28 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा अपने चरम पर है, इस साल देश के कोने-कोने से लेकर सात समंदर पार से भी श्रद्धालु इस यात्रा का हिस्सा बनने ऋषिकेश पहुँच रहे है। देशी-विदेशी श्रद्धालुयों में यात्रा के प्रति उत्साह साफ देखा जा रहा है,यही कारण है कि विदेशी श्रद्धालु चार धाम यात्रा से जुड़ने के लिए बड़ी संख्या में आ रहे है। उत्तराखंड में आस्था की यात्रा सुचारु रुप से चल रही है, देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगोत्री-यमनोत्री-केदारनाथ और बदरीधाम की यात्रा करने पहुँच रहे है। 28 अप्रैल से शुरू हुई चार धाम यात्रा में अभी तक दो लाख से ज़्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके है और ये आंकड़ा रोज़ाना बढ़ रहा है। इस बार चारों धामों की यात्रा को करने के लिए देशी के साथ साथ विदेशी यात्रियों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। विदेशी श्रद्धालु सात समुंदर पर से यात्रा का हिस्सा बनने के लिए देवभूमि पहुँच रहे है । विदेशी श्रद्धालुयों की माने तो उन्हें यहां का शांत वातावरण बेहद पसंद आता ओर वो यहां इस पवित्र यात्रा के गवाह बनने आये है।
वहीं बॉयोमेट्रिक आंकड़ों की तरफ देखा जाए तो यात्रा के शुरुवात से अभी तक 1700 से ज्यादा विदेशी श्रद्धालु चार धाम के दर्शन कर चुके है और रोज़ाना विदेशी श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करवा रहे है। बॉयोमेट्रिक अधिकारी प्रेमानंद ने बताया कि इस साल विदेशी यात्रियों में भी इस यात्रा को लेकर काफी उत्साह है और यात्री बड़ी संख्या में यमनोत्री-गंगोत्री धाम के लिए निकल रहे है। यात्री अमेरिका-कनाडा-इटली से इस यात्रा को पूरा करने के लिए यहां का रुख कर रहे है।देवभूमि उत्तराखंड की यात्रा जहां आस्था के रूप में अपनी पहचान रखती है वहीं विदेशी श्रद्धालु आस्था के साथ साथ उत्तराखंड की खूबसूरती का आनंद लेने भी आ रहे है। गंगोत्री-यमनोत्री ओर केदारनाथ ट्रैक विदेशी श्रद्धालुयों की पहली पसंद बन रहा है।