सोमवार को भाजपा ने विधानसभा चुनावों के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी हैं।इस लिस्ट में कांग्रेस के सभी बागियों का नाम है। बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होते ही पार्टी में बगावत की आवाज भी बुलंद होने लगी हैं।
असंतुष्ट बीजेपी नेताओं में –
- यमकेश्वर से लगातार तीन जीत दर्ज कर चुकी विजय बड़थ्वाल ने पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी की बेटी को उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करते हुए कहा है कि एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी परिवारवाद रोकने की बात करते हैं, वहीं मेरा टिकट काटकर ऐसे चेहरे को टिकट दे दिया, जिसे कोई नहीं जानता। वे बोलीं, हर चुनाव में जनता ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। इस बार भी जनता ही सही व गलत का फैसला करेगी।
- प्रतापनगर से टिकट के दावेदार रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेश्वर पैन्यूली ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पैन्यूली ने कहा कि वे इंडियन बिजनेस पार्टी से चुनावी समर में उतरेंगे।
- नैनीताल सीट से यशपाल आर्य के बेटे संजीव आर्य को प्रत्याशी बनाने की घोषणा के विरोध में टिकट के प्रबल दावेदार हेम चंद्र आर्य ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
- हरभजन सिंह चीमा को उम्मीदवार बनाए जाने के विरोध में पूर्व विधायक और वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव अग्रवाल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वे 23 को नामांकन कर सकते हैं।
- कांग्रेस से भाजपा में आए डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल को जसपुर प्रत्याशी बनाए जाने के विरोध में सीमा चौहान ने इस्तीफा दे दिया है। टिकट के एक और दावेदार विनय रोहेला ने निर्दलीय लड़ने की बात कही है।
- भाजपा प्रत्याशी विशन सिंह चुफाल के खिलाफ पहले ही चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके भाजपा किशन भंडारी डीडीहाट से चुनाव लड़ने पर अडिग हैं।
- डॉ. हरक सिंह रावत को कोटद्वार से प्रत्याशी बनाए जाने से पूर्व विधायक शैलेंद्र रावत नाराज हैं और सम्मेलन बुलाकर अगले कदम की घोषणा करेंगे।
- अल्मोड़ा सीट पर रघुनाथ सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाए जाने पर पूर्व विधायक कैलाश शर्मा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि तीन बार से चुनाव हारने वाले को प्रत्याशी बना दिया गया। उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ताओं के बीच जाकर फैसला लेंगे।
- सोमेश्वर सीट से दावेदारी करने वाले केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा के भाई संजय टम्टा और चंदन लाल टम्टा ने दो टूक कहा कि अब जनता के बीच जाकर आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
- जागेश्वर से भाजपा के टिकट के दावेदार नरेंद्र बिष्ट ने भी कहा कि जनता के बीच जाकर फैसला मांगा जाएगा।
- चम्पावत सीट से दावेदारी करने वाले भाजपा जिला कार्यकारिणी सदस्य दीप चंद्र पाठक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पाठक ने कहा कि, अब वह जनता के बीच जाकर चुनाव लड़ने पर राय मांगेंगे।
- गंगोलीहाट में मीना गंगोला को प्रत्याशी बनाने पर फकीर राम व खजान गुड्डू ने खुली नाराजगी जताई है। फकीर ने कहा कि वे 1984 से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं। उन्हें टिकट न देकर पार्टी ने आम कार्यकर्ता का अपमान किया है। कांग्रेस से भाजपा में आए खजान गुड्डू ने कहा कि कांग्रेस के बाद भाजपा ने उन्हें धोखा दिया है।
- धारचूला सीट से वीरेन्द्र पाल को टिकट देने का भाजपा नेता बीडी जोशी, जगत मर्तोलिया सहित कई दावेदारों ने खुलकर विरोध किया है। सभी ने कहा है कि पार्टी ने टिकट पर फिर से विचार नहीं किया तो वे अपने समर्थकों से बात कर अगला निर्णय लेंगे।
- चौबट्टाखाल से सिटिंग विधायक व पार्टी के पूर्व अध्यक्ष तीरथ रावत भी टिकट कटने से नाराज हैं। वे विकास की लड़ाई जारी रहने की बात कर अपना आक्रोश जाहिर कर रहे हैं।
- धनोल्टी के विधायक महावीर रांगड़ हालांकि अभी पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन वे समर्थकों के साथ टिकट कटने के बाद उपजी स्थिति पर मंथन कर रहे हैं।रानीखेत अजय भट्ट को प्रत्याशी बनाने पर रानीखेत के भाजपा नेता प्रमोद नैनवाल ने साफ किया कि वे जनता के बीच जाकर चुनाव लड़ने पर फैसला करेंगे। केदारनाथ् से शैलारानी को टिकट मिने से पूर्व विधायक आशा नौटियाल और कर्णप्रयाग से पूर्व विधायक अनिल नौटियाल ने भी ताल ठोकने का मन बना लिया है।
- कपकोट से दावा ठोक रहे युवा तेज तर्रार नेता भूपेश उपाध्याय भी निर्दलीय ही मैदान में ताल ठोक रहे हैं उनका तो यहाँ तक कहना है की कुमाऊं की सभी पर्वतीय सीट्स पर बीजेपी के असंतुस्टों को वो चुनाव लड़वायेंगे। गौरतलब है कि सरकार बनाने और गिराने में अहम रोल निभा चुके है।
अब देखना ये होगा कि आने वाले दिनों में बीजेपी अपने भीतर बगावत के सुरों को कितना रोक पाती है और वहीं कांग्रेस विरोधी खेमें में पड़ी इस दरार का कितना राजनीतिक फायदा उठा पाती है।