जल जंगल जमीन जो लोगों का आधार होना चाहिए। वहीं समस्या का कारण बन रही है। विभाग के कर्मचारियों को वन माफिया और तस्कर धमका रहे हैं। यहां तक कि फायर भी कर देते हैं। इसका कारण इन कर्मचारियों के पास आधुनिक हाथियारों का न होना तो है ही प्रशिक्षण का भी अभाव है।
वन विभाग के अधिकारियों के पास जो हथियार हैं वह पुराने जमाने के हैं ही जिसके कारण प्रायः वन माफियों के आगे वन कर्मचारी गच्चा खा जाते हैं। ऐसे ही एक प्रकरण मं जसपुर क्षेत्र में लकड़ी तस्करों ने वनों की सुरक्षा में लगे वनकर्मियों पर फायर झोंका, जिसके जवाब में वन कर्मियों ने भी जवाबी कार्रवाई की,लेकिन वन कर्मियों से बचते हुए तस्कर भाग निकले। वन विभाग मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार पतरामपुर रेंज के शिवराजपुर पट्टी बीट के वन कर्मचारी रात्रि गश्त पर थे। करीब 12 बजे जंगल में पेड़ गिरने की आवाज आयी।
जब वनकर्मी उस ओर बढ़े 5-6 वन तस्कर उधर दिखाई दिए। वन कर्मियों को आता देख तस्करों ने उन पर फायर झोंक दिए। जवाब में वन कर्मियों ने भी अपनी सुरक्षा में फायरिंग की। इससे जंगल के आसपास के गांवों में हडक़ंप मंचा हुआ है। वन कर्मियों ने सागौन की लकड़ी भारी मात्रा में बरामद की है। गश्त पर बीट के वन सुरक्षाकर्मी रणजीत सिंह,खुशीराम,जगत सिंह,वजीर सिंह थे।