर्ष पिथौरागढ़ में 1000 पर 813 बालिकाएं थी, पिथौरागढ़ प्रशासन द्वारा प्रयास किया गया जो अब बढ़कर 933 आ गई है, बागेश्वर में 1000 पर 1023 व उत्तरकाशी में 1000 पर 1094 बेटियां हैं।”

रूद्रपुर की तर्ज पर प्रदेश के सभी जनपदों में सेनेटरी नेपकिन यूनिट स्थापित की जायेगी। एक नेपकिन की कीमत 3 रूपये रखी गई है। भविष्य में इसकी कीमत और भी कम कराई जायेगी ताकि आसानी से सभी किशोरियां इसका उपयोग कर सके। 

महिला कल्याण एवं बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि “इस यूनिट में सीएसआर के माध्यम से महिलाओं के लिए महिलाओं द्वारा सेनेटरी नेपकिन बनाई जायेंगी। इस यूनिट के द्वारा प्रति दिन दस हजार सेनेटरी पैड का निर्माण होगा तथा प्रत्येक पैकेट में 07 पैड होंगे, जिनकी कीमत 21 रूपये होगी।”

महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा बालिका विद्यालय में सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध कराने हेतु स्वचालित मशीनें लगाई जायेंगी। जिसमें 10 रूपये डालने पर 03 नैपकिनें उपलब्ध होंगी। इस मौके पर विधायक श्री राजकुमार ठुकराल, श्री पुष्कर सिंह धामी, डाॅ.प्रेम सिंह राणा, श्री राजेश शुक्ला, जिलाधिकारी डाॅ.नीरज खैरवाल, एसएसपी डाॅ.सदानन्द दाते सहित क्षेत्रीय जनता व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे