विवादों में घिरी रही निर्देशक कुशान नंदी की फिल्म बाबू मोशाय बंदूकबाज की रिलीज का रास्ता साफ हो गया है। आगामी 25 अगस्त को रिलीज होने जा रही इस फिल्म को 8 कट्स के साथ एपीलेट ट्रिब्यूनल से हरी झंडी मिल गई है।
पहलाज निहलानी के चेयरमैनशिप में सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म को 48 कट्स दिए थे, जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। साथ ही इस फिल्म की महिला निर्माता किरण श्राफ को लेकर बोर्ड के सदस्यों की अभद्र टिप्पणियों का विवाद भी काफी गूंजा था। कुशान नंदी और पहलाज निहलानी के बीच इस फिल्म को लेकर एक दूसरे के खिलाफ काफी आरोपबाजी भी हुई थी।
सेंसर बोर्ड द्वारा 48 कट्स के खिलाफ कुशान नंदी के समर्थन में फिल्म निर्देशकों की संस्था ने भी साथ दिया था और नंदी ने इसके खिलाफ एपीलेट ट्रिब्यूनल में अपील की थी, जिसका फैसला अब सामने आया है। इस फिल्म में कई हाट सीनों और संवादों को लेकर सेंसर की कैंची चली थी।
फिल्म की प्रमुख भूमिकाओं में नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ बंगाली अभिनेत्री बिदिता बाग हैं, जो पहली बार हिदी फिल्म में कदम रख रही हैं। बिदिता से पहले चित्रगांधा सिंह इस फिल्म की हीरोइन थीं, लेकिन हाट सीनों को लेकर हुए विवाद के बाद चित्रागंदा सिंह ने खुद को इस फिल्म से अलग कर लिया था।
एपीलेट ट्रिब्यूनल से मिली हरी झंडी के बाद फिल्म के निर्देशक कुशान नंदी ने राहत की सांस ली है और एपीलेट के प्रति आभार जताया है। ये भी कहा जा रहा है कि इस फिल्म के विवाद के चलते ही पहलाज निहलानी को कुर्सी गंवानी पड़ी।
पहलाज निहलानी ने कुशान नंदी पर आरोप लगाया था कि कुशान नंदी ने उनको अपनी राजनीतिक पंहुच की धमकी दी थी। इसी विवाद के चलते सेंसर बोर्ड के एक सदस्य ने पहलाज निहलानी को हटाने के लिए केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी को पत्र भी लिखा था।