फ्योली के फूल से सजी होगी महिलाओं की ”स्पेशल पहाड़ी टोपी”

0
2037

सोहम आर्ट और हैरिटेज द्वारा बनाई गई पहाड़ी टोपी के देखते ही देखते लोगों के दिल में अपनी खासी जगह बना ली है।बीते साल नवंबर में उत्तराखंड के लोगों की शान बनी पहाड़ी टोपी एक बार फिर कुछ हटकर और अलग तरह से लोगों के बीच आने वाला है।जी हां, अब तक पहाड़ी टोपी केवल पुरुषों के लिए बनाई गई थी लेकिन आने वाले फूलदेई त्यौहार पर सोहम आर्ट एंड हैरिटेज राज्य की महिलाओं के लिए भी पहाड़ी टोपी लॉंच कर रहा है।

पहाड़ी टोपी की महिलाओं में भी डिमांड को देखते हुए सोहम हैरिटेज और आर्ट सेंटर के समीर शुक्ला पहाड़ी टोपी की एक और रेंज लेकर आने वाले हैं।और इस रेंज की खास बात है यह पूरी तरह से औरतों के लिए समर्पित होगी।आपको बतादें की पहाड़ी टोपी बहुत ही जल्दी लोगों के बीच मशहूर हो गई है और ना केवल देश के लोग बल्कि दूर-दराज के देशों के लोग भी पहाड़ी टोपी को पसंद कर रहे हैं।

फूलदेई

इस बारे में बात करते हुए सोहम हैरिटेज और आर्ट सेंटर के समीर शुक्ला ने बताया कि, “हमने पुरुषों के लिए जो पहाड़ी टोपी बनाई उसकी डिमांड महिलाएं भी कर रही हैं, जो बहुत अच्छी बात है।लेकिन दुख इस बात से हुआ कि महिलाओं के लिए समर्पित टोपी ना तो हमारे पास है ना ही उत्तराखंड राज्य में किसी और के पास है।इसी सोच के साथ हमने महिलाओं के लिए फ्योली टोपी बनाने का निश्चय किया जिसे हम फूलदेई के दिन लॉंच करेंगे। समीर ने कहा कि, “हर राज्य के पास महिला समर्पित टोपी है चाहें कश्मीर हो या हिमाचल लेकिन हमारे राज्य में महिलाओं की टोपी है ही नहीं जिससे पता चलता है कि अभी भी राज्य महिलाओं को पुरुषों के समान दर्जा नहीं देता है।”

गौरतलब है कि टोपी को सम्मान की तरह पहना जाता है लेकिन उत्तराखंड की महिलाओं के पास कोई भी समर्पित टोपी नहीं है।महिलाओं को एक नई पहचान दिलाने के लिए फ्योली पहाड़ी टोपी जल्द ही बाज़ार में होगी।

टोपी के बारे में और बताते हुए समीर ने कहा कि, “यह टोपी लाल और मैरुन रंग की होगी जो सर्दियों के लिए ऊनी ब्लेजर के कपड़े से बनाई जाएगी और गर्मियों के लिए लाल कपड़े को बकरम के साथ बनाया जाएगा।” उन्होंने कहा कि, “पहले से पहाड़ी टोपी पर ब्रह्रमकमल मौजूद है लेकिन इस टोपी में फ्योली के फूलों की सजावट होगी जो पुरुषों से महिलाओं की टोपी को अलग करेगा, महिलाओं की टोपी का रंग और उसकी सजावट टोपी को और खूबसूरत बना देगा।”

महिलाओं के लिए खासतौर पर डिजाईन यह टोपी ना केवल उन्हें एक अलग सम्मान देगी बल्कि उन्हें यह भी एहसास दिलाऐगी कि वह किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है।तो अगर आप भी यह पहाड़ी टोपी लेना चाहती है तो कुछ दिन का और इंतज़ार करना होगा और फूलों के त्यौहार फूलदेई के दिन यह टोपी मसूरी के सोहम हैरिटेज एंव आर्ट सेंटर पर उपलब्ध होगी।