उत्तराखंड के भावेश पांडे ने आस्कर में जमाई धाक

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आस्कर पुरस्कार में भले ही किसी भारतीय फिल्म को जगह नहीं मिली हो लेकिन उत्तराखंड के बेटे ने वहां भी अपनी धाक जमाई है। जी हां, हालीवुड की फिल्म जंगल बुक को साल 2017 के लिए विजुअल इफैक्टस के लिए आस्कर पुरस्कार मिला है। इस फिल्म के टेक्निकल डायरेक्टर भावेश पांडे हैं जो कि अल्मोड़ा के रहने वाले हैं।

गौरतलब है कि भावेश पांडे द्वारहाट के बयेला गांव के रहने वाले हैं। उनकी प्राथमिक शिक्षा देहरादून के कैम्ब्रियन हाल स्कूल में हुई थी। उनके पिता ओएनजीसी में काम करते थे, उनका तबादला मुंबई होने के बाद भावेश की बाकी की पढ़ाई मुंबई में ही हुई।इसके बाद भावेश ने ब्रिटेन स्थित बोर्नमाउथ यूनिवर्सिटी से विजुअल इफेक्ट्स में विशेष योग्यता हासिल की ।भावेश हॉलीवुड की कई फिल्मों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं।

उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म ‘रावन’ में शानदार विजुअल इफैक्टस दिए थे।भावेश पांडे वर्तमान में लंदन की एक कंपनी प्राइम वल्र्ड में टेक्निकल डायरेक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं। यहां काम करने से पहले भावेश बालीवुड की फिल्मों में काम कर चुके हैं।आस्कर विनिंग टीम का हिस्सा बनने के लिए अपने साथ काम करने वाले सदस्यों की मेहनत का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि अभी तो उन्हें काफी लंबा सफर तय करना है।

भावेश के परिवारजन देहरादून के गढ़ी कैंट में रहते हैं। पुरस्कार मिलने की खबर मिलने के बाद यहां बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। साथ ही पिथौरागढ़ शहर स्थित उनके नाना डॉ. हरीश जोशी व बुआ भावना पाटनी के घर पर भी लोगों को तांता लगा हुआ है।भावेश के परिवार के लिए होली से पहले ही खुशी की लहर है।

इसके साथ ही भावेश पांडे ने हॉलीवुड की फिल्में, व्हाइट हाउस डाउन, दि लास्ट स्टैंड, रेजिडेंट ईविल, ड्रेड, मिरर-मिरर और हरक्यूलिस में इफैक्ट्स टेक्निकल डायरेक्टर रह चुके हैं।