बाईक चोर गैंग के प्यादे गिरफ्तार सरगना फरार

0
570

उप्र और उत्तराखंड से बाइक चुराने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से चोरी की बाइकें भी बरामद की गई हैं। कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया। अब पुलिस सरगना की तलाश में जुट गई है।

रुद्रपुर कोतवाली व ट्रांजिट कैंप थाना क्षेत्र के अंदर लंबे समय से बाइकें उठ रही हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए एसएसपी सदानंद दाते के निर्देशन में चोरों की धरपकड़ शुरू की गई। इस दौरान पुलिस ने यूपी और यूके से सैकड़ों बाइकें उठाने वाले गिरोह को पकड़ लिया गया। साथ ही दोनों राज्यों से उड़ाई गई बाइकों को भी बरामद कर लिया लेकिन इस गैंग का सरगना सुभाष पुत्र अजय पाल निवासी रेशमबाड़ी अब भी फरार है। देर शाम चे¨कग के दौरान कोतवाली में तैनात वरिष्ठ उप निरीक्षक प्रभात कुमार और रम्पुरा चौकी इंचार्ज कृष्ण गोपाल मठपाल ने दो बाइकों पर तीन संदिग्ध युवकों को पकड़ा जब पूछताछ शुरू की तो सारा मामला खुला। आरोपियों ने अपना नाम आजादनगर निवासी रोहित रस्तोगी, रेशमबाड़ी निवासी दीपक शर्मा और आजादनगर निवासी जितेंद्र राठौर बताया। पुलिस उनको थाने ले आई। पकड़े गए युवकों की निशानदेही पर राजकीय बालिका इंटर कालेज के पास दबिश दी तो वहां झाड़ियों में छिपे बैठे उनके दो अन्य साथी पत्थरचट्टा निवासी सूरज प्रसाद व राजीव गंगवार निवासी ग्राम नौगवां गुडभोज थाना बहेड़ी जिला बरेली को छिपाई गई चोरी की सात बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अब भी इन प्यादों का सरगना सुभाष पुलिस गिरफ्त से बाहर है। उसकी तलाश की जा रही है।

आरोपी सूरज ने बरेली से लाइसेंसी बंदूक ली थी और रोहित को दी थी। बंदूक लेकर चलने का मकसद यह था कि रास्ते में जो भी आए उसको हटाया जा सके। पुलिस ने बरामद बंदूक को कब्जे में ले लिया है। आरोपियों ने बाइकें बरेली, रुद्रपुर, ट्रांजिट कैंप व रामपुर आदि क्षेत्रों से चुराई थी।

पुलिस चे¨कग में पकड़े गए आरोपी जितेंद्र राठौर और रोहित रस्तोगी ने सरगना सुभाष के संपर्क में आकर कम दामों में बाइक खरीदी थी, लेकिन सस्ती बाइक आज महंगी पड़ गई। बिना कागज और नंबर प्लेट के बाइकें शहर में दौड़ाई जा रही थीं।

पकड़े गए आरोपियों में किसी ने हाईस्कूल तो किसी ने इंटर की परीक्षाएं पास की हैं, लेकिन सुभाष के संपर्क में आकर अपना भविष्य चौपट कर लिया। सुभाष ने उनको मुजरिम बना दिया। कम दामों में बाइक खरीदने के गुनाह ने उनको सलाखों के पीछे डाल दिया।