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एटीएम तोड़ कर चोरी करने वाला आरोपी गिरफ्तार

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03 दिसंबर को सिटि कन्ट्रोल रुम द्वारा सूचना मिली की सहारनपुर चौक के पास आईडीबीआई बैक के एटीएम गार्ड को गम्भीर रुप से घायल कर दिया गया है जो एटीएम में ही घायल अवस्था में पड़ा है । इस सूचना को गम्भीरता से लेते हुए तत्काल कोतवाली पुलिस व उच्चाधिकारी गण मौके पर पहुँचे तथा घायल गार्ड राजेन्द्र सिंह पुत्र स्व0 राधेश्याम नि0 98 श्रीदेव सुमन नगर जनपद देहरादून को तत्काल उपचार हेतु दून अस्पताल पहुँचे किन्तु गार्ड की तबीय़त ज्यादा खराब होने के कारण महन्त इन्द्रेश अस्पताल के लिए रैफर किया गया जहां पर गार्ड का तत्काल उपचार कराया गया तथा पुलिस द्वारा घटनास्थल से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई तथा आवेदक सुधीर कुमार पुत्र राजेन्द्र सिंह (गार्ड IDBI ATM) नि0 98 श्रीदेवसुमन नगर जनपद देहरादून की तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली नगर पर मु0अ0सं0 531/17 धारा 394/511/427 बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया ।

श्रीमान घटना की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुए श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय व श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदय के पर्यवेक्षण में व श्रीमान क्षेत्राधिकारी नगर महोदय के निर्देशन में टीम गठित की गई । पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आस पास के दुकानों व प्रतिष्ठानों की सीसीटीवी फूटेज ली गई तथा आईडीबीआई बैंक की डीवीआर कब्जे ली गई जिसको एसओजी टीम द्वारा प्रोसेस कर अभियुक्त की फोटो प्राप्त की गई किन्तु फोटो धुंधली होने के कारण घटनास्थल एटीएम के कैश ट्रांजैक्शन की डिटेल ली गई तो पाया कि अभि0 द्वारा एसबीएआई व पीएनबी कार्ड का प्रयोग किया गया तदोपरान्त कार्ड की डिटेल व दोनों कार्ड के ट्रांजैक्शन की डिटेल के लिए मुख्य शाखा पीएनबी/एसबीएआई से सम्पर्क कर दोनों बैंको के मुख्यालय ईमेल भेजा गया जिसमें जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त अभियुक्त द्वारा दि0 01.01.17 को दरबार झण्डा साहिब से भी ट्रांजैक्शन की कोशिश कर एटीएम कार्ड का प्रयोग किया गया है । तदोपरान्त एसबीआई बैंक से सम्पर्क कर उक्त एटीएम की सीसीटीवी फूटेज व विडियो कवरेज ली गई जिसमें अभि0 की साफ फोटो प्राप्त हुई जिसको उच्चाधिकारी गण के निर्देशन में व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु समस्त थानों / चीता मोबाईल व डीसीआरबी भेजा गया ।
श्रीमान घटना की गम्भीरता को दृष्टिगत रखते हुए जनपद के सभी थानों द्वारा फोटो दिखा-दिखा कर अभि0 की तलाश हेतु ठोस पतारसी सुरागरसी की गई इसी क्रम में थाना पटेलनगर महिला चीता कर्म0गण आरक्षी मंजू व रिक्रूट आरक्षी रमिता रावत द्वारा अपने क्षेत्र में पतारसी सुरागरसी की गई जिसमें जानकारी हुई कि उक्त हूलिये का व्यक्ति देहराखास में निवास कर रहा है । इस सूचना पर थाना पटेलनगर पुलिस व थाना कोतवाली पुलिस द्वारा संयुक्त रुप से टीम गठित की गई तथा ठोस पतारसी सुरागरसी की गई तथा आज दि0 10.12.17 को संयुक्त पुलिस टीम द्वारा अभि0 मौ0 आमीर पुत्र मौ0 याकूब नि0 मोहल्ला जाटान, थाना कोतवाली बिजनौर को लाल पुल पटेलनगर की ओर से आते हुए समय 03.45 AM बजे गिरफ्तार किया गया तथा अभि0 से घटना के दौरान पहने हुए कपड़े / हैलमट व घटना में प्रयुक्त वाहन स्कूटी नं0 UP20AP-4071 बरामद किया गया ।
श्रीमान पूछताछ पर अभि0 मौ0 आमीर उपरोक्त द्वारा बताया कि वह करीब एक वर्ष पहले प्लम्बर का काम करने के लिए देहरादून आया था तथा अपने जीजा तस्लीम पुत्र इस्लामुद्दीन नि0 मौहल्ला सय्यदवाड़ा, नगीना बिजनौर हाल THDC कालोनी देहराखास पटेलनगर देहरादून के यहां निवास करता हूँ । तथा कुछ समय पहले मैंने नरेश पाल की डेरी के काउण्टर से पर्स उठाया था जिसमें उसके दो एटीएम मिले थे जिसको मैंने एटीएम में लगाया तो एटीएम काम कर रहे थे, मैंने सोचा नम्बर डालकर मुझे पैसे निकल जायेंगे किन्तु ऐसा नहीं हुआ इसी माह घर पर दि0 18.12.17 को बहन की शादी होने के कारण घर वालों द्वारा पैसे की मांग की गई तो मैंने सोचा कि इन दोनो एटीएम को बार-बार प्रयोग किया किन्तु पैसे नहीं निकले । दिनांक 02.12.17 को मैं सहारनपुर चौक के पास आईडीबीआई एटीएम में पहुँचा तो वहां पर गार्ड बुजुर्ग था जिसको मैंने अपनी बातों में लगा लिया और मैंने बार-बार ATM मशीन में प्रयोग किये किन्तु पैसा नहीं निकला तो मैंने गार्ड को कहा कि इसमें कैश नहीं है तब गार्ड द्वारा अपने पास चाबी से ATM मशीन को ऊपर से खोला और बन्द किया तभी मेरे मन में लालच आ गया कि मैं ATM मशीन को तोड़कर पैसे निकाल सकता हूँ । तब मैं दोबारा रात को पहुँचा तो देखा दूसरा गार्ड मौजूद था वह भी काफी बुजुर्ग था तब मैंने कार्ड को स्वैप किया किन्तु तब भी पैसे नहीं निकले । तब मैंने प्लान बनाया और मैं अपनी स्कूटी से रात 11.00 बजे के बाद ATM में गया तो गार्ड अन्दर सोया हुआ था, मैंने ATM का शटर डाऊन कर अन्दर जाकर गार्ड के सिर पर अपने साथ लाये हथोड़े से 3-4 बार वार किये और गार्ड को मरा समझ ATM मशीन को तोड़ना चाहा और उस पर हथोड़े मारे किन्तु ATM मशीन नहीं टूटी और न ही ATM मशीन खोलने की चाबी मिली । तब मैं ATM से भाग निकला ।
श्रीमान उक्त घटना के शीघ्र अनावरण हेतु उच्चाधिकारी गणों व स्थानीय जनता द्वारा भूरी-भूरी प्रशंशा की गई व उत्साहवर्धन हेतु श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , देहरादून महोदया द्वारा 2500/- रू , श्रीमान पुलिस उप महानिरीक्षक महोदय द्वारा 5000/-रु व श्रीमान अपर पुलिस महानिदेशक L/O महोदया द्वारा 10000/-रू से पुरस्कृत करने की घोषणा की गई ।

नाम पता अभियुक्त :-

1- मौ0 आमीर पुत्र मौ0 याकूब नि0 मौहल्ला जाटान, थाना कोतवाली बिजनौर उ0प्र0
2- मौ0 तसलीम पुत्र इशलामुद्दीन निवासी मौह्लल्ला सय्यदवाडा, नगीना, बिजनौर उ0प्र0।

विवरण माल बरामदगी-

1- स्कूटी होण्डा एक्टिवा, रंग सफेद, नं0 UP20-AP-4071
2- हरे रंग की जर्सीनुमा अपर – दौराने घटना पहने वस्त्र
3- हैलमट सिलवर कलर – दौराने घटना पहना हुआ

पुलिस टीम कोत0 नगर :-

1- श्री चन्द्र मोहन सिंह (CO City D.Dun)
2- बी.बी.डी.जुयाल (प्रभारी निरी0 कोतवाली)
3- SSI अरविन्द कुमार
4- SI जितेन्द्र कुमार
5- SI अनिल चौहान
6- SI सुनील नेगी
7- SI प्रद्यूमन नेगी
8- SI नरेन्द्र पुरी
9- SI प्रवेश रावत
10- SI के.एस. गर्ब्याल
11- C 1079 ब्रजमोहन
12- C 532 प्रतीक
13- C 427 मनोज
14- C 318 नवीन
15- C 05 तेज सिंह
16- C 460 प्रदीप
17- C 615 भरत सिंह
18- C 261 राकेश चन्द
19- C/DR प्रविन्द्र कुमार
20- C 1694 देवेन्द्र
21- C 1617 प्रदीप

SOG देहरादून टीम :-

1- उ0नि0 पी.डी.भट्ट, प्रभारी एस0ओ0जी0
2- HC सुशील
3- C आशीष
4- C प्रमोद
5- C अरुण
6- C ललित
7- C देवेन्द्र
8- C विपिन राणा

विशेष सहयोग टीम-

1-निरीक्षक एल.आई.यू. श्री योगेश चन्द ।
2-उ0नि0 उमेश कुमार चौकी प्रभारी जाखन।
3- C प्रदीप टमटा (थाना डोईवाला)
4- C 992 सोनू राठी
5- C 1451 राजेश राणा
6- C 12 मनमोहन सिंह
7- C 1578 आदित्य
8- C 767 त्रिलोक
9- C 409 केतन बिष्ट
10- C 1174 राजेश जयाड़ा
11-LC 292 सरोज

पुलिस टीम कोत0 पटेलनगर :-

1- श्री रितेश शाह (प्रभारी निरी0 पटेलनगर)
2- SSI विपिन बहुगुणा, थाना पटेलनगर।
3- SI नरोत्तम बिष्ट, चौकी प्रभारी बाजार।
4- म0का0 मंजू
5- रि0म0का0 रमिता रावत
6- C 203 जितेन्द्र
7- C 370 सन्तोष
8- C 380 योगेश

दावों के उलट गंगा घाट पर खड़े हो रहे वाहन

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हरिद्वार। एक ओर गंगा स्वच्छता को लेकर सरकार से लेकर संस्थायें तक लगातार कार्य करने का दावा कर रही है। दूसरी ओर तीर्थनगरी मे कई स्थानों पर गंगा घाटों पर वाहनों की पार्किंग आम बात होने लगी है। हर की पैड़ी के निकट सुभाष घाट क्षेत्र के विभिन्न मार्गो पर अवैध रूप से वाहनों की पार्किंग धड़ल्ले से संचालित है। जगह-जगह अनाधिकृत तरीके से दुपहिया वाहन खड़े रहते हैं, जिन कारणों से बाहर से आने वाले यात्रियों श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि कई बार नगर निगम एवं पुलिस के संयुक्त अभियान चलाये जाते हैं। इसके बाजवूद सुभाष घाट पर सैकड़ों वाहन कतारबद्ध तरीके से लगाये जा रहे हैं।

स्थानीय व्यापारियों द्वारा भी अपने वाहन अनाधिकृत तरीके से खड़े कर दिये जाते हैं। कई बार तो भारी संख्या में यात्रियों के आने से अनेकों व्यवधान उत्पन्न हो जाते है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि पार्किंग स्थल की कमी के कारण गलत तरीके से वाहन लोगांे द्वारा खड़े कर दिये जाते हैं कई बार वाहन खड़े करने के दौरान लड़ाई झगड़े भी हो जाते हैं। व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम द्वारा पार्किंग स्थलों को बनाया जाये जिससे स्थानीय व्यापारियों को भी सुविधायें मिल सके क्योंकि बड़ी संख्या में वाहन घाट पर ही खड़े कर दिये जाते हैं जिससे व्यापारियों को भी असुविधायें झेलनी पड़ती है। घाट पर यात्रियों की भीड़भाड़ होने के चलते कई बार अनेकों परेशानियां झेलनी पड़ती है। पुलिस प्रशासन को इन स्थानों पर वाहन खड़े करने की अनुमति प्रदान नहीं करनी चाहिये।
अनाधिकृत तरीके से खड़े वाहन घाट पर जाम को बढ़ावा दे रहे हैं। जबकि भिखारियों की संख्या बढ़ने से जगह-जगह घाट पर भिखारी बैठे रहते हैं। भीख के चक्कर में बाहर से आने वाले यात्रियों के कपड़े खीचने को तैयार भिखारी गंगा घाट पर हाय तौबा मचा देते हैं। कई बार तो यात्रियों को भिखारियों से बचने से दुड़न्गी भरनी पड़ती है। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि गंगा घाटों को भिखारी मुक्त बनाया जाये। साथ ही गंगा घाटों पर शरारती तत्वों के जमावड़े पर भी पुलिस को अंकुश लगाना चाहिये। 

मानवाधिकार की शिकायतों में 60 फीसद पुलिस के खिलाफ

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देहरादून। मानवाधिकार आयोग के आंकड़ों के मुताबिक मानवाधिकार उल्लंघन की जितनी शिकायतें आयोग पहुंच रही हैं, उनमें से करीब 60 फीसद मामले पुलिस के रवैये के खिलाफ दर्ज किए जाते हैं। वर्ष 2012 से लेकर अब तक पुलिस के खिलाफ 3500 से अधिक शिकायतें आयोग को मिली हैं। इसमें रिपोर्ट न लिखने से लेकर जांच में लीपापोती व उत्पीड़न तक की शिकायतें शामिल हैं।

मानवाधिकार आयोग की सदस्य डॉ. हेमलता ढौंडियाल के अनुसार, पुलिस के खिलाफ आने वाली सर्वाधिक शिकायतों को देखते हुए कई बार मानवाधिकार आयोग अपनी पुलिस जांच टीम से भी मामलों की जांच कराती है। साथ ही संबंधित पुलिस या वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को भी प्रकरण भेजा जाता है। इसके अलावा आयोग के पास नगर निकाय व ऊर्जा निगम की अनदेखी की शिकायतें भी बड़ी संख्या में आ रही हैं। इनकी संख्या कुल शिकायतों में करीब 15 फीसद है। वहीं, पेंशन व सेवा के बाद के देयकों को लेकर भी आयोग में दर्ज होने वाली शिकायतों का ग्राफ बढ़ रहा है। इसके अलावा सेवा संबंधी जैसे-पदोन्नति के मामले भी आ रहे हैं, लेकिन इन प्रकरणों में शिकायतकर्ता को पहले संबंधित विभाग व ट्रिब्यूनल में जाने की सलाह दी जाती है।
आयोग सदस्य डॉ. हेमलता ढौंडियाल के अनुसार कई बार इस तरह के मामले में सामने आते हैं, जो दुर्लभ श्रेणी के होते हैं। इनके निस्तारण में कई बार नई बातें सामने आती हैं और ये सभी के लिए नजीर भी बनते हैं। उन्होंने कहा कि जानवरों से फसल क्षति का भी एक प्रकरण इन दिनों सुनवाई का हिस्सा है। ऐसे ही एक मामले में एक व्यक्ति ने बंदरों से उनकी टमाटर की फसल की क्षति को लेकर आयोग का दरवाजा खटखटाया था। इसमें आयोग के प्रयास से वन विभाग ने क्षतिपूर्ति दी, लेकिन जब से क्षतिपूर्ति का नियम बना, उससे पहले का मुआवजा भी मांगा गया है। वन विभाग भी इस स्थिति पर असमंजस में है और फिलहाल आयोग भी विभाग के जवाब का इंतजार कर रहा है। 

28 हजार करोड़ खर्च, फिर भी आधी आबादी त्रस्त

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देहरादून। 28 हजार करोड़ खर्च होने के बावजूद पूरा दून पानी की समस्या से जूझ रहा हैं। एडीबी विंग की लापरवाही से दून के लोग त्रस्त आ चुका है। पहले डालनवाला फिर खुड़बुड़ा-तिलक रोड और अब पटेलनगर क्षेत्र में एडीबी विंग की लाइन लोगों के लिए मुसीबत बन रही है।

दरअसल आगामी 21 जनवरी को एडीबी विंग का राज्य सरकार से अनुबंध समाप्त हो रहा है। जिसके चलते एडीबी अधिकारी जल्दवाजी कर इस अवधि से पहले सभी कार्य को निबटाने की कोशिशों में लगे है। वहीं पटेलनगर क्षेत्र में एडीवी विंग ने लाइन डालते वक्त पुरानी लाइन तो क्षतिग्रस्त कर दी, सीवर लाइन के चैंबर भी तोड़ दी, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसके बाद एडीबी विंग की ओर से मातावाला बाग स्थित ओवरहैड टैंक से जोड़ने का काम समय अधिकारियों ने काम मे सतर्कता नहीं बरती जिसके चलते लाइन में मिट्टी घुस गई और पूरी लाइन चोक हो गई। जिससे क्षेत्र में करीब दस हजार की आबादी तीन दिन तक पानी के संकट से जूझती रही। जिसके बाद स्थानीय लोगो ने जल संस्थान से टैंकर मंगाकर अपने निजी काम किये। इसके बाद जल संस्थान के अधिकारियों ने जांच की तो पता चला कि इस लाइन पर एडीबी विंग काम कर रहा है। इसके बाद शिकायत एडीबी विंग के पास पहुंची तो एडीबी ने जल संस्थान को लाइन दुरुस्त करने को कहा।

उत्तराखंड में बेटियां निरंतर छू रही आसमान:अनुकृति

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देहरादून। बेटियां आज हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कर रही हैं। फैशन की बात हो या फिर तकनीकि की। बेटियां निरंतर हर दिशा में अपना ही नहीं बल्कि अपने प्रदेश और देश दोनों का नाम रोशन कर रही हैं। यह बात मिस इंडिया ग्रैंड 2017 अनुकृति गुसाईं ने कही। अनुकृति मिस्टर एंड मिस देहरादून कॉन्टेस्ट में बतौर सेलेब्रिटी जज हिस्सा ले रही हैं। कॉन्टेस्ट का फिनाले आज आयोजित होगा।

फाइव फेसेस की ओर आयोजित हो रहे मिस्टर एंड मिस देहरादून के ग्रैंड फिनाले में बतौर जज शामिल होने आई अनुकृति गुसाईं प्रतियोगिता की पूर्व संध्या में पत्रकारों से मुखातिब हुई। अनुकृति ने कहा कि प्रदेश में बेटियों की स्थिति निरंतर बेहतर हो रही है। समाज की विचारधारा में भी बदलाव आ रहा है। मानसिकता पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश भले ही अपराध की स्थिति में अन्य राज्यों से बेहतर हो। लेकिन लोगों की बेटियों के प्रति मानसिकता अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा कि अपनी बेटियों को बेटा कहकर पुकारने की पंरपरा अच्छी नहीं है। इससे बेटियों की क्षमताओं पर ही सवाल खड़े होते हैं। बेटियों को बेटी से पुकारना ही उसकी मजबूत स्थिति का परिचायक है।
अनुकृति ने निसंकोच कहा नारियों की कमजोर स्थिति के लिए सिर्फ पुरूषों को भी दोष देना उचित नहीं है। क्योंकि उन्हें अपने अधिकारों के लिए स्वयं आगे आना होगा। पुरूष, महिलाओं के हकों के लिए नहीं लड़ेंगे। उन्होंने माना कि उत्तराखंड की महिलाएं कम जागरूक हैं।
अनुकृति गुसाईं ने कहा कि वह प्रदेश की नारियों एवं बेटियों को सशक्त बनाने के लिए व्यापक अभियान चलाएंगी। बताया कि इस पर उनकी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ वार्ता चल रही है। जल्द ही वह इस कार्यक्रम को सार्वजनिक करेंगी।
फाइव फेसेस की ओर से आयोजित होने वाले लोकप्रिय कांटेस्ट मिस्टर एंड मिस देहरादून का ग्रांड फिनाले रविवार को हरिद्वार रोड स्थित होटल सॉलीटेयर में होगा। फाइव फासेज की निदेशक श्वेता चौधरी ने बताया कि ग्रैंड फिनाले में अनुकृति गुसाईं के साथ राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिताओं में अपना नाम शामिल करने वाली 80 वर्षीय प्रकाशो देवी यानि ‘शूटर दादी’ और विश्व पटल पर डबल ट्रैप शूटिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला सीमा तोमर बतौर जज शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि पूरा कॉन्टेस्ट बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को समर्पित है। इसी को देखते हुए शो में एक खास राउंड अनाथ बालिकाओं के लिए रखा गया है। शो रविवार शाम चार बजे शुरू होगा। चार राउंड की प्रतियोगिता के बाद विजेताओं की घोषणा की जाएगी। प्रैस वार्ता में निदेशक विनायक शर्मा, तुषार रस्तोगी, जैज पुश्कल सोनी, विभोर गुप्ता, तुषार चौधरी आदि मौजूद रहे। 

जीएसटी की मार का परिणाम खादी आश्रम से सुविधाएं खत्म

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देहरादून। गांधी के सपनों को साकार करने वाले स्वदेशी के भावना से संचालित गांधी आश्रम इन दिनों अव्यवस्था का शिकार हो रहे हैं। लगातार बढ़ रहा घाटा और कुप्रबंधन कर्मचारियों को और हतोत्साहित कर रहा है। हालांकि इसके पीछे 2013-2014 में दैवीय आपदा से हुआ घाटा तो है ही। अब लगभग 12 प्रतिशत जीएसटी ने खादी की कमर तोड़ दी है। इसी का प्रमाण पिछले दिनों लिया गया निर्णय है, जिसके कारण क्षेत्रीय कार्यकर्ताओं में असंतोष की कार्रवाई चिंगारी भड़क रही है।


देहरादून का क्षेत्रीय गांधी आश्रम अपने कार्यकर्ताओं की सुविधा के बजाय उन्हें दुविधा देने लगा है। इसका प्रमाण पांच दिसम्बर को धामपुर में एक बैठक है, जिसमें कार्यकर्ताओं की उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 वर्ष करने का निर्णय लिया जाना था जिसका कार्यकर्ताओं ने पुरजोर विरोध किया। इसके बाद यह निर्णय तो रुक गया लेकिन प्रबंध तंत्र की ओर से कई ऐसे निर्णय लिए गए, जो छोटे कर्मचारियों के लिए असुविधा का कारण बन रहे हैं। इन निर्णयों के अनुसार छह दिसम्बर को प्रबंध समिति ने कुछ अप्रिय निर्णय लिया, जिनमें उन कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया है जो जैसे-तैसे अपना गुजर-बसर कर रहे हैं।
इस बैठक में अनुग्रह राशि और ग्रेच्युटी खत्म करने की साजिश रची गई लेकिन उसे विरोध के कारण रोकना पड़ा। जिसका परिणाम यह रहा कि अब जो लोग झुग्गी-झोपड़ी बनाकर मलिन बस्तियों में भी रह रहे हैं, उनको दिया जाने वाला मकान भत्ता भी समाप्त कर दिया गया है। साथ ही बच्चों के शिक्षण के लिए मिलने वाला शुल्क खत्म कर दिया गया है। इतना ही नहीं वर्ष में एक बार सपरिवार घर आने-जाने वाला रियायती सफर खर्च भी समाप्त कर दिया गया है, जिसके कारण कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष है। गांधी आश्रम जहां चार सौ से अधिक कर्मचारी कार्य करते थे अब लगभग दो सौ के आसपास कर्मचारी हैं। फायदे में रहने वाला गांधी आश्रम में लगातार घाटे में जा रहा है। उत्तराखंड के उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी, देहरादून और उत्तर प्रदेश के बिजनौर तक फैला क्षेत्रीय श्रीगांधी आश्रम दयनीय स्थिति तक पहुंच गया है। कार्यकर्ताओं को समय पर वेतन भी नहीं मिल पा रहा है।
अब जब खादी पर भी जीएसटी लागू हो गया है। ऐसे में गांधी आश्रम और रसातल की ओर जा रहा है, जिसके कारण स्थिति लगातार गम्भीर होती जा रही है। इस संदर्भ में क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम के निदेशक इन्दासन यादव से चर्चा की गई। उनका कहना था कि गांधी आश्रम आपदा के बाद आर्थिक तंगी में आ गया था और अब जीएसटी के कारण और इस स्थिति गम्भीर हो गई है। श्री यादव ने बताया कि वे एक बैठक में भाग लेने गैरसैंण जा रहे हैं। वहां से लौटने के बाद इस बारे में पूरी चर्चा कर पाएंगे। 

ओएनजीसी केदारनाथ-गंगोत्री के लिए देगा 12.38 करोड़ का फंड

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देहरादून। ओएनजीसी के महाप्रबंधक (सीएसआर) डॉ. साजिद जमाल ने दी जानकारी के मुताबिक ओएनजीसी कारपोरेट सोशल रिस्पॉंसिब्लिटी (सीएसआर) फंड में केदारनाथ व गंगोत्री मंदिर की बेहतरी के लिए इस वर्ष 12.38 करोड़ रुपये देगा। इसमें करीब पांच करोड़ रुपये केदारनाथ व आठ करोड़ रुपये गंगोत्री मंदिर के लिए जारी किए जाएंगे।

शनिवार को बिजनेस एक्सीलेंसी पर आयोजित सम्मेलन में डॉ. जमाल ने कहा कि देहरादून में घंटाघर के सौंदर्यीकरण के लिए भी करीब एक करोड़ रुपये का वित्तीय प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही दून में प्रेमनगर व गढ़ीकैंट में पेयजल किल्लत दूर करने के लिए दो ट्यूबवेल का निर्माण कराया गया है। राज्य में आर्मी वेलफेयर व शिक्षण संस्थानों में संसाधन मुहैया कराने के लिए भी बड़ी राशि खर्च की गई है। बीते साल की बात करें तो ओएनजीसी ने सीएसआर में 526 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि वर्ष 2015-16 में यह राशि 421 करोड़ रुपये थी। हर साल ओएनजीसी का सीएसआर फंड तेजी से बढ़ रहा है। वहीं, टीएचडीसी (टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन) के प्रतिनिधि ने सम्मेलन में बताया कि बीते साल संस्थान ने 15.33 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि वित्तीय प्रवधान 15.28 करोड़ रुपये के किए गए थे। 

अब प्रीपेड मीटर करेगा लॉइन लॉस कम करने का काम

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देहरादून। अब प्रीपेड मीटर के जरिये लॉइन लॉस कम करने का काम किया जाएगा। मणिपुर मॉडल को अपनाते हुए ऊर्जा निगम जल्द ही डिमांड केंद्र सरकार को भेजेगा। केंद्र सरकार का उपक्रम एनर्जी एफिसियंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) एक करोड़ मीटर खरीदेगा।

उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीसीएल) के निदेशक (परियोजना) एमके जैन ने बताया कि पहले लाइन लॉस कम करने के लिए पहले स्मार्ट मीटर लगाने की बात थी। केंद्र सरकार को पहले चरण के लिए दो लाख मीटर की डिमांड भेज दी गई थी। ये मीटर हरिद्वार, रुद्रपुर, किच्छा, गदरपुर क्षेत्र में लगने थे, क्योंकि लाइन लॉस सबसे ज्यादा यहीं होता है। केंद्र सरकार को बल्क में मीटर खरीदने थे। लेकिन स्मार्ट मीटर काफी महंगा पड़ रहा था। इसी बीच, मणिपुर में एक प्रयोग किया गया। यहां प्रीपेड मीटर लगाए गए और एक साल के भीतर लाइन लॉस 58 फीसद से घटकर 26 आ गया। उन्होंने बताया कि केंद्र स्तर से बल्क में प्रीपेड मीटर खरीदे जाएंगे तो एक मीटर के दाम करीब-करीब साधारण इलेक्ट्रॉनिक मीटर के जितने ही पड़ेंगे। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले दिल्ली में हुई पावर मिनिस्टर्स कांफ्रेंस में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने इस बाबत दिशा-निर्देश दिए हैं। अब यूपीसीएल स्तर पर बैठक होगी और इसमें प्रीपेड मीटर को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना तैयार होगी और डिमांड भी तैयार की जाएगी। पहले चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में प्रीपेड मीटर लगाने का प्रयास रहेगा। बताया कि प्रीपेड मीटर से ऊर्जा संरक्षण भी होगा। क्योंकि, इसमें कूपन से रिचार्ज होगा और लोग उसके अनुसार ही संभलकर बिजली का उपभोग करेंगे।
उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग (यूईआरसी) ने प्रीपेड मीटर का उपभोग करने पर बिजली की दरों में घरेलू उपभोक्ताओं को चार और अन्य को तीन फीसद की छूट मिलने का प्रावधान किया है। यूपीसीएल निदेशक एमके जैन ने बताया कि निर्धारित से ज्यादा लोड बढऩे पर प्रीपेड मीटर ट्रिप हो जाता है। अभी तक अस्थायी कनेक्शन पर प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोग प्रीपेड मीटर को अपनाएं, इसके लिए इसकी सुविधाओं को बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा।

दून में मौजूद हैं बहुत सी मशहूर बेकरी

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देहरादून के मशहूर पलटन बाज़ार की गलियों से गुजरके समय आपको बेकरी उत्पादों की खुशबू अपनी तरफ खींच ही लेगी। यहां मौजूद सालों पुरानी इन बेकरियों के स्वाद का जादू ही है जिसने देहरादून को एक मशहूर बेकरी डेस्टिनेशन की पहचान दिलाई है। इन सब में से सबसे पुरानी  बेकरियों में से एक है सनराइज बेकरी। इस बेकरी के मालिक जौली परिवार 1950 के दशक में पाकिस्तान के चखवाल इलाके से देहरादून आ बसे थे। यहीं इस परिवार ने लजीज जायकेदार बेकरी प्रॉडक्टस बनाने की शुरुआत  सनराइज बेकरी के ज़रिये की।  

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बेकरी के मालिक अमरजीत सिंह जौली बताते हैं कि “जब हमारे पिता पाकिस्तान से यहां आये थे तब इस बेकरी की शुरुआत की थी। पाकिस्तान में भी हम यहीं काम करते थे और उस समय हमारे रस्क पापे के नाम से मशहूर थे।दिल्ली, मुंबी ही नही अमेरिका कैनेडा आदि से भी हमारे यहां लोग रस्क खरीदने आते हैं। शाम पांच बजे से ही हमारे यहां खासतौर पर रस्क के दीवानो की भीड़ लग जाती है।”

इस बेकरी में 24 घंटे करीब 15 कारीगर स्वाजद से भरे इन रस्क और बिस्कुटों को बनाने में लगे रहते हैं। सोगों में इस बेकरी की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बनने के कुछ ही घंटो में ये सभी सामान बिक भी जाता है। समय के साथ साथ और ग्राहकों की मांग को देखते हुए बेकरी में सामना बनाने की तकनीक और उपकरणों में बदलाव आया है पर स्वाद का जादू वैसे का वैसा ही है।

पलटन बाज़ार की इन गलियों में आकर इस बेकरी के सामान का मजा उठाने वाले की कदरदान है। देहरादून निवासी टी एस साहनी कहते हैं कि “मैं पिछले पचास सालों से यहां आ रहा हूं और मुझेो यहां के अलावा कहीं का सामना अच्छा नहीं लगता। केक, बिस्कुट, रस्क कुछ भी ले लीजियो जो सदवा यहां है वो कहीं नहीं हो सकता। सिर्फ ताजा सामान ही नहीं यहां का सामान तीन चार दिनों तक ाराम से वहीं स्वाद बरकरार रखता है।”

वहीं देहरादून की मशहूर राजपुर रोड पर मौजूद ऐलोरा बेकरी भी दून की पहचान बन गई है। 1950 के समय में ही के एल गुलाटी ने इस बेकरी की शुरुआत की थी। और तभी से ये जगह बेकरी के कदरदानों की पसंदीदा जगह बनी हुई है। इस बेकरी की खासियत है कि यहां किफाईती दामों पर तरह तरह के प्रॉडक्ट मिलते हैं। इनमें केक, पेस्ट्री, ब्राउनी, टार्ट और कई अन्य आइटम शामिल हैं। लोगों की बढ़ती मांग के चलते 1985 में ऐलोरा बेकरी ने मेलटिंग मोमेंट्स के नाम से एक रेस्टोरेंट भी खोल दिया। वी के गुलाटी बताते हैं कि “हमारे लिये ये ज़रूरी है कि हमारे ग्राहक हमारे दाम और क्वालिटी से संतुष्ट रहे।उन्हे ये नहीं लगना चाहिये कि यह चीज मुझे सस्ते में कहीं और भी मिल सकती थी।”

तो अगली बार आप देहरादून में है और यहां के खास ज़ायके को अपने साथ वापस ले जाना चाहते हैं तो आपको सही पता मालूम है।

‘पद्मावती’ के रोल में दीपिका परफेक्ट हैः शाहिद कपूर

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फिल्मफेयर मैग्जीन को दिए एक इंटरव्यू में बॉलीवुड कलाकार शाहिद कपूर ने फिल्म ‘पद्मावती’ में दीपिका के रोल के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि दीपिका के अलावा कोई और इस किरदार के साथ न्याय नहीं कर पाता। दीपिका ‘पद्मावती’ के किरदार के लिए बिल्कुल परफेक्ट हैं। बातचीत में शाहिद कपूर ने आगे कहा कि दीपिका एक अच्छी कलाकार हैं। हम दोनों का एक-दूसरे के साथ काम करना बहुत अच्छा रहा। एेसा कभी नहीं लगा कि हम पहली बार साथ में काम कर रहे हैं।

वहीं फिल्म ‘पद्मावती’ के निर्देशक संजय लीला भंसाली की प्रशंसा करते हुए शाहिद कपूर ने कहा कि वो ‘मैड जीनियस’ हैं। वह आपके अंदर की सारी प्रतिभा निकाल लेते हैं, लेकिन वो ड्रग की तरह हैं जिसकी आपको आदत हो जाएगी। वो उन लोगों के लिए बहुत सख्त हैं जो मेहनत नहीं करते हैं। वह उन लोगों के लिए बहुत अच्छे हैं जो खुद से आगे बढ़कर काम करते हैं। वह तुम्हें तब तक नहीं छोड़ेंगे जब तक वे जो चाहते हैं उन्हें मिल नहीं जाता। मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं।

हालांकि पद्मावती कब रिलीज होगी, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। लेकिन उसकी चर्चा लगातार बनी हुई है। फिल्म की रिलीज टल जाने से उसके बारे में हो रहे विरोध प्रदर्शन भी थम गए हैं। इस बीच अनुराग ठाकुर की अध्यक्षता वाली संसदीय दल की बैठक में संजय लीला भंसाली से फिल्म ‘पद्मावती’ से जुड़े तीखे सवाल पूछे गए। संसदीय कमेटी ने फिल्म को मीडिया के कुछ चुने हुए लोगों को दिखाए जाने पर पूछा कि क्या इसका उद्देश्य केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के निर्णय को प्रभावित करना था।