सुरक्षा के लिए बनीं दीवार पर लिखेंगें केदारनाथ का इतिहास

0
945

केदारनाथ की सुरक्षा के लिए बनाई गई 350 मीटर लंबी और 12 फीट ऊंची आरसीसी सुरक्षा दीवार पर थ्रीडी पेंटिंग से केदारनाथ का इतिहास और इसके दोबोरा निर्माण की कहानी लिखी जाएगी।इसके साथ ही 2 वाचिंग टावर की स्थापना की जाएगी जिसकी मदद से चौराबाड़ी क्षेत्र में होने वाली मौसमी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।

मंदिर से दो सौ मीटर पीछे की तरफ बनाई गई सुरक्षा दीवार अब केदारनाथ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जानकारी का खजाना बनेगी। इस दीवार पर केदारपुरी और केदारनाथ की महिमा का वर्णन किया जाएगा। धाम का पूरा इतिहास दीवार पर लिखा जाएगा। इसके अलावा यह दीवार आपदा में हुए नुकसान और 2014 से हो रहे पुनर्निर्माणकार्य की पूरी जानकारी भी इस दीवार पर अंकित की जाएगी।आपको बता दें कि नेहरु माउंटेयरिंग संस्थान ने केदारनाथ और केदारपुरी की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा दीवार बनाई है, जिसमें पहली गोबिन वाल, दूसरी राॅक नेट वाल और तीसरी आरसीसी वाॅल हैं।

तीनों सुरक्षा दीवारें बनाने वाली संस्था निम का दावा है कि यह सुरक्षा दीवारें साल 2013 वाले जनसैलाब को रोकने में पूरी तरह से सक्षम हैं। इन दीवारों का निर्माण आईआईटी रुड़की और सीबीआरआई के विशेषज्ञों की देखरेख में किया गया है।

दीवार पर थ्रीडी पेंटिंग का मुख्य उद्देश्य केदारनाथ पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को वहां के बारे में बेहतर से बेहतर जानकारी उपलब्ध कराना है।