सौभाग्य से पूरा होगा राज्य में हर घर में बिजली का सपना

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर.के. सिंह ने शुक्रवार को पवैलियन ग्राउण्ड में संयुक्त रूप से विद्युत से वंचित घरों को विद्युतीकृत करने हेतु ‘‘सौभाग्य‘‘ प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना का राज्य स्तरीय शुभारम्भ किया। इस योजना का एक साथ राज्य के सभी जिलों में भी शुभारम्भ किया गया। ‘‘सौभाग्य‘‘ योजना के अन्तर्गत पहले दिन प्रदेशभर में 10400 घरों को बिजली के कनेक्शन दिये गए। शुक्रवार को मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में 1235 घरों को विद्युत कनेक्शन दिये गए। मुख्यमंत्री और केन्द्रीय मंत्री ने लाभार्थियों को संयोजन पत्र वितरित कर योजना का उद्घाटन किया।
अप्रैल माह तक हर गांव को बिजली: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य के विद्युत से वंचित परिवारों को विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिए आज इस योजना का शुभारम्भ किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली पहुंचने का मतलब सिर्फ रोशनी नहीं है। आज के आधुनिक युग में जब देश डिजिटल हो रहा है। इंसान तकनीक पर निर्भर होता जा रहा है। हमारे सभी उपकरण बिजली पर ही निर्भर हैं, ऐसे में गरीब घरों में प्रकाश पहुंचाने की पहल बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण योजना से उन सभी परिवारों के जीवन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन आएगा, जो परिवार अब तक बिजली से वंचित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक साल में ऐसे 46 गांवों को बिजली पहुंचाई गई है, जहां अभी तक बिजली नहीं थी। अभी राज्य में 26 गांव ऐसे हैं जहां बिजली पहुंचाना बाकी है। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह तक हर गांव तक बिजली पहुंचा दी जाएगी।
अप्रैल 2019 तक 4 करोड़ घरों को बिजली: केन्द्रीय मंत्री
केंद्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आर के सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हर घर को बिजली के सपने को साकार करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शुरुआत में 18452 गांव बिजली से वंचित थे। आज मात्र 861 गांव बिजली से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि अप्रैल माह तक इन सभी गांवों का विद्युतीकरण कर दिया जाएगा। केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री सिंह ने कहा कि 1 अप्रैल 2019 से पूर्व 4 करोड़ घरों में बिजली पहुँचाने का लक्ष्य रखा गया है। अभी तक लगभग 32 लाख विद्युत वंचित घरों में बिजली पहुँचा दी गई है।
सचिव ऊर्जा राधिका झा ने कहा कि सौभाग्य योजना प्रदेशभर में एक साथ लांच की गई है। प्रदेश के सभी जिलों में प्रभारी मंत्रियों द्वारा इस योजना का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछले 1 वर्ष में 46 गांवों को विद्युतीकृत किया गया है। मार्च माह तक बाकी बचे 26 गांवों को भी विद्युतीकृत कर दिया जाएगा। सचिव श्रीमती झा ने बताया कि राज्य में 3,52,625 परिवार विद्युत से वंचित हैं। इसमें से 95,577 परिवारों को दीनदयाल उपाध्याय योजना से विद्युत आपूर्ति की जाएगी साथ ही शेष बचे 2,57,048 परिवारों को ‘‘सौभाग्य‘‘ योजना के अंतर्गत विद्युतीकृत किया जाएगा। उत्तराखण्ड राज्य के दूर-दराज के क्षेत्रों में, जहां अपरिहार्य कारणों से लाईन बनाना संभव नहीं है, घरों को सौर ऊर्जा से संयोजन प्रदान किया जायेगा, जिसके लिये लगभग रू0 50,000 प्रति घर व्यय होगा। ऐसे संयोजनों की संख्या लगभग 9,128 है।
सचिव श्रीमती झा ने बताया कि ‘‘सौभाग्य‘‘ योजना के अन्तर्गत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के समस्त विद्युत से वंचित घरों को विद्युत संयोजन निर्गत किये जाने का लक्ष्य मार्च, 2019 है। इस योजना के तहत 9 वाट का एल0ई0डी0 बल्ब, एक होल्डर, एक एम0सी0बी0, एक साॅकेट, दो स्विच, 10 फीट पी0वी0सी0 पाइप, 10 फीट पी0वी0सी0 वायर, मीटर तक लगने वाली केबल एवं बिजली के पोल व ट्रांसफार्मर, जहां पर आवश्यकता हो, निशुल्क दिये जा रहे हैं, ताकि देवभूमि के समस्त निवासियों के जीवन स्तर में सुधार हो सके।
इस अवसर पर राज्य मंत्री  रेखा आर्य, सांसद राज्य लक्ष्मी शाह, विधायकगण, एवं अन्य  लोग उपस्थित थे।