भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने मुख्य मंत्री हरीश रावत द्वारा दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दिए जाने और कांग्रेस के ज्ञापन को उत्तराखंड की जनता के साथ धोखा बताया है और कहा कि सारी गलतियां कांग्रेस सरकारों की है और कांग्रेस नेता जनता को गुमराह कर रहे हैं।
आज जारी बयान में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने कहा कि हरीश रावत को अपनी गलतियां छुपाने के लिए नाटक करने की पुरानी आदत है। अब तक वे जो काम उत्तराखंड में करते रहे हैं इस बार वह काम उन्होंने दिल्ली में जंतर मंतर में किया।
भट्ट ने कहा कि जंतर मंतर में भागीरथी इको सेंसिटिव जोन को लेकर उपवास की घोषणा करने के बावजूद श्री रावत वहाँ पूरे दिन के स्थान पर दो घंटे भी नहीं रहे। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस की ओर से जो ज्ञापन प्रधानमंत्री को भेजा गया उसमे कुल नौ बिंदु हैं और उसमे भी इको सेंससिटिव जोन केवल एक बिंदु है। बाकी बातें भी बिना सिर पैर की हैं।
भट्ट ने कहा कि भगीरथी इको सेन्सएटिव जोन की समस्या का जड़ में केंद्र और राज्य की कांग्रेस सरकारें है। पहली गलती केंद्र में कांग्रेस के समय हुई। उस समय हरीश रावत केन्द्र में मंत्री थे। उसके बाद राज्य में कांग्रेस सरकार के समय फिर गलती की गई और बिना जनता की सुनवाई किये ही प्रस्ताव केंद्र को भेज दिया जो फिर से गलत था। इस कारण अब केंद्र ने उसे अस्वीकार कर दिया। ऐसे मे अब केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय ने एन जी टी को निर्देशित किया है कि वह नया प्रस्ताव बनाये। हरीश रावत अपनी और कांग्रेस सरकारों की गलती मानने की जगह नाटक बाजी कर रहे हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्यक्ष ने प्रधानमंत्री के नाम जो ज्ञापन भेजा वह भी खोखला है और अपनी सरकार की गलतियां छुपाने की कोशिश मात्र है।