डीएम और एसएसपी के सख्त तेवरों को देख किट्टी का धंधा करने वाले अन्य लोगों में खौफ दिखाई दे रहा है। भय का ही असर है कि भाजपा से जुड़ी एक किट्टी संचालिका ने अपने किट्टी से जुड़े सभी लोगों को एक होटल में बुलाया। सूटकेस में नोट लेकर आये संचालिका के पति ने कहा कि जिसको किट्टी डूबने का डर है वो अपना पैसा ले जा सकता है। ये बात सुनने के बाद करीब 24 लोगों ने अपनी रकम वापस ले ली। जबकि कई लोगों को रकम देने के लिये वक्त दिया गया है।
पुराना रानीपुर मोड़ के पास जीआईजी मार्ट में एक सविंदर और उसकी पत्नी गुरमीत कौर किट्टी का अवैध धंधा करती थीं। शहर के करीब 25 हजार से अधिक लोगों ने करोड़ों रुपये का निवेश किट्टी में किया था। किट्टी प्रकरण तब गरमाया जब सविंदर अचानक शहर से भाग गया।
पीड़ितों ने हंगामा किया तो पुलिस ने सविंदर की पत्नी गुरमीत कौर को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर गुरमीत को जेल भेजकर फरार सविंदर की तलाश शुरू कर दी। किट्टी प्रकरण की गूंज जब सरकार के कानों तक गूंजनी शुरू हुई तो डीएम और एसएसपी ने पीड़ितों को इंसाफ दिलाने में तत्परता दिखानी शुरू कर दी।