बनबसा। क्षेत्र में नशे का कारोबार खूब फल फूल रहा है। मेडिकल स्टोरों पर लगातार मिल रही नशीली दवाईओं की शिकायत पर प्रशासन, स्वास्थ्य व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने छापेमारी अभियान चलाया तो एक दुकान पर प्रतिबंधित दवाईयों के साथ नशीली दवाईयों का जखीरा पकड़ लिया। एसडीएम ने दुकान को मौके पर ही सीज कर दिया। हालांकि ड्रग इंस्पेक्टर के न होने से दवाईयों का आंकलन नहीं हो सका।
नशे की बढ़ती प्रवृत्ति की रोकथाम के लिए पुलिस व प्रशासन द्वारा निरंतर लोगों को जागरूक किया जा रहा है लेकिन क्षेत्र के कुछ मेडिकल स्टोर नशीली दवाइयों का व्यापार कर युवाओं को नशे की लत लगा रहे हैं। पुलिस को इसकी लगातार शिकायतें आ रही हैं। इसको देखते हुए गुरुवार को एसडीएम अनिल चन्याल के नेतृत्व में पुलिस व स्वास्थ्य विभाग ने नगर के मेडिकल स्टोरों मे संयुक्त छापेमार कार्यवाही की। जब टीम अजय मेडिकल स्टोर पर पहुंची तो वह सकपका गया। चेकिंग शुरू की तो दुकान व उसके गोदाम से भारी मात्रा मे प्रतिबंधित दवाइयां मिली। दुकान से कोरेक्स सीरप, कोकस कोडीन सीरप और नाइजिमाम टेबलेट जैसी प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की। टीम ने इसके बाद राज मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की लेकिन वहां सब ठीक मिला। एसडीएम ने मौके पर ही दुकान व गोदाम को सीज कर दिया। टीम मे डॉ. एच एस हयांकी, फार्मसिस्ट वीवी पंत, एलआईयू प्रभारी भास्कर बडोला और एसओटीएफ प्रभारी मोहम्मद आसिफ आदि शामिल रहे।
एसडीएम ने बताया कि ड्रग इंस्पेक्टर के न होने के कारण गोदाम मे रखी प्रतिबंधित दवाईयों की मात्रा का आकलन नहीं हो पाया है। ड्रग इंस्पेक्टर के आने के बाद जांच की जाएगी। सीओ राजन सिंह रौतेला ने बताया कि उक्त मेडिकल स्टोर के द्वारा प्रतिबंधित दवाईयों को उचे दामों में नेपाल सप्लाई करता था। थानाध्यक्ष मनीष खत्री ने बताया कि पुलिस को लंबे समय से इसकी शिकायत मिल रही थी। जिसे आज जाल बिछाकर पकड लिया गया है।
विदेश में रहता है संचालक
अजय मेडिकल स्टोर अर्चना राणा नाम की महिला के लाइसेंस पर चलता है। स्टोर का मालिक अजय मदान न्यूजीलैंड रहता है। छापेमारी के दौरान दुकान पर उसका भतीजा लवी मदान मिला।
नेपाल पुलिस ने पकड़ी थी प्रतिबंधित दवाइयां
सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पूर्व ही नेपाल के गड्ढा चौकी में नेपाल पुलिस ने भारत से तस्करी कर लाई गई भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवाईयां पकड़ी थी। इससे एक बात तो साफ है कि क्षेत्र में नशे का कारोबार व प्रतिबंधित दवाईयों की तस्करी बड़ी मात्रा में हो रही है।