कांग्रेस के कप्तान हरीश रावत अपनी सीट तक नहीं बचा सके, प्रतिष्ठा भी हारी

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कांग्रेस के एकमात्र चेहरे हरीश रावत पर ही पूरी उत्तराखंड कांग्रेस की उम्मीदें टिकी थीं लेकिन लगता है इसबार जनता ने कांग्रेस को पूरी तरह नकारने का मन बना लिया था। हरीश रावत की तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस कुछ खास नहीं कर पाई। हालात ये हैं कि मुख्यमंत्री हरीश रावत अपनी दोनों सीटें नहीं बचा सके हैं। जहां हरिद्वार ग्रामीण से बीजेपी उम्मीदवार स्वामी यतीश्वरानंद ने हरीश रावत को 12 हजार के ज्यादा वोटों से हराया। वहीं, किच्छा सीट पर बीजेपी के राजेश शुक्ला ने रावत को करारी शिकस्त दी।

इस बार एग्जिट पोल सर्वे सही साबित हुए हैं। एग्जिट पोल सर्वे पहले ही ये इशारा कर चुके थे कि राज्य में बीजेपी की सरकार को पूर्ण बहुमत मिलने जा रहा है लेकिन जितना अच्छा बीजेपी का रिजल्ट रहा है उसकी तो शायद बीजेपी को भी उम्मीद नहीं रही होगी। बीजेपी ने राज्य में वो कारनामा कर दिखाया है जो राज्य के इतिहास में दर्ज हो गया है। इतनी बंपर जीत यहां आजतक किसी पार्टी को नसीब नहीं हुई।
बीजेपी के इस शानदार प्रदर्शन की बदौलत कांग्रेस एकदम हाशिये पर चली गई है। हालात ये हैं कि कांग्रेस को हर सीट जिताने का जिम्मा संभालने वाले हरीश रावत खुद अपनी दोनों सीटें नहीं बचा पाए हैं। ये हरीश रावत की नहीं बल्कि राज्य के इतिहास में कांग्रेस की सबसे बड़ी हार है। इसबार जनता ने एकतरफा वोट कर बीजेपी को सत्ता की चाभी सौंप दी है साथ ही राज्य में मोदी लहर को भी पुख्ता कर दिया है।