रोचक है प्रमोद का संग्रह, लिम्का बुक में नाम दर्ज कराना है हसरत

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हल्द्वानी के एक बिजनेस मैन ने अपना नाम लिम्का बुक में नाम दर्ज कराने का दावा किया है। इस व्यापारी का कहना है कि आड नम्बरों की डिजिट में सबसे बड़ा लेनदेन उन्होंने किया है। जबकि इससे पहले मध्यप्रदेश के एक युवक ने 20426 बार इस तरह के लेनदेन को करके लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज कराया है। प्रमोद का दावा है कि उनके द्वारा 20610 बार इन आड नम्बरों के डिजिट पर ही लेनदेन किया गया है। लिहाजा उन्होंने पहले दर्ज हुए रिकार्ड को ब्रेक किया है।जिससे उनका नाम भी लिम्बा बुक में दर्ज होना चाहिए।

नैनीताल के रहने वाले प्रमोद कुमार गोल्डी हल्द्वानी में रहते हैं जहां प्रमोद कुमार व्यापार करते है। उन्होंने लम्बे समय से बैंक से ऐसे डिजिट में लेनदेन किया गया हौ जो सभी को हैरान कर दें- 11,33,99,111,333,1111 आदि।  जी हां ये आसान भी नहीं था। प्रमोद को इसके लिए कई चुनौतियों का भी सामना करना पडा। बैंक ने कई बार इस तरह के लेनदेन से इन्कार किया और लेनदेन ना करने की वजह बैंक के नियम बताये मगर हिम्मत ना हारते हुए प्रमोद ने आरटीआई के तहत आरबीआई से सूचना मांगी जिसमें लम्बी मशक्तत के बाद प्रमोद को सफलता मिली और आरबीआई ने स्पष्ट किया कि कोई भी बैंक इस तरह के डिजिट में लेनदेन से इन्कार नहीं कर सकता। जिसके बाद आरबीआई के आदेश दिखाकर प्रमोद कुमार ने अपना लेनदेन शुरु कर दिया। जिसके बाद प्रमोद ने कुल तीस लाख रुपये का लेनदेन इसी प्रकार के डिजिटस में किया है।

अब तक प्रमोद ने बैंक से 30 लाख निकालें और जमा किये हैं जिनकी संख्या रुपये 11, 22, 33, 44, 55, 66, 77, 88, 99, 111, 222, 333, 444, 555, 666, 777, 888, 999, 1,111, 2,222, 3,333, 4,444, 5,555, 6,666, 7,777, 8,888, 9,999, 11,111, 22,222, 33,333, 44,444, 55,555, 66,666, 77,777, 88,888 and रुपये 99,999 हैं।

चौंकाने वाली बात तो ये हैं कि प्रमोद पिछले 40 सालों से पुराने नोटों का संग्रह कर रहे हैं। उनके पास आठ लाख के दुर्लभ और पुराने नोट सुरक्षित रखे गये हैं।प्रमोद कुमार ने इकोनामिकस से पीएचडी की है और उनके पास कुछ ऐसे भी नोट है जिनका सिक्वेंस बेहद आकर्षक है, जैसे 101, 786, 420, 100,2016,9999 और भी कई है।

अपने इसी दुर्लभ संग्रह के लिए भी प्रमोद ने लिम्का बुक में नाम दर्ज कराने के लिए आवेदन किया है।