चुफाल को गुस्सा क्यों अाया

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सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, की उपस्थिति में आयोजित पिथौरागढ़ मे कार्यकर्ता बैठक में बीते विस चुनावों में पार्टी का विरोध करने वालों को सम्मानित किए जाने पर डीडीहाट के विधायक विशन सिंह चुफाल नाराज हो गए। चुफाल की नाराजगी के बाद बैठक में सन्नाटा पसर गया। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर सीएम तक मौन धारण कर गए।

बैठक में जिले भर से कार्यकर्ताओं का जमावड़ा था। बैठने की जगह नहीं होने के कारण वरिष्ठ कार्यकर्ता तक खड़े थे। इस दौरान सीएम को चेहरा दिखाने की होड़ भी लगी रही थी। धारचूला से आए कार्यकर्ता सीएम समेत प्रदेश के आला नेताओं का पगड़ी पहना कर स्वागत कर रहे थे, तो आम कार्यकर्ता नेताओं को माला पहना रहे थे। इसी दौरान डीडीहाट विधान सभा क्षेत्र में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने वाले भी पार्टी नेताओं को माला पहनाने लगे। यह सब देखकर विधायक विशन सिंह चुफाल आगबबूला हो गए। उन्होंने सवाल उठाया कि जिन लोगों को पार्टी से बाहर करना चाहिए था उनसे माल्यार्पण कराया जा रहा है। विधायक चुफाल की इस आपत्ति पर बैठक में कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया। प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट से लेकर सीएम तक जवाब नहीं दे सके।

विधायक चुफाल का कहना था कि डीडीहाट में वह पार्टी के प्रत्याशी थे। उनके खिलाफ पार्टी के जिन लोगों ने प्रचार किया और चुनाव लड़ा उनके खिलाफ पार्टी उनकी शिकायत के बाद भी कदम नहीं उठा रही है। उल्टा उनसे माल्यार्पण किया जाना पार्टी के लिए उचित नहीं है। इसके चलते कुछ देर तक कार्यकर्ता बैठक का नजारा बदला रहा और सभी असहज नजर आए। बाद में सीएम श्री रावत ने कहा कि सरकार प्रदेश में भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने जा रही है। इसके लिए लोकायुक्त के पास जाने की नौबत तक नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि उनके पास भ्रष्ट अधिकारियों की कुंडली है। ऐसे अधिकारियों को चेतावनी दे दी गई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों को धमकाया नहीं जाए। शालीनता के साथ उनसे जनहित के कार्य कराएं। सरकार कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनी है। पहाड़ से पलायन रोकने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। कार्यकर्ता सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का कार्य करे।