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मुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर जेटली से नोटबंदी पर जताई चिंत्ता

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मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को पत्र लिखकर 1000 व 500 के नोटबंदी से राज्य के पर्यटन, कृषि व राजस्व पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभावों की जानकारी देते हुए राहत हेतु आवश्यक उपाय किए जाने का अनुरोध किया है। अपने पत्र में  रावत ने कहा कि काला धन के संबंध में विमुद्रीकरण एक अच्छा कदम है, परंतु इसके लिए तैयारियां भी उसी स्तर पर की जानी चाहिए थी। उत्तराखंड जैसे छोटे व अल्प संसाधनों वाले राज्यों पर इसका अधिक विपरीत असर पड़ रहा है। पहले से ही 14 वें वित्त आयोग की संस्तुतियों से नुकसान में रहे उत्तराखण्ड पर नोटबंदी के कारण पर्यटन, राजस्व का नुकसान भारी पड़ रहा है। पर्वतीय राज्य जहां एक बड़ी आबादी सहकारी बैंकिंग सिस्टम पर निर्भर है, वहां सहकारी बैंकों पर पाबंदियों से जनजीवन व कृषि गतिविधियां भी प्रभावित होंगी।

राज्य के ग्रामीण व पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों का बड़ा हिस्सा सहकारी बैंकों पर निर्भर है। बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका खाता केवल सहकारी बैंकों में है। भारत सरकार ने सहकारी बैंकों द्वारा 500 व 1000  के पुराने नोट लेने पर रोक लगाई है। खरीफ की फसल के बाद जिन किसानों के पास नकदी थी, वे इस नकदी को अपने खाते में जमा नहीं कर पा रहे हैं। रबी फसल की बुवाई का समय भी प्रारम्भ हो गया है। परंतु क्योंकि अधिकांश किसान सहकारी बैंकों से जुड़े हैं, रबी फसल के लिए बीज, उर्वरक व ऋण नहीं ले पा रहे हैं। इससे फसल के उत्पादन में गिरावट आना स्वाभाविक है। जिसका परिणाम भविष्य में खाद्य पदाथों की बढ़ती कीमतों के रूप में देखने को मिलेगा। इसलिए सहकारी बैंकों को 500 व 1000 के नोट स्वीकार किए जाने को तत्काल मंजूरी दी जानी चाहिए। 

मुख्यमंत्री श्री रावत ने अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री का ध्यान इस ओर भी आकृष्ट किया है कि सहकारी बैंकों में नकदी के अभाव से इसके उपभोक्ताओं द्वारा खातों से अधिक आहरण किए जाने की प्रवृत्ति बढ़ेगी, जिससे सहकारी बैंकों पर अधिक दबाव पड़ेगा। इससे समूचा सहकारी बैंकिंग सिस्टम चरमरा सकता है। सहकारी बैंकों ने अपने पास स्थित 500 व 1000 के पुराने बंद किए गए नोट के नकदी शेष का उपयोग कर लिया है जिससे वे बैंकिंग नेटवर्क में उन्हें जमा कराने में असमर्थ हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि नकदी के अभाव से राज्य में बिक्री, वस्तुओ व सेवाओं के विनिमय, पर्यटन सहित अन्य संबंधित गतिविधियों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। इसके परिणामस्वरूप राज्य सरकार के वैट संग्रहण व अन्य आय स्त्रोंतों पर नकारात्मक प्रभाव हुआ है। व्यापार, स्टाम्प व रजिस्ट्रेशन फीस में भी बहुत कमी आई है। इससे राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर विपरीत असर पड़ रहा है, विशेष तौर पर पूजीगत व विकास व्यय प्रभावित हो रहे हैं। विमुद्रीकरण योजना से केंद्र सरकार के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष करों में बढ़ोतरी होगी, इसका लाभ राज्य सरकार के साथ भी साझा करना चाहिए। विभिन्न पर्यावरणीय कारणों से दूसरे राज्यों की तुलना में बहुत सी विकास योजनाएं व आर्थिक गतिविधियां संचालित नहीं हो पाती हैं। इसलिए विमुद्रीकरण से उत्तराखंड राज्य बुरी तरह से प्रभावित होगा।  इसलिए विमुद्रीकरण से राज्य को हो रहे नुकसान पर केंद्र सरकार ध्यान दे।

मुख्यमंत्री ने पत्र लिखकर जेटली से नोटबंदी पर जताई चिंत्ता

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मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली को पत्र लिखकर 1000 व 500 के नोटबंदी से राज्य के पर्यटन, कृषि व राजस्व पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभावों की जानकारी देते हुए राहत हेतु आवश्यक उपाय किए जाने का अनुरोध किया है। अपने पत्र में  रावत ने कहा कि काला धन के संबंध में विमुद्रीकरण एक अच्छा कदम है, परंतु इसके लिए तैयारियां भी उसी स्तर पर की जानी चाहिए थी। उत्तराखंड जैसे छोटे व अल्प संसाधनों वाले राज्यों पर इसका अधिक विपरीत असर पड़ रहा है। पहले से ही 14 वें वित्त आयोग की संस्तुतियों से नुकसान में रहे उत्तराखण्ड पर नोटबंदी के कारण पर्यटन, राजस्व का नुकसान भारी पड़ रहा है। पर्वतीय राज्य जहां एक बड़ी आबादी सहकारी बैंकिंग सिस्टम पर निर्भर है, वहां सहकारी बैंकों पर पाबंदियों से जनजीवन व कृषि गतिविधियां भी प्रभावित होंगी।

राज्य के ग्रामीण व पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों का बड़ा हिस्सा सहकारी बैंकों पर निर्भर है। बहुत से लोग ऐसे हैं जिनका खाता केवल सहकारी बैंकों में है। भारत सरकार ने सहकारी बैंकों द्वारा 500 व 1000  के पुराने नोट लेने पर रोक लगाई है। खरीफ की फसल के बाद जिन किसानों के पास नकदी थी, वे इस नकदी को अपने खाते में जमा नहीं कर पा रहे हैं। रबी फसल की बुवाई का समय भी प्रारम्भ हो गया है। परंतु क्योंकि अधिकांश किसान सहकारी बैंकों से जुड़े हैं, रबी फसल के लिए बीज, उर्वरक व ऋण नहीं ले पा रहे हैं। इससे फसल के उत्पादन में गिरावट आना स्वाभाविक है। जिसका परिणाम भविष्य में खाद्य पदाथों की बढ़ती कीमतों के रूप में देखने को मिलेगा। इसलिए सहकारी बैंकों को 500 व 1000 के नोट स्वीकार किए जाने को तत्काल मंजूरी दी जानी चाहिए। 

मुख्यमंत्री श्री रावत ने अपने पत्र में केंद्रीय मंत्री का ध्यान इस ओर भी आकृष्ट किया है कि सहकारी बैंकों में नकदी के अभाव से इसके उपभोक्ताओं द्वारा खातों से अधिक आहरण किए जाने की प्रवृत्ति बढ़ेगी, जिससे सहकारी बैंकों पर अधिक दबाव पड़ेगा। इससे समूचा सहकारी बैंकिंग सिस्टम चरमरा सकता है। सहकारी बैंकों ने अपने पास स्थित 500 व 1000 के पुराने बंद किए गए नोट के नकदी शेष का उपयोग कर लिया है जिससे वे बैंकिंग नेटवर्क में उन्हें जमा कराने में असमर्थ हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि नकदी के अभाव से राज्य में बिक्री, वस्तुओ व सेवाओं के विनिमय, पर्यटन सहित अन्य संबंधित गतिविधियों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। इसके परिणामस्वरूप राज्य सरकार के वैट संग्रहण व अन्य आय स्त्रोंतों पर नकारात्मक प्रभाव हुआ है। व्यापार, स्टाम्प व रजिस्ट्रेशन फीस में भी बहुत कमी आई है। इससे राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर विपरीत असर पड़ रहा है, विशेष तौर पर पूजीगत व विकास व्यय प्रभावित हो रहे हैं। विमुद्रीकरण योजना से केंद्र सरकार के प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष करों में बढ़ोतरी होगी, इसका लाभ राज्य सरकार के साथ भी साझा करना चाहिए। विभिन्न पर्यावरणीय कारणों से दूसरे राज्यों की तुलना में बहुत सी विकास योजनाएं व आर्थिक गतिविधियां संचालित नहीं हो पाती हैं। इसलिए विमुद्रीकरण से उत्तराखंड राज्य बुरी तरह से प्रभावित होगा।  इसलिए विमुद्रीकरण से राज्य को हो रहे नुकसान पर केंद्र सरकार ध्यान दे।

भाजपा का उत्तराखण्ड सरकार पर एक और निशाना, कहा- सेस का पैसा ठिकाने लगा रही है सरकार

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जैसे-जैसे प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घंड़ी नजदीक आ रही है कांग्रेस और भाजपा में जुबानी जंग तेज होती जा रही है। कांग्रेस जहां प्रदेश में सतत विकास यात्रा चला रही है वही भाजपा परिवर्तन यात्रा कर रही है।

मगर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विनय गोयल ने सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार सेस की धनराशि को लेबर के उत्थान के नाम पर खर्च कर रही है। उनका कहना है कि प्रदेश में सरकार नियमों को ताक पर रखकर काम कर रही है. इस तरह से देखा जा सकता है कि प्रदेश में आखिर सरकार कैसे मनमाने तरीके से काम कर रही है। उनका कहना है कि इसके लिए करीब 250 करोड़ रुपये का फंड जुटाया जा रहा है, जिसको मनमाने तरीके लेबर के उत्थान के नाम पर खर्च किया जाना है ।

उन्होंने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव से इस पूरे मामले में तत्काल रोक लगाने की मांग की है। भाजपा का कहना है कि बिना रजिस्टर्ड मजदूरो को भी साइकिल और अन्य सामानों की किट बांटी जा रही है, जिसका कोई हिसाब किताब नहीं है। इस तरह से भाजपा सरकार के खिलाफ तल्ख तेवर अपना रही है।

एक बार फिर इस फिल्म में डबल रोल में दिखेंगे अर्जुन कपूर

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अनीस बज्मी की फिल्म ‘मुबारकां’ की पहली झलक लॉन्च कर दी गई है। इसमें अर्जुन कपूर डबल रोल में दिख रहे हैं। फिल्म ‘मुबारकां’ में वो पहली बार सरदार के किरदार में दिखेंगे।आपको बता दें कि अर्जुन इससे पहले ‘औरंगजेब’ में भी डबल रोल निभा चुके हैं.

फिल्म में अर्जुन के अलावा उनके रीयल लाइफ चाचा यानी कि अनिल कपूर भी हैं। खबरों की मानें तो फिल्म में अनिल कपूर, अर्जुन के चाचा ही बने हैं। वहीं अर्जुन दो जुड़वे भाई चरण और करण का किरदार कर रहे हैं।

फिल्म में पंजाबी भाषा का जमकर इस्तेमाल हुआ है और इसके ज्यातर हिस्सों की शूटिंग चंडिगढ़ में की जा रही है, बाकी शूटिंग लंदन में होनी है। अगले साल 28 जुलाई को रिलीज होने वाली फिल्म ‘मुबारकां’ के अलावा अर्जुन कपूर, चेतन भगत की किताब पर आधारित फिल्म ‘हाफ गर्लफ्रेंड’ में भी दिखेंगे।

अर्जुन ने ट्विटर पर पहली झलक जारी करते हुए कहा है ‘मिलें करणवीर और चरणवीर सिंह से.’ फोटो में अर्जुन अपने सरदार लुक में दिख रहे हैं।

वरुण धवन और रणवीर सिंह के साथ करियर की शुरुआत करने वाले अर्जुन कपूर की कामयाबी का ग्राफ इनकी तुलना में कुछ पीछे रह गया है। ऐसे में बज्मी की इस कॉमेडी फिल्म से अर्जुन कपूर को बहुत उम्मीदें हैं.

 

 

गढ़वाल की मंडियों में नोटबंदी के चलते सड़ रहे हैं फल और सब्जियां

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नोटबंदी का असर गढ़वाल के सबसे बड़ी सब्जी मंडी पर पड़ रहा है,  रखे-रखे सड़ रही लाखों कुंटल सब्जियां। नोटबंदी ने रोकी फल-सब्जियों की आवाक।  केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद से ही नोटबंदी का असर लगभग हर तरफ देखा जा रहा है, अब नोटबंदी ने पहाड़ी इलाकों के किसानो की मुश्किलें बड़ा दी है, जिसका नतीजा अब ऋषिकेश सब्जी मंडी में साफ़ देखा जा रहा है जहाँ मंडी में नोटबंदी के बाद 75 फीसदी गिरावट आयी है जिससे फुटकर विक्रेता को बड़े परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

500-1000 के नोट बंद होने के बाद से ही हर जगह इसके अलग अलग असर देखने को मिल रहे हैं, एक और जहाँ इससे आम लोग परेशान है वहीँ दूसरी और मंडी पर भी इसका खासा असर देखने को मिल रहा है , खुले पैसें न होने के कारण मंडी में रखी लाखों कुंटल सब्जियां सड़ रही है जिससे बाजार में 75 फीसदी गिरावट दर्ज की गई है।  

ऋषिकेश मंडी पुरे ग्रामीण इलातकों से आने वाली सब्जियों का मुख्य केंद्र है जहाँ पर से फल- सब्जियां बाकि इलाको में पहुंचाई जाती है। ऐसे में ऐसे में यहाँ रोजाना हजारों ग्राहकों की भीड़ देखने को मिलती थी लेकिन नोट बंदी के बाद से ही यहाँ के हाल बहुत ही बुरे है। लाखों कुंटल सब्जियां रोजाना सड़ रही है जिसे सब्जी बिक्रेता उन्हें फेंकने को मजबूर हो रहे है । यहाँ के फुटकर बिक्रेताओं  कहना है की हर कोई 500-1000 के नोट लेकर मंडी में आता है तो उन्हें इसके खुले देने में परेशानी होती है , जैसा सामान घर से आता है वैसे ही उसे वापस ले जाना पड़ रहा है 

नोट बंदी के फैसले से जहाँ व्यापार घट रहा है तो वहीँ अब इसका सीधा असर मंडियों पर भी साफ़ देखा जा रहाहै ग्राहकों की कमी  चलते मंडियों से सामान नही बिक पा रहा है जिससे फुटकर बिक्रेता मायूस है।

आलिया भटृ और शाहरुख खान की “डियर जिंदगी” थोड़ी हट कर, आपको आएगी पसंद

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गौरी शिन्दे की एक और बेहतरीन पेशकश है डियर जिंदगी जो आज सिनेमाघरों में रिलीज़ हो चुकी है। गौरी शिन्दे की बतौर डायरेक्टर यह दूसरी फिल्म है। अपनी पहली फिल्म इंग्लिश विंग्लिश से दर्शकों की वाह-वाही लुट चुकी गौरी एक बार फिर से दर्शकों के बीच एक अलग फिल्म के साथ आईं हैं।

फिल्म में मुख्य भूमिका में कियारा उर्फ कोको (आलिया भटृ) एक सिनेमेटोग्राफर का किरदार निभा रहीं हैं जो यकीनन ही उनके लिए मुश्किल रहा होगा। हमेशा कैमरे के आगे काम करने वाली आलिया ने एक ऐसा किरदार निभाया है, जिसका सारा काम कैमरे के पीछे होता है। फिल्म में डॉ जग्स उर्फ जहांगीर (शाहरुख खान) भी अहम भूमिका में हैं, उन्होंने एक साइकोलॉजिस्ट की भूमिका निभाई है। इसके अलावा फिल्म में सिड (अंगद बेदी), रघुवेंद्र (कुणाल कपूर) और रुमी (अली जफर) भी हैं।

फिल्म में कियारा अपने करियर को लेकर एकदम फोक्सड हैं और अपने रिलेशनसीप को लेकर, कन्फ्यूज हैं, वो सिड (अंगद बेदी) के साथ रिलेशन तोड़ देती है क्योंकि उसे सिंगापुर में शूट के दौरान रघुवेंद्र (कुणाल कपूर) से प्यार हो जाता है। बाद में वो रघुवेंद्र के साथ भी रिलेशनशिप को लेकर कन्फयूज हो जाती है, और फिर ब्रेकअप। कियारा अपनी जिंदगी,कमिटमेंट,रिलेशनशिप को लेकर सोच में पड़ जाती है तभी उन्हें गोवा अपने घर जाना पड़ता है। कियारा की गोवा में मुलाकात एक म्यूजीशियन (अली जफर) से भी होती है।

गोवा में वह एक फैमिली फ्रेंड के होटल का वीडियो शूट करने निकलती है तब उनकी एकतरफा मुलाकात होती हैं, डॉ जग्स उर्फ जहांगीर (शाहरुख खान) से जिसके बाद फिल्म एक अलग मोड़ पर चली जाती है। कियारा की जिंदगी में काफी सवाल अधूरे हैं जिसके लिए वह डॉ जग्स से मिलती हैं,क्या इन सब सवालों के लिए डॉ जग्स की थेरेपी काम आएगी?

शाहरुख खान की एक्टिंग के बारे में इतना जरुर है कि इस फिल्म में शाहरुख ने बेहतर अदाकारी की है, यह फिल्म बाकी फिल्मों से हटकर है और इसमें शाहरुख आपको रोमांस करते नहीं नजर आएंगे लेकिन उनका ये रोल काफी रिफ्रेशिंग है। डियर जिंदगी की सिनेमेटोग्राफी किसी ट्रीट से कम नहीं है । आपको पूरी फिल्म में एक से बढ़कर एक सीन देखने मिलेंगे जिसे देखकर आपको मजा आएगा।

 फिल्म के वन लाइनर्स और डायलॉग इतने मजेदार हैं । डियर जिंदगी एक ऐसी फिल्म है जो बिल्कुल आम लोगों और उनके जीवन से जुड़ी है। अगर आप कनेक्ट कर जाते हैं तो फिल्म अच्छी लगेगी।

500 और 1000 रुपये के पुराने नोट अब नहीं बदलेंगे बैंक

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25 नवंबर से बैंकों में 500 और 1000 के पुराने नोट नहीं बदले जाएंगे जबकि अस्पतालों, पेट्रोल पंपों, रेलवे स्टेशनों और हवाई अड्डों पर अब 15 दिसबंर तक केवल 500 के पुराने नोट लिए जाएंगे। 1000 के नोट केवल बैंकों में जमा कराए जा सकेंगे, यह अब कहीं भी नहीं चल सकेंगे।

  • अस्पताल, पेट्रोल पंप, मेट्रो और सरकारी ट्रांसपोर्ट में अब 15 दिसंबर तक केवल 500 के पुराने नोट लिए जाएंगे।
  • सरकार ने सार्वजनिक सेवाओं के लिए पुराने नोट के उपयोग की अवधि 15 दिसंबर तक बढ़ाई।
  • बैंक के काउंटरों से पुराने करेंसी नोट बदलने की सुविधा बंद की गई।
  • प्रीपेड मोबाइल के टॉप अप के लिए भी 500 का पुराना नोट इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • 2 दिसंबर रात 12 बजे तक तभी टोल फ्री रहेंगे, लेकिन 3 से 15 दिसंबर तक 500 के पुराने नोटों से टोल टैक्स चुकाए जा सकेगा।
  • पुराने नोटों के इस्तेमाल के लिए मिली छूट की किसी भी श्रेणी में 1000 का नोट अब स्वीकार नहीं किया जाएगा।
  • सरकारी स्कूलों में एक छात्र के फीस के तौर पर 2000 रुपये तक का भुगतान 500 के पुराने नोटों से किया जा सकेगा।
  • केवल बिजली और पानी के बिल अब 500 के पुराने नोटों से भरे जा सकेंगे।
  • केंद्रीय भंडार से अब 5000 तक की ही खरीदारी पुराने नोटों से की जा सकेगी ।
  • सेंट्रल और राज्य सरकार के कॉलेजों में भी फीस के तौर पर पुराने 500 के नोट 15 दिसंबर तक लिए जाएंगे।
  • भारत आने वाली सैलानी अब हर हफ्ते 5000 रुपये तक करेंसी एक्सचेंज करा पाएंगे। हालांकि इसके लिए उन्हें जानकारी पासपोर्ट के साथ दर्ज करानी होगी। आरबीआई इसके बारे में निर्देश जारी करेगा।

इस बीच नोटबंदी का मामला संसद के दोनों सदनों में सरकार और विरोधी दलों के लिये टकराव का कारण बना हुआ है। नोटबंदी पर प्रधानमंत्री से संसद में बयान की मांग पर अड़े विरोधी दलों ने संसद में जमकर हंगामा किया।

मसूरी में हुआ एक साथ तीन बच्चियों का जन्म, सभी स्वस्थ

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लैंडोर क्म्यूनिटि अस्पताल, मसूरी में एक महिला ने तीन बच्चों को दिया जन्म। ये अपने आप में इतिहास रचने वाली बात है- तिड़वा, वो भी सभी लड़कियां पैदा हुई। मसूरी निवासी सपना और राम बाबू के घर में जो मसूरी के राजिन्दर विला में रहते हैं।माता-पिता और उनके गायनोकोलेजिस्ट डा. रुपा जेवेल जेकब,  के लिए यह बहुत गर्व की बात हैं, तीनों लड़कियों का जन्म कल शाम को हुआ और तीनों का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है। माता-पिता के लिए यह बहुत चिन्ताजनक समय था, क्योंकि वो पिछले कुछ सालों में दो फीटस खो चुके हैं। डा.रुपा ने बताया की प्रेग्नेंन्सी के दौरान सपना का पीलिया होना, और पहले दो बच्चों को खोने के बाद, यह बहुत लंबा सफर रहा माता-पिता के लिए भी और हमारे लिए भी, लेकिन भगवान की कृपा से आज हमारे बीच ये दीप्तिमान लड़कियां हैं। राम बाबू मसूरी के म्यूनिसिपल बोर्ड में काम करते हैं और उनकी पत्नी हाउस वाईफ हैं और उनके लिए ये किसी वर्दान से कम नहीं हैं। सपना को को एक दिन पहले से प्रसव पीड़ा शुरु हो गई थी और कल शाम उनका आपरेशन किया गया , जिसके बाद उन्होंने तीन लड़कियां वजन डेढ़, सवा और एक किलो को जन्म दिया जिनको एक रात के लिए डाक्टरों की देख रेख में रखा गया, जहां डाक्टरों ने उनकी हालत बिल्कुल ठीक बताई। पिछले एक साल में लेंडोर क्म्यूनिटि अस्पताल में यह 11वीं विविध डिलीवरी हैं जिसमें से दस जुड़वा पैदा हुए, लेकिन यह पहला तीन बच्चों का केस है जो त्योहारों के सीजन से एक महीने पहले  क्म्यूनिटि अस्पताल लैंडोर, मसूरी में हुआ है।

रेल के रास्ते पहाड़ चढ़ेगी बीजेपी, सुरेश प्रभु ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल रूट परियोजनाओं का शिलान्यास किया

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रेल मंत्री ने गैरसैंण में रेलमंत्री ने 531 करोड़ 16 लाख की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का भी जल्द सर्वे होगा।गैरसैंण पहुंचे प्रभु ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए जल्द रेल सर्वे कराया जाएगा। कर्णप्रयाग-ऋषिकेश रेल लाइन पर अगले माह से निर्माण शुरू हो जाएगा।  लंबे समय से राज्य के लिये सपना बनी इस परियोजना अब अमल में आती दिख रही है।

इनका किया शिलान्यास
-ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का शिलान्यास
-रेलवे डलिंग ऑफ हरिद्वार-लक्सर सेक्शन
-देहरादून रेलवे स्टेशन पर दो लिफ्ट व दो ऐलीवेटर
-हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर चार लिफ्ट व छह ऐलीवेटर
-लाल कुंआ मैकेनाइज लाउंड्री व सेकेंड कोच वाशिंग पिच

इनके अलावा काठगोदाम, काशीपुर, हल्द्वानी,रुद्रपुर सिटी और लालकुंआ स्टेशनों पर कई नये निंर्माणों का लोकार्पण भी किया।

केंद्र सरकार ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना के लिए 16 हजार 200 करोड़ बजट को मंजूरी दी है।ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक करीब 126 किमी रेल लाइन का निर्माण होना है। ये रेल लाइन देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिलों के कई स्थानों को जोड़ते हुए पर्यटन धाम तक पहुंचेगी। इस पर चंद्रभागा, शिवपुरी, गूलर नाला, व्यासी, कौड़ियाला, नाला, देवप्रयाग, पोखरी नाला, अलकनंदा नदी-लछमोली, अलकनंदा-श्रीनगर, धारी नाला-एक, धारी नाला-दो, नकरोटा, तिलणी, धोलतीर, अलकनंदा गौचर, सिंवई नाला पर कुल 16 पुल प्रस्तावित हैं। रेल लाइन में 16 सुरंग 104.990 किमी की होंगी। यह रेल लाइन 84 फीसद भूमिगत होगी। इस वजह से वर्षा ऋतु में होने वाले भूस्खलन के कारण अवरुद्ध होने वाले मोटर मार्ग का अच्छा विकल्प साबित होगी।

चुनावी माहौल में बीजेपी लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी उत्तराखंड की इस परियोजना को शुरू कर कांग्रेस के विजय रथ को रोकने की कोशिश करेगी।सुरेश प्रभु की मौजूदगी के चलते प्रदेश बीजेपी में खासा उत्साह है।

मुनस्यारी में मांउटेन ट्रेल बाईकिंग प्रतियोगिता की शुरूआत

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 02 दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय मांउटेण्ड ट्रेल बाइकिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ मुनस्यारी में गुरूवार को किया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं उत्तराखण्ड वन विकास निगम के अध्यक्ष हरीश धामी द्वारा दीप प्रज्वलित कर इस रेस की शुरूआत की गई। रेस में 10 राज्यों समेत, एस0एस0बी0 एवं आर्मी के कुल 32 साईकिलिस्ट प्रतिभाग कर रहे है।

इस रेस के प्रथम विजेता को 1 लाख, 50 हजार, द्वितीय विजेता को 1 लाख, तृतीय विजेता को 60 हजार, चर्तुथ विजेता को 40 हजार, 5वे विजेता को 30 हजार एवं छठे स्थान पर रहे विजेता को 20 हजार रू0 की धनराशि का नगद पुरस्कार दिया जायेगा इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम विजेता को 30 हजार, द्वितीय को 20 हजार, तृतीय को 10 हजार, चर्तुथ को 5 हजार रू0 का ईनाम भी दिया जायेगा।

इस अवसर पर राष्ट्रीय फैडरेशन के महासचिव ओमकार सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में फैडरेशन की ओर से द्वितीय ईवेंट किया जा रहा है इससे पूर्व नैनीताल से मसूरी तक साईकिल प्रतियोगिता आयोजित की गयी। उन्होंने कहा कि मुनस्यारी साईकिल के आयोजन हेतु बेहतर स्थान है एवं अंतराष्ट्रीय स्तर की साईकिल प्रतियोगिता के क्षेत्र में बेहतर स्थान बन रहा है। उक्त प्रतियोगिता में भारतीय साईकिल फैंडरेशन की ओर से 24 व एस0एस0बी0 की ओर से 5 एवं स्थानीय स्तर पर मुनस्यारी के 9 साईकिलिस्ट भी प्रतिभाग कर रहे है।

इस अवसर पर मुख्य सचिव एम रामास्वामी, प्रबन्ध निदेशक वन विकास निगम एस0डी0एस0 लेपचा, जिलाधिकारी रंजीत सिन्हा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार चैहान, क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम जी0सी0पंत, भारतीय साईकिलिस्ट फैडरेशन के महासचिव ओमकार सिंह,