उत्तरकाशी। पिछले दिनों गंगोत्री नेशनल पार्क में दुर्लभ प्रजाति के लिंक्स जीव को देखा गया है। जंगली बिल्ली परिवार के इस जीव की तस्वीरों को वन विभाग तथा भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा नेलांग घाटी में लगाए गए कैमरों में कैद किया गया है। विशेषज्ञों की माने तो यह यह दुर्लभ प्रजाति का जीव है जिसे पहली बार उत्तराखंड में देखा गया है।
डब्लूआईआई के डा. एस सत्या कुमार के अनुसार तिब्बत, साइबेरिया व यूरोप में पाए जाने वाले इस जीव को उत्तराखंड में पहली बार देखा गया है। लिंक्स की कई उप प्रजातियों में से यूरेशियाई लिंक्स आकार में सबसे बड़ा होता है। मध्य आकार की इस जंगली बिल्ली की लंबाई 80-130 सेमी, ऊंचाई 60-75 सेमी तथा वजन 18 से 30 किलो होता है। स्लेटी से लाल रंग की इसकी खाल में काले चित्ते होते हैं, जो इसे छलावरण में मदद देती है। अत्याधिक शिकार, वास स्थल तथा भोजन की कमी के चलते इस जीव को काफी नुकसान पहुंचा। लेकिन दुनियाभर में हुए संरक्षण प्रयासों के चलते इसकी स्थिति पहले से बेहतर हुई है। गंगोत्री पार्क के उप निदेशक श्रवण कुमार ने बताया कि अरगली भेड़ के बाद लिंक्स के मिलने से साबित होता है कि पार्क का पर्यावरण तंत्र वन्य जीवों के लिए बेहतर मौहौल उपल्बध करा रहा है। विभाग तथा डब्लूआईआई द्वारा पार्क में कई कैमरे लगाए है, जिनकी मदद से नए जीवों को खोजने में काफी मदद मिल रही है।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा इन दुर्लभ जीवों के संरक्षण के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें कि यूरेशियाई लिंक्स का वैज्ञानिक नाम- लिंक्स है। अपनी प्रजाती में सबसे बड़े आकार के इस जीव की पूंछ छोटी और ऊंचे कानो के छोर पर बालों का गुच्छा होता है। इनके बड़े और गद्देदार पंजे बर्फ पर चलने में मदद करते हैं। अकेले रहने वाला यह जीव जंगलों में रहस्यमय जीवन बिताता है। जिसे कैमरा ट्रैप व पंजों के निशान की मदद से ही ढूंढा जा सकता है। हिरन व छोटे जीवों का शिकार करने वाले इस जीव को अवैध शिकार, वास स्थल तथा भोजन की कमी के चलते काफी नुकसान पहुंचा है। दुनिया में यह दुर्लभ प्रजातियों के जीव में से एक है।