उत्तराखंड के बेटे दिवाकर बिष्ट ने अपनी मातृभूमि का नाम रोशन कर दिया है।जी हां मिस्टर इंडिया के फाइनल्स तक अपनी जगह बनाने वाले दिवाकर अब अपने घर वापस रानीकेत,अल्मोड़ा आ चुके है।
दिवाकर से हुई बातचीत के कुछ अंश आपके लिए एक्सक्लूसिव न्यूज़पोस्ट की तरफ से।
दिवाकर उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर से एक मध्यम वर्गीय परिवार से हैं।दिवाकर ने बताया कि इस पुरी प्रतियोगिता के दौरान मुझे अपने परिवार और अपने शहर का पुरा साथ मिला वरना शायद मेरे लिए यह राह और मुश्किल होती।दिवाकर कहते हैं सफर अभी रुका नहीं है और वह अल्मोड़ा शहर को बहुत आगे लेकर जाऐंगे।मिस्टर इंडिया की प्रतियोगिता में तीन राउंड निकालकर दिवाकर फाईन्लस तक पहुंचे थे।
अल्मोड़ा जिला के दिवाकर बिष्ट एस.एस.जे कैंपस से फाईन आर्टस के चौथे साल के छात्र हैं।दिवाकर ने बहुत कम उम्र में मिस्टर इंडिया प्रतियोगिता में अपनी जगह बनाई और पूरी प्रतियोगिता में शानदार प्रर्दशन के बाद अब दिवाकर आने वाले सभी चुनौतियों के लिए तैयार हैं।उनेस बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेना उनके लिए अच्छा अनुभव रहा।दिवाकर के लिए यह बहुत अच्छा प्लेटफार्म था लोगों से मिलने व माडलिंग की दुनिया को समझने का।
दिवाकर बताते हैं कि इसके जरिए उन्हें लोगों से मिलने,उनको जानने व समझने का मौका मिला,इस पूरे प्रतियोगिता में एक बात जो अहम थी वह था दिवाकर का अपने काम के प्रति एकाग्रता।दिवाकर सबको यही कहना चाहते हैं कि जिंदगी में कुछ हासिल करना हो तो फोकस बहुत जरुरी है।दिवाकर कहते हैं कि मेरे लिए यह सिर्फ एक इवेंट नहीं था इसमें भाग लेने के बाद मुझमें और मेरी जिंदगी में बहुत सारे बदलाव आऐ हैं।
परिवार से सर्पोट मिलने पर दिवाकर ने बताया कि मेरे परिवार ने मुझे हमेशा सर्पोट किया और आज मैं जो कुछ भी हूं अपने परिवार की वजह से हूं।दिवाकर के लिए यह सफर कितना मुश्किल रहा इसपर दिवाकर ने कहा कि सफर मुश्किल ना हो तो मंजिल तक पहुंचने का मज़ा नहीं आता लेकिन उनके लिए यह सफर बहुत अच्छा रहा और उनके साथ साथ इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों के ले यह सफर अच्छा रहा और सबने इस प्रतियोगिता में अपना सौ प्रतिशत दिया है।आगे अपनी पढ़ाई पुरी करने के बाद दिवाकर अपने मिस्टर इंडिया बनने के सपने को पुरा करने की चाह रखते है।टीम न्यूज़पोस्ट की तरफ से दिवाकर को हार्दिक बधाईंया और आगे आने वाले सभी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं।