चुनावी गहमागहमी के बीच बीजेपी ने रविवार को उत्तराखंड विधानसभा चुनावों के लिये अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इस सूची में राज्य की 64 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है। केंद्रीय चुनाव समिति ने सोमवार शाम को आखिरी मीटिंग कर इन नामों पर मुहर लगाई। गौरतलब है कि बीजेपी ने कांग्रेस के सभी बागी विधायकों को सूची में जगह दी है।
विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशियों के नाम
- पुरोला मालचंद
- यमुनोत्री केदार सिंह
- गंगोत्री गोपाल सिंह
- बद्रीनाथ महेंद्र भट्ट
- थराली- मगन लाल शाह
- कर्णप्रयाग सुरेंद्र सिंह नेगी
- केदारनाथ शैला रानी रावत
- रुद्रप्रयाग भरत चौधरी
- घंसाली शक्ति लाल शाह
- देवप्रयाग विनोद कंडारी
- नरेंद्र नगर सुबोध उनियाल
- प्रतापनगर विजय सिंह पंवार
- टिहरी धान सिंह नेगी
- धनौल्टी नारायण सिंह राणा
- सहसपुर सहदेव पुंडीर
- रायपुर उमेश शर्मा
- राजपुर रोड खजान दास
- देहरादून कैंट हरबंश कपूर
- मसूरी गणेश जोशी
- डोईवाला त्रिवेंद्र सिंह रावत
- ऋषिकेश प्रेमचंद्र अग्रवाल
- हरिद्वार मदन कौशिक
- बीएचईएल रानीपुर आदेश चौहान
- ज्वालापुर सुरेश राठौड़
- भगवानपुर सुबोध राकेश
- झबरेरा देशराज कर्णवाल
- पिरंकलियार जय भगवान सैनी
- रुड़की प्रदीप बत्रा
- खानपुर कुवंर प्रणब सिंह
- मैंगलोर ऋषिपाल बलियां
- लक्सर संजय गुप्ता
- हरिद्वार देहात स्वामी यतिश्वरानंद
- यमकेश्वर रितु खंडूरी भूषण
- पौड़ी मुकेश कोली
- श्रीनगर धान सिंह रावत
- चौबटाखल सतपाल महाराज
- लैंड्सडाउन दिलीप सिंह रावत
- कोटद्वार हरक सिंह रावत
- धारचूला विरेंद्र सिंह
- डीडीहाट बिशन सिंह चुफाल
- पिथौड़ागढ़ प्रकाश पंत
- गंगोलीहाट मीना गंगोला
- कपकोट बलवंत सिंह भोरियाल
- बागेश्वर चंदन राम दास
- द्वाराहाट महेश नेगी
- सल्ट सुरेंद्र सिंह जीना
- रानीखेत अजय भट्ट
- सोमेश्वर रेखा आर्या
- अल्मोड़ा रघुनाथ सिंह चौहान
- जागेश्वर सुभाष पांडे
- चंपावत- कैलाश गहतोरी
- लोहाघाट पूरण फर्टियाल
- लालकुआं नवीन धुमका
- नैनीताल संजीव आर्य
- कालाधूंगी बंसीधर भगत
- जसपुर डा.शैलेंद्र मोहन सिंघल
- काशीपुर हरभजन सिंह छीमा
- बाजपुर यशपाल आर्य
- गदरपुर अरविंद पांडे
- रुद्रपुर राजकुमार ठुकराल
- किच्छा राजेश शुक्ला
- सितारगंज सौरभ बहुगुणा
- नानकमाता प्रेम सिंह राणा
- खटीमा पुष्कर सिंह धामी
इसके अलावा चकराता, विकास नगर, धर्मपुर, रामनगर, हलद्वानी और भीमताल सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा अभी नही हुई है। इस लिस्ट में पार्टी ने कांग्रेसी बागियों का खासी तरजीह दी है जिसके चलते आने वाले दिनों में पार्टी के सामने अपने खुद के नेताओे को संभालना एक बड़ी चुनौती हो सकती है।