कांग्रेस 46 सीटों को लेकर हैं कांफिडेंट
नोटबंदी की शिकार शिल्पा शेट्टी की कंपनी को ताला लगा
केंद्र सरकार द्वारा विगत आठ नवम्बर को लागू नोटबंदी के फैसले से हिन्दी फिल्मोद्योग तो अब धीरे-धीरे बाहर निकल रहा है, लेकिन खबर आई है कि इस नोटबंदी का शिकार होने की वजह से शिल्पा शेट्टी की कंपनी को ताला लग गया है। शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा ने कुछ समय पहले होम शॉपिंग को लेकर बेस्ट डील टीवी नाम से एक कंपनी शुरू की थी, जिसमें ऑन लाइन सामान की बिक्री होती थी। नोटबंदी का इस कंपनी पर इतना बुरा असर हुआ कि तीन महीनों से इस कंपनी में काम करने वालों को वेतन भी नहीं मिला है और राज कुंद्रा इस कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही कंपनी स्थाई रूप से बंद होने जा रही है। शिल्पा शेट्टी की ओर से कंपनी के बंद होने की खबरों को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कहा जा रहा है कि वह कंपनी को ताला लगाने का मन बना चुकी हैं। उनके हवाले से संकेत मिले हैं कि जल्दी ही कर्मचारियों को उनका बकाया भुगतान करके उनकी सेवाओं को समाप्त कर दिया जाएगा। इससे पहले शिल्पा अपनी प्रोडक्शन कंपनी को भी ताला लगा चुकी हैं। शिल्पा ने बतौर प्रोड्यूसर ढिशक्यायूं बनाई थी, जिसमें सनी देओल और हरमन बवेजा थे। फिल्म सुपर फ्लॉप रही और शिल्पा की कंपनी को ताला लग गया। शिल्पा का फिल्मी करिअर भी ठप्प है। शादी के बाद उनको कोई फिल्म नहीं मिली है। वह अब टीवी शोज में जज के तौर पर ही नजर आती हैं।
शाहरुख को ‘यश चोपड़ा’ सम्मान
इस साल यश चोपड़ा सम्मान के लिए बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान को चुना गया है। आगामी 25 फरवरी को मुंबई में यशराज स्टूडियो में होने वाले एक आयोजन में शाहरुख खान को ये पुरस्कार महाराष्ट्र के राज्यपाल विद्यासागर के हाथों मिलेगा। ये पुरस्कार यशराज की स्थापना करने वाले यश चोपड़ा की याद में तीन साल पहले शुरू किया गया और शाहरुख से पहले ये पुरस्कार अमिताभ बच्चन और रेखा को दिया जा चुका है।
शाहरुख का दिवंगत यश चोपड़ा के साथ स्पेशल रिश्ता रहा है। शाहरुख ने यश चोपड़ा की फिल्म डर से यशराज में अपने सफर की शुरूआत की थी। डर में अपने नकारात्मक किरदार से लोगों का दिल जीतने के बाद उन्होंने यश चोपड़ा के साथ दिल तो पागल है, वीर जारा और उनके निर्देशन की अंतिम फिल्म जब तक है जान में काम किया। शाहरुख खान की रोमांटिक इमेज में यश चोपड़ा की फिल्मों का बड़ा योगदान माना जाता है। जब तक है जान के बाद यश चोपड़ा ने जब निर्देशन से सन्यास लेने का फैसला किया, तो एक भव्य आयोजन में शाहरुख ने यश चोपड़ा से बातचीत भी की थी।
यश चोपड़ा के निधन के बाद शाहरुख ने यशराज की फिल्म फैन में काम किया। आदित्य चोपड़ा ने अपने निर्देशन में हाल ही में बेफिक्रे बनाई, जो उनकी पहली फिल्म थी, जिसमें शाहरुख खान नहीं थे। इस वक्त वह यशराज की किसी फिल्म में काम नहीं कर रहे हैं।
रूड़की जेल में गैंगवार का आरोपी और 20,000 का ईनामी देवपाल राणा गिरफ्तार
फरार/ईनामी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए किये जा रहे प्रयासों के अन्तर्गत स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तराखण्ड, देहरादून ने कुख्यात अारोपी देवपाल राणा पुत्र धीर सिंह निवासी बढ़ेड़ी मजमता थाना बड़गांव, जनपद सहारपुर, उ0प्र0 हाल निवासी शास्त्री चैक दयानन्द भवन थाना देवबन्द, सहारनपुर, उ0प्र0 को 14.02.2017 यानि मंगलवार की देर सांय को लेन नम्बर 07, लक्की कॉलोनी, शाहबाद, कुरूक्षेत्र, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया।
देवपाल राणा की गिरफ्तारी पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था द्वारा रु0 20,000/- का ईनाम घोषित किया गया था। उक्त अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु सुश्री पी0 रेणुका देवी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 द्वारा निरीक्षक आर0बी0 चमोला के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। उक्त टीम द्वारा लगातार की गई निगरानी/प्रयासों के अन्तर्गत दिनांक 14.02.2017 को अभियुक्त देवपाल राणा को गिरफ्तार किया गया।
वर्ष 2014 से आरोपी देवपाल राणा उपरोक्त ने कुख्यात अपराधी सुनील राठी के ईशारे पर अमित भूरा, सुशील चैधरी, अजित मख्यिाली, विश्वास उर्फ विशु के साथ रुड़की जेल परिसर में कुख्यात अपराधी विनीत शर्मा उर्फ चीनू पण्डित पर जानलेवा हमला करने की साजिश रचि थी, जिसमें अपराधी चीनू पण्डित बाल-बाल बच गया था तथा उसके तीन साथी मारे गये थे। उपरोक्त हुई गैंगवार के सम्बन्ध में थाना गंगनहर, रुड़की, हरिद्वार पर मु0अ0सं0 243/14 धारा 147, 148, 149, 302, 307, 120बी, 420, 467, 468, 471 भादवि पंजीकृत हुआ था। उक्त मुकदमें में मुख्य अपराधी देवपाल राणा उपरोक्त वांछित चल रहा था।
इसके अतिरिक्त अारोपी देवपाल राणा उत्तराखण्ड पुलिस का बर्खास्तशुदा कान्स्टेबल है और वर्ष 2002 में थाना मंगलौर जिला हरिद्वार से एक लूट के अभियोग में गिरफ्तार होने के बाद देवपाल राणा ने अपराध जगत में कदम रखा था। इसके बाद कुख्यात अपराधी संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा के सम्पर्क में आने पर अवैध धनवसूली हत्या एवं हत्या के प्रयास जैसे जघन्य अपराधों में लगातार सक्रिय था। अपनी धर्मपत्नी नीलम राणा के ननौता ब्लॉक, सहसपुर से ब्लाॅक प्रमुख बनने के बाद राजनीति की दुनिया में आ गया। इसी बीच विवादित सम्पत्तियों के धन बटवारे के विवाद के चलते इसकी संजीव उर्फ जीवा से ठन गई तो यह सुशील चैधरी उर्फ सुशील मीरकपुर के माध्यम से सुनील राठी के सम्पर्क में आ गया तथा अगस्त 2014 को सुनील राठी के विरोधी विनीत शर्मा उर्फ चीनू पण्डित की रूड़की जेल के बाहर ही हत्या के प्रयास के मामले में इसकी सक्रिय भूमिका रही। दिसम्बर 2014 अमित भूरा पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था तब भूरा की फरारी के दौरान इसने (देवपाल राणा) सुशील चैधरी के साथ पटियाला में अमित उर्फ भूरा से मुलाकात कर उसे भगाने/छिपाने में भी सहयोग प्रदान किया।
अभियुक्त अमित भूरा को छोड़कर उक्त गैंगवार के सभी अभियुक्तों कों एस0टी0एफ0 द्वारा पूर्व में ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
गिरफ्तारी में एस0टी0एफ0 के निरीक्षक आर0बी0 चमोला, उपनिरीक्षक संतोष शाह, मुख्य आरक्षी वेद प्रकाश भट्ट, आरक्षी महेन्द्र सिंह नेगी, आरक्षी संदेश यादव, आरक्षी विरेन्द्र नौटियाल, आरक्षी संजय कुमार, आरक्षी हेमन्त पुरी सम्मिलित थे। आरोपी की गिरफ्तारी में आरक्षी कैलाश नयाल एवं आरक्षी दीपक चन्दोला का विशेष योगदान रहा है।
17 और 18 फरवरी को देहरादून में पहला लिटरेचर फेस्टिवल
विंटर और लिटरेचर फेस्टिवल सीजन का सबसे पसंदीदा और उत्साह से मनाया जाना वाला फेस्टिवल है,और हर बीतते हुए सीजन के साथ यह और बेहतर और अलग होता जा रहा है।
जयपुर के मशहूर लिटरेचर फेस्टिवल के बाद अब देहरादून अपने मशहूर लिटरेचर फेस्ट के लिए बिल्कुल तैयार है,2017 के लिटरेचर फेस्ट की मेहमान नवाज़ी के लिए देहरादून अपनी कमर कस चुका है।इस फेस्टिवल में अलग अलग शैली के लेखक और साहित्य के लोग देश विदेश से दून वैली के छात्रों से मिलने और उनसे बातचीत करने ओएनजीसी आफिसर क्लब में 17 और 18 फरवरी को आ रहें हैं।
पहले दिन का कार्यक्रम 11 बजे से शुरु होगा जिसमें दिलचस्प बिंदुओं पर तीन अलग अलग लेखक बातचीत करेंगें।इसमें वह जेंडर बैरियर जल,जंगल,जमीन पर बात करेंगें इसके अलावा उर्दूःईट्स रिलीवेंस.रीच एंड रियेलिटी,और दिन के आखिरी में हास्य कवि सम्मेलन के साथ कार्यक्रम समाप्त होग।
दूसरे दिन में बहुत से दिलचस्प विषय होंगे जैसे आई एम टीन,आई डोंट ग्रो अप,आई वाईड शट,ईंपेक्ट आफ लिटरेचर आन आर्टस और इसके अलावा बहुत से अनगिनत कार्यक्रम होंगे जिसमें अलग अलग लेखक छात्रों के साथ बातचीत करेंगें।
दो दिन के इस कार्यक्रम में दो किताबों का विमोचन होगा। पहले दिन लेखिका सावी शर्मा कि किताब दिस ईज नाट योर स्टोरी और दूसरे दिन सुचित्रा कृष्मामूर्ति की किलाब घोस्ट आन द लेज का विमोचन होगा।
इस लिटरेचर फेस्टिवल में लगभग 2 दर्जन लेखक,थियेटर में काम करने वाले पर्सनालिटी,बिजनेस लीडर,विजुवल आर्टिस्ट,पत्रकार कम लेखक एक साथ एक मंच पर होंगे जिसमें शास्त्रीय नृत्य में अरुपा लहरी का परर्फामेंस भी होगा।
उम्मीद है कि यह फेस्टिवल ना केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर भी साहित्य के क्षेत्र में अपना नाम कमाए।
भाजपा ने की मुख्यमंत्री के बयान की निंदा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री के उस बयान कि कड़ी निंदा की है जिसमे उन्होंने भाजपा पर चुनाव में दो हजार करोड़ रुपए खर्च किये जाने का आरोप लगाया है। भाजपा ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के उस बयान को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि चुनाव में कांग्रेस की हार को निश्चित देखते हुए उन्होंने यह आरोप लगाया है।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने मुख्य मंत्री से सवाल किया कि कांग्रेस ने पी के कम्पनी को कितने पैसे दिए और कांग्रेस नेताओ ने कितने पैसे और शराब इस चुनाव में बहाया इसका भी हिसाब जनता को देना चाहिए।
आज यहाँ जारी एक बयान में भाजपा प्रदेश् मीडिया प्रभारी डॉ. देवेन्द्र भसीन ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के उस बयान को विचित्र बताया कि भाजपा ने चुनाव में 2 हजार करोड़ खर्च किये जिसमे एक हजार करोड़ मीडिया पर व्यय किया। उन्होंने कहा कि यह बयान कांग्रेस की हताशा का परिचायक है।
डॉ.भसीन ने कहा कि भाजपा ने जो किया वह सबके सामने है और उसका हिसाब किताब चुनाव आयोग को भी दिया जाएगा। लेकिन मुख्यमंत्री यह बताये कि कांग्रेस ने पी के टीम को कितने हजार करोड़ रुपये दिए और क्या कांग्रेस उसका हिसाब चुनाव आयोग को देगी। इसके अलावा कांग्रेस नेताओं की गाड़ियों से बड़ी बड़ी धनराशि और शराब पकडे जाने , सरकारी मशीनरी की सहायता से किये गए गैर कानूनी कार्यों का क्या हिसाब है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने जिस तरह से मतदान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया उससे स्पष्ठ है कि राज्य में कांग्रेस के भ्रष्ट्राचारी शासन का अंत हो गया है।
उत्तराखंड में दिखा वोटिंग का जूनून सामने आया वोटर दूल्हा
ईवीएम मशीनों मे सील हुई उम्मीदवारों की किस्मत, अभी तक 68 प्रतिशत हुआ मतदान
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 के लिए प्रदेशभर के 13 जिलों की 69 सीटों पर कड़ी सुरक्षा के बीच शाम पांच बजे तक मतदान पूरा हो गया। राज्यभर में लगभग 68 फीसद मतदान हुआ। सबसे ज्यादा उत्तरकाशी में 73 प्रतिशत वोट डाले गये, जबकि कई जगहों पर अभी भी मतदान जारी है।
उत्तरकाशी में पांच बजे तक तीन विधानसभा सीटों में गंगोत्री में 71 फीसदी, यमुनोत्री में 70 फीसदी और पुरोला में 75 फीसदी मतदान हुआ। सुबह नौ बजे तक प्रदेश में छह प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इसके बाद 10 बजे तक 14 और 11 बजे तक 25 फीसद मतदान हुआ। दोपहर एक बजे तक 40 फीसद का ग्राफ रहा। जबकि तीन बजे तक 53 फीसदी मतदान हुआ था। उधर, अल्मोड़ा के दो बूथ, पिथौरागढ़ के एक बूथ और उत्तरकाशी के चार गांव के लोगों ने चुनाव का पूर्ण बहिष्कार किया।
चुनाव 2017 के बारे में विषय में कुछ जरुरी बिंदुः
- हरिद्वार में एक गाड़ी में 70 लाख पकड़े गए
- राजनीतिक दल का खुलासा करेगी पुलिस
- पिथौरागढ़ के जोनल मेजिस्ट्रेट करण सिंह की हुई हार्ट अटैक से हुई मौत
- मसूरी मे 58.3 प्रतिशत वोटिंग,शांति पूर्वक मतदान सम्पन्न
- गुरुवार शाम तक सारी पोलिंग पार्टी वापस आयेंगी
- फाइनल 70% के लगभग आयेगा प्रतिशत
- विवि पेड ने किया अच्छे से काम।
- हरिद्वार में लक्सर से एक लाख रूपये बरामद हुए।
- रुद्रपुर में प्रत्याशी के बेटे ने महिला से की मारपीट
- पोलिंग स्टेशन के अंदर नहीं हुई कोई अनहोनी।
- सभी ईवीएम को मतगणना आर्म पुलिस की निगरानी रहेगी
- तीन लेवल की सिक्योरिटी रहेगी ।
- पहले चक्र में पैरामिलिट्री फोर्स, दूसरे में पीएससी के गार्ड और तीसरे चक्र में जनपदीय पुलिस
- रिकॉर्ड बुक राखी जायेगी,ताकि जो भी ऑफिसर्स आएंगे उनका डाटा रहे
- कैमरा की सिक्योरिटी में रहेंगे
- स्टोर रूम की सीलिंग की वीडियोग्राफी की जायेगी।
- फायर ब्रिगेड की तैनाती रहेगी
- कोई भी फर्जी वोटिंग का मामला नहीं आया सामने
- 479 पोलिंग बूथ स्नो बाउंड
- सबसे ऊचांई वाला पोलिंग बूथ 10,000 फीट
- बद्रीनाथ की पोलिंग पार्टियों ने 12 फरवरी से ट्रेकिंग शुरु कर दी मंगलवार को बद्रीनाथ पहुंचे और 17 फरवरी को वापस आऐंगें,लगभग 230 वोटर हैं वहां
- रिर्काड तोड़ 68 प्रतिशत मतदान,जबकि 2012 में यह प्रतिशत 67.22 था
- वोटिंग 2 प्रतिशत और होने के आसार,70 प्रतिशत तक पहुंच सकता है पोलिंग
डोईवाला क्षेत्र में 8 बजे बद्रीपुर राजकीय प्राथमिक विद्यालय मे कमरा नम्बर 2 में पहला बटन दबाते ही इवीएम मशीन ख़राब हुई और दो घंटे बाद बदली गई । उत्तराखंड में कुल 18 ईवीएम मशीन खराब होने के बाद बदली गई।
विदेशी प्रतिनिधियों ने उत्तराखंड चुनावों का किया अध्ययन
प्रदेश में लोकतन्त्र के महापर्व चुनावों की प्रक्रिया को समझनें एवं उसका अध्ययन करने के लिये 13 सदस्यीय विदेशियों का प्रतिनिधिमण्डल मंगलवार को देहरादून पहुंचें थे। जहां उनके द्वारा पोलिंग पार्टियां किस प्रकार चुनाव कराने के लिये अपने गंतव्य को जा रही थी और किस तरह उन्हें ई.वी.एम. एवं चुनाव की सामग्री का वितरण किया जा रहा था।
बुधवार को प्रतिनिधिमण्डल के सदस्यों ने सुबह 7.00 बजे मसूरी विधानसभा के जी.आर.डी.एकेडमी राजपुर का दौरा किया। पीठासीन अधिकारी एवं पोलिंग अधिकारियों द्वारा विभिन्न पार्टियों के पोलिंग ऐजेंट के सामने माॅकपोल देखा। इसके बाद विदेशी प्रतिमण्डल द्वारा राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान में बने पोलिंग बूथ का दौरा किया। यहां पर दृष्टिबाधितार्थ लोगों द्वारा कैसे मतदान किया जा रहा है ये भी देखा। विदेशी प्रतिनिधिमण्डल द्वारा धर्मपुर विधानसभा के ग्राफिक ऐरा इन्स्टीटयूट में बने 03 पोलिंग बूथों का भी ग्रुप वाईस दौरा किया गया। इस बूथ में उनके द्वारा वोटर वेरीफिकेशन पेपर आडिट ट्रेल को भी देखा। जो इलेक्ट्राॅनिक वोटिंग मशीन के साथ ही लगी थी जिसमें मतदान करते समय वोटर की स्लिप भी मशीन के स्क्रीन पर 7 सेकेण्ड तक दिखती है।
विदेशी प्रतिनिधिमण्डल द्वारा विधानसभा धर्मपुर के अन्तर्गत केदारपुरम में स्थित नारी निकेतन में स्थापित पोलिंग बूथ का भी अवलोकन किया गया। उक्त पोलिंग बूथ पर नारी निकेतन में रह रही 68 महिला वोटरों के लिये उक्त बूथ पर समस्त कर्मचारी, पीठासीन अधिकारी तथा प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय महिला पोलिंग अधिकारी देखने को मिली जिसकी प्रतिनिधिमण्डल द्वारा काफी सराहना की। वहां से विदेशी प्रतिनिधिमण्डल के दो ग्रुप ऋषिकेश विधान सभा पहुंचे जहां उन्होने जीजीआईसी इंटर काॅलेज में बने बूथ का दौरा किया। शेष प्रतिनिधिमण्डल के 9 सदस्यों द्वारा मसूरी विधानसभा के अन्तर्गत मसूरी का भ्रमण भी किया।
विदेशी प्रतिनिधिमण्डल में बांग्लादेश से श्री तारीक अहमद एवं श्री साईद गोलम राशेद, इजिप्ट से श्री मो. आदेल रमजी एल शाॅरबगी, किरगीज रिपब्लिक से श्री उल मूर्जेव, नामिबिया से श्रीमती नोतेम्बा तिपूएजा, श्री उलरिच फ्रेयर, श्री निकोडिमस मिंग्लियस, सुश्री हेण्डरिना फ्रेंसिना एवं सुश्री जीनिया क्लेजन सहित रूस से श्री निकोले वी. लेवीचिव एवं श्री विस्वोलोड एन. पर्वाेचिकोव शामिल थे।
उत्तराखंड विधानसभा की 69 सीटों पर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न
उत्तराखण्ड की चौथी विधानसभा के 69 सीटों के लिए मतदान हल्की-फुल्की घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। प्रदेश में हुए मतदान में हरिद्वार टॉप पर तो अल्मोड़ा जिले में सबसे कम मतदान हुआ। बसपा प्रत्याशी के निधन के बाद खाली कर्णप्रयाग सीट पर नौ मार्च को मतदान होगा, जबकि प्रदेश के सभी 70 सीटों पर एक साथ मतगणना 11 मार्च को की जाएगी।
बुधवार की सुबह आठ बजे मतदान की शुरुआत धीमी हुई लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़े वैसे-वैसे मतदान का प्रतिशत तेजी से बढ़ता गया और मतदान शाम पांच बजे समाप्त हो गया। हालांकि कई जिले के बूथों पर ईवीएम मशीनों की खराबी की सूचना आयी लेकिन निर्वाचन आयोग की तटस्थता के चलते मतदान शुरू हो गया।
प्रदेश के हरिद्वार, हल्द्वानी सहित अन्य जिलों में कुछ छिटपुट घटनाएं हुईं लेकिन मतदान शांतिपूर्ण रहा। मतदान को देखते हुए सुरक्षा के प्रदेश भर में कड़े इंतज़ाम किए गए थे। राज्य से सटे अंतराष्ट्रीय और प्रदेश की सीमाओं को 48 घंटे पहले ही सील कर दिया गया। साथ ही इन क्षेत्रों से आने-जाने वाले हर व्यक्तियों पर पुलिस पैनी नजर राखी जा रही है।
बुजुर्गों, महिलाओं और युवाओं सभी ने बढ़-चढ़ कर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। हालांकि कई जगह लोगों को मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा। मतदान के दौरान कई लोगों के नाम नाम वोटर लिस्ट में नहीं होने से परेशानी भी हुई। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में 628 उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत का फैसला ईवीएम मशीनों में आज बंद हो गया है। राज्य में 10,685 मतदान बूथ बनाए गए हैं जिनमें कुल 7513547 वोटर्स को मतदान करना था।
इस चुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी, कांग्रेस, जबकि हरिद्वार जिलों में बसपा के साथ कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर है। इस चुनाव में बड़ी संख्या में भाजपा कांग्रेस के बागी नेता चुनाव के ऐन मौके पर पार्टी छोड़कर दूसरे दल से अपना किस्मत अजमाये हुये है।
प्रदेश मुख्यमंत्री हरीश रावत दो विधानसभा क्षेत्र किच्छा और हरिद्वार ग्रामीण से अपना किस्मत अजमाये हुए हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के पुत्र सौरव बहुगुणा अपने पिता के सीट सितारगंज से चुनाव लड़े हैं, जबकि कांग्रेस से बगावत कर डा. हरक सिंह रावत भाजपा से कोटद्वार विधानसभा से भाग्य अजमाए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट अल्मोड़ा के रानीखेत, जबकि सतपाल महाराज पूर्व भाजपा अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत के चौबटाखाल सीट से मैदान में ताल ठोके हैं।
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुल 219 जोनल तथा 1309 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात थे। इसके लिए 12,878 पुलिसकर्मी, 25 कम्पनी पी.ए.सी. एवं 105 कम्पनी केन्द्रीय पुलिस बल की तैनाती की गयी है।
उत्तराखण्ड पुलिस और होमगार्ड्स जवानों के अलावा अन्य राज्यों राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं हिमाचल प्रदेश से कुल 16930 होमगार्ड्स की व्यवस्था की गयी है। राजस्थान से 8000, उत्तर प्रदेश से 2000 एवं हिमाचल प्रदेश से 2500 होमगार्ड्स तैनात किये गए हैं।
प्रदेश में आज सरकारी और निजी कार्यालयों में सार्वजनिक छुट्टी घोषित थी।