पर्वतीय क्षेत्रों मे खेती के लिए होगा उपयोगी छोटा ट्रेक्टर

0
899

बाइक के इंजन से बीजों की बुवाई की जा सकती है। स्टेयरिंग के जरिये किसान अपने हिसाब से मशीन को घुमाकर बुवाई कर सकते हैं। राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज, काशीपुर के विद्यार्थियों ने पॉवर सीड ड्रिल नामक उपकरण तैयार किया है, जो खासकर पर्वतीय क्षेत्र के किसानों के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा।

पर्वतीय क्षेत्रों की जमीन ढलान होती है।, ऐसे में ट्रैक्टर चलाकर सीड ड्रिल से बुवाई करने में दिक्कत होती है। इसको ध्यान में रखकर कृषि इंजीनियरिंग अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों ने पॉवर सीड ड्रिल उपकरण बनाया है। इसमें बाइक के इंजन, स्टेयरिंग, लोहे की टंकी, गियर, सीड बॉक्स लगे हैं। यह बाइक की तरह ही स्टार्ट होती है। इसकी खासियत यह है कि बाजार में जो भी सीड ड्रिल है, वह ट्रैक्टर से चलने वाला है, जबकि यह पॉवर सीड ड्रिल स्टार्ट करने के बाद हाथ से घुमाया जा सकता है।

पर्वतीय क्षेत्रों में भी इस उपकरण का प्रयोग किया जा सकता है। शिक्षक एके शर्मा ने बताया कि इस उपकरण को प्रियंका व्यास, मीनाक्षी, कविता जोशी, नेहा रावत, हिमानी उनियाल, सौरभ नेगी, सुरेंद्र पाल, नवीन पांडे, हिमांशु, रजत किशोर, उपेंद्र सिंह ने बनाया है। विद्यार्थियों ने बताया कि पॉवर सीड ड्रिल पर्वतीय क्षेत्रों की जमीन को देखकर बनाया गया है। किसान अपने हिसाब से स्टेयरिंग घुमाकर गेहूं, उड़द, चना, मटर आदि बीजों की बुवाई कर सकते हैं। एक लीटर पेट्रोल में करीब डेढ़ घंटे तक उपकरण चलेगा। इसे शासन स्तर से प्रोजेक्ट करना किया जाना चाहिए।