हरिद्वार। उत्तराखंड और यूपी के बीच होने वाला परिवहन करार अब 20 दिसम्बर को होगा। इस विषय पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच दोनों प्रदेशों की परिवहन निगम की बसों को चलाने को लेकर सहमति बन गई है।
बतादें कि परिवहन करार न होने से बस संचालन को लेकर दोनों प्रदेशों में काफी समय से विवाद चला आ रहा है जो कि इस अनुबंध के बाद थम जाएगा। पिछले दो बार से इकरार नामा निरस्त होने के बाद इस बार करार होने की प्रबल संभावनाएं जताई जा रही हैं। वहीं, दोनों राज्यों के बीच 17 सालों के बाद भी बसों के संचालन न होने के चलते उत्तराखंड को भारी राजस्व का नुकसान हो रहा था, जिसके बाद उत्तराखंड सरकार ने इसका संज्ञान लिया और यूपी सरकार से बसों के संचालन को सामझौते के तहत ही चालने को लेकर बात की, इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हामी भरी।
रोडवेज यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों ने खुशी जताते हुए कहा कि इस बार करार होने से कई समस्याएं दूर हो जाएंगी। साथ ही मामला निपटने के बाद उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति भी काफी हद तक मजबूत हो जाएगी। गौरतलब हो कि दोनों राज्यों के बीच परिवहन करार नवम्बर में होना था, लेकिन कुछ कारणों से उसकी तिथि को आगे बढ़ा दिया।