लैंडोर क्म्यूनिटि अस्पताल, मसूरी में एक महिला ने तीन बच्चों को दिया जन्म। ये अपने आप में इतिहास रचने वाली बात है- तिड़वा, वो भी सभी लड़कियां पैदा हुई। मसूरी निवासी सपना और राम बाबू के घर में जो मसूरी के राजिन्दर विला में रहते हैं।माता-पिता और उनके गायनोकोलेजिस्ट डा. रुपा जेवेल जेकब, के लिए यह बहुत गर्व की बात हैं, तीनों लड़कियों का जन्म कल शाम को हुआ और तीनों का स्वास्थ्य बिल्कुल ठीक है। माता-पिता के लिए यह बहुत चिन्ताजनक समय था, क्योंकि वो पिछले कुछ सालों में दो फीटस खो चुके हैं। डा.रुपा ने बताया की प्रेग्नेंन्सी के दौरान सपना का पीलिया होना, और पहले दो बच्चों को खोने के बाद, यह बहुत लंबा सफर रहा माता-पिता के लिए भी और हमारे लिए भी, लेकिन भगवान की कृपा से आज हमारे बीच ये दीप्तिमान लड़कियां हैं। राम बाबू मसूरी के म्यूनिसिपल बोर्ड में काम करते हैं और उनकी पत्नी हाउस वाईफ हैं और उनके लिए ये किसी वर्दान से कम नहीं हैं। सपना को को एक दिन पहले से प्रसव पीड़ा शुरु हो गई थी और कल शाम उनका आपरेशन किया गया , जिसके बाद उन्होंने तीन लड़कियां वजन डेढ़, सवा और एक किलो को जन्म दिया जिनको एक रात के लिए डाक्टरों की देख रेख में रखा गया, जहां डाक्टरों ने उनकी हालत बिल्कुल ठीक बताई। पिछले एक साल में लेंडोर क्म्यूनिटि अस्पताल में यह 11वीं विविध डिलीवरी हैं जिसमें से दस जुड़वा पैदा हुए, लेकिन यह पहला तीन बच्चों का केस है जो त्योहारों के सीजन से एक महीने पहले क्म्यूनिटि अस्पताल लैंडोर, मसूरी में हुआ है।
रेल के रास्ते पहाड़ चढ़ेगी बीजेपी, सुरेश प्रभु ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल रूट परियोजनाओं का शिलान्यास किया
रेल मंत्री ने गैरसैंण में रेलमंत्री ने 531 करोड़ 16 लाख की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि टनकपुर-बागेश्वर रेल लाइन का भी जल्द सर्वे होगा।गैरसैंण पहुंचे प्रभु ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए जल्द रेल सर्वे कराया जाएगा। कर्णप्रयाग-ऋषिकेश रेल लाइन पर अगले माह से निर्माण शुरू हो जाएगा। लंबे समय से राज्य के लिये सपना बनी इस परियोजना अब अमल में आती दिख रही है।
इनका किया शिलान्यास
-ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का शिलान्यास
-रेलवे डलिंग ऑफ हरिद्वार-लक्सर सेक्शन
-देहरादून रेलवे स्टेशन पर दो लिफ्ट व दो ऐलीवेटर
-हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर चार लिफ्ट व छह ऐलीवेटर
-लाल कुंआ मैकेनाइज लाउंड्री व सेकेंड कोच वाशिंग पिच
इनके अलावा काठगोदाम, काशीपुर, हल्द्वानी,रुद्रपुर सिटी और लालकुंआ स्टेशनों पर कई नये निंर्माणों का लोकार्पण भी किया।
केंद्र सरकार ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना के लिए 16 हजार 200 करोड़ बजट को मंजूरी दी है।ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक करीब 126 किमी रेल लाइन का निर्माण होना है। ये रेल लाइन देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिलों के कई स्थानों को जोड़ते हुए पर्यटन धाम तक पहुंचेगी। इस पर चंद्रभागा, शिवपुरी, गूलर नाला, व्यासी, कौड़ियाला, नाला, देवप्रयाग, पोखरी नाला, अलकनंदा नदी-लछमोली, अलकनंदा-श्रीनगर, धारी नाला-एक, धारी नाला-दो, नकरोटा, तिलणी, धोलतीर, अलकनंदा गौचर, सिंवई नाला पर कुल 16 पुल प्रस्तावित हैं। रेल लाइन में 16 सुरंग 104.990 किमी की होंगी। यह रेल लाइन 84 फीसद भूमिगत होगी। इस वजह से वर्षा ऋतु में होने वाले भूस्खलन के कारण अवरुद्ध होने वाले मोटर मार्ग का अच्छा विकल्प साबित होगी।
चुनावी माहौल में बीजेपी लंबे समय से ठंडे बस्ते में पड़ी उत्तराखंड की इस परियोजना को शुरू कर कांग्रेस के विजय रथ को रोकने की कोशिश करेगी।सुरेश प्रभु की मौजूदगी के चलते प्रदेश बीजेपी में खासा उत्साह है।
मुनस्यारी में मांउटेन ट्रेल बाईकिंग प्रतियोगिता की शुरूआत
02 दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय मांउटेण्ड ट्रेल बाइकिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ मुनस्यारी में गुरूवार को किया गया। मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं उत्तराखण्ड वन विकास निगम के अध्यक्ष हरीश धामी द्वारा दीप प्रज्वलित कर इस रेस की शुरूआत की गई। रेस में 10 राज्यों समेत, एस0एस0बी0 एवं आर्मी के कुल 32 साईकिलिस्ट प्रतिभाग कर रहे है।
इस रेस के प्रथम विजेता को 1 लाख, 50 हजार, द्वितीय विजेता को 1 लाख, तृतीय विजेता को 60 हजार, चर्तुथ विजेता को 40 हजार, 5वे विजेता को 30 हजार एवं छठे स्थान पर रहे विजेता को 20 हजार रू0 की धनराशि का नगद पुरस्कार दिया जायेगा इसके अतिरिक्त राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम विजेता को 30 हजार, द्वितीय को 20 हजार, तृतीय को 10 हजार, चर्तुथ को 5 हजार रू0 का ईनाम भी दिया जायेगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय फैडरेशन के महासचिव ओमकार सिंह ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य में फैडरेशन की ओर से द्वितीय ईवेंट किया जा रहा है इससे पूर्व नैनीताल से मसूरी तक साईकिल प्रतियोगिता आयोजित की गयी। उन्होंने कहा कि मुनस्यारी साईकिल के आयोजन हेतु बेहतर स्थान है एवं अंतराष्ट्रीय स्तर की साईकिल प्रतियोगिता के क्षेत्र में बेहतर स्थान बन रहा है। उक्त प्रतियोगिता में भारतीय साईकिल फैंडरेशन की ओर से 24 व एस0एस0बी0 की ओर से 5 एवं स्थानीय स्तर पर मुनस्यारी के 9 साईकिलिस्ट भी प्रतिभाग कर रहे है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव एम रामास्वामी, प्रबन्ध निदेशक वन विकास निगम एस0डी0एस0 लेपचा, जिलाधिकारी रंजीत सिन्हा, मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार चैहान, क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम जी0सी0पंत, भारतीय साईकिलिस्ट फैडरेशन के महासचिव ओमकार सिंह,
महिला मुक्केबाजी: निखत हारीं, सीमा फाइनल में
नवगठित भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के झंडे तले पहली बार आयोजित इलिट महिला मुक्केबाजी राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में बुधवार को जूनियर विश्व विजेता का खिताब जीतने वाली तेलंगाना की निखत जरीन उलटफेर का शिकार हो टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।
51 किलोग्राम भार वर्ग में जीत की प्रबल दावेदार मानी जा रहीं निखत को हरियाणा की नीरजा ने कड़े मुकाबले में 4-1 से मात दी। नीरजा ने पहले दो राउंड में बेहद आक्रामक प्रदर्शन किया,इस दौरान हालांकि उन्हें रेफरी ने दो बार चेतावनी भी दी। निखत शुरुआती असफलता के बाद वापसी करने की कोशिश कर रहीं थी, लेकिन पूरी तरह से कामयाब नहीं हो सकीं।
वहीं, विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली सरजू बाला देवी ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में जीत हासिल करते हुए फाइनल में जगह बना ली है।
निखत को हराने के बाद नीरजा ने कहा कि मेरे गुरुओं ने जो सिखाया मैंने आज रिंग में वही किया। मैं पूरी तैयारी के साथ आई थी। मैं जानती थी कि वह ज्यादा आगे आकर खेलती हैं और इस बात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपनी तैयारी की थी. इसीलिए मैंने भी आक्रामक रुख अपनाया।
सेमीफाइनल मुकाबलों में हरियाणा की मुक्केबाजों का जलवा रहा. हरियाणा की आठ मुक्केबाजों ने अपने-अपने भारवर्ग के फाइनल में प्रवेश किया.
फाइनल में नीरजा का सामना रेलवे की मीनाक्षी से होगा जिन्होंने उत्तराखंड की पूनम बिष्ट को 4-1 से मात दी। वहीं, सरजूबाला ने अपनी प्रतिद्वंद्वी रेलवे की राजेश नरवाल को एकतरफा मुकाबले में 5-0 से मात दी। फाइनल में वह उत्तराखंड की कृष्णा थापा से भिड़ेंगी।
देहरादून की संस्कृति अमेरिका में कर रहीं प्रदेश का नाम रौशन
उत्तराखंड की संस्कृति अमेरिका में देश का नाम रोशन कर रही है। 15 वर्षीय संस्कृति भटकोटी अमेरिका में 18 नवंबर से शुरू हुई वर्ल्ड स्कॉलर कप प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही है। प्रतियोगिता का उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों से जुड़े के स्कूली बच्चों को एक मंच प्रदान करना है। इस प्रतियोगिता में 50 देशों के करीब तीन हजार स्कूली छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर रहे हैं। संस्कृति वर्ल्ड स्कॉलर कप टूर्नामेंट ऑफ चैंपियन राउंड के लिए आयोजक संस्था के आमंत्रण पर अमेरिका पहुंच चुकी है।
इस दौरान उसे विभिन्न चरणों से गुजरना पड़ेगा। इससे पूर्व, संस्कृति वर्ल्ड स्कॉलर कप प्रतियोगिता के प्रारंभिक चरणों में राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली, गाजियाबाद व चंडीगढ़ और एशिया स्तर पर बैंकाक में प्रतिभाग कर चुकी है। इन चरणों में संस्कृति ने तीन स्वर्ण, नौ रजत व दो कांस्य पदक के साथ एक ट्रॉफी भी अपने नाम की।मूलरूप से राजपुर रोड (देहरादून) निवासी संस्कृति अमेरिका में वर्तमान व भविष्य के मुद्दों पर विचार मंथन करेगी। प्रतियोगिता का आयोजन 18 से 26 नवंबर तक अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी की इंटरनेशनल रिलेशन एसोसिएशन की ओर से किया जा रहा है।
संस्कृति के पिता राहुल भटकोटी एविएशन सेक्टर में महाप्रबंधक और मां प्रियंका भटकोटी मैक्सफोर्ट स्कूल द्वारका (दिल्ली) में प्रधानाचार्य हैं। उनके दादा डॉ. डीएन भटकोटी डीएवी पीजी कॉलेज में राजनीतिक विज्ञान के विभागाध्यक्ष रह चुके हैं और वर्तमान में सामाजिक सरोकारों से जुड़े हैं।
अब मंज़िल दूर नहीं, पहाड़ों पर जीना हुआ आसान
मैं बहुत छोटी जब मैं पहली बार अपने गांव कबील्था जो की रुद्रप्रयाग में है, वो भी एक छोटे से ट्रिप के लिए हरिद्वार जा रहे थे जो मुझे बहुत दूर लगा, आज बेला रेमिनिसेन्सेस के बाहर खड़ी हैं सर्दियों का मजा लेते हुए मसूरी हैनिफ्ल सेंटर में 16 दिन का ट्रेक लीडर कोर्स अभी खत्म कर रहीं हैं। बेला बी.ए फर्स्ट ईयर की छात्रा हैं, वो अपने वाले कोर्स के लिए नर्वस भी हैं और एक्साइटेड भी हैं, वो जानते थी की उनके पिता जी थोड़े चिंतित भी हैं क्योंकि उनकी पहली बेटी इससे पहले कभी घर से दूर नहीं रही। सच तो यह था की 14 लोगों की टीम में वो केवल दो लड़कियां थीं लेकिन जब मेरे पापा ने मेरा उत्साह देखा वो मान ही गए।
जब वह पीछे की जिंदगी देखती हैं तो बेला खुश हैं की वो आई। मैं एक अलग इंसान हूँ अब, मैं अब ज्यादा कान्फिडेन्ट हूँ। मैंने सिर्फ सरवाइवल नहीं सिखा मैनें मर्दों के साथ मुकाबला भी किया है। मैं अपना करियर एडवेंचर में बनाने के बारे सोचने लगी हूँ।
यह कोर्स हर जेंडर में कान्फिडेंस को बढ़ावा देने के लिए, जीविका के लिए, समाज में हर किसी को मौका देने के लिए, बेला जैसै युवा लोगों के लिए एक मिसाल है। आई.डी.आई.पी.टी (इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलेपमेंट इवेस्टमेंट प्रोग्राम फार टूरिज्म) उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलेपमेंट बोर्ड ने हनफिल सेंटर, की मदद से वुडस्टाक स्कूल मसूरी में 16 दिन का ट्रैक लीडर कोर्स का आयोजन करवाया।
यह प्रायोजित कोर्स दो इंटरनेशनल सर्टिफिकेट के साथ है जो दो साल के लिए वैध है जो इस कोर्स पर चार चांद लगा रहा।यह कोर्स अलग अलग पड़ाव और अलग लोकेशन जैसे की पहले पांच दिन मसूरी के हैनिफ्ल सेंटर में, उसके बाद रुद्रप्रयाग के सात अलग अलग गांवों में, उत्तरकाशी और फिर जिला चमोली में। ट्रेनिंग कोर्स में, प्राथमिक चिकित्सा, सी पी आर, ट्रैकिंग के साथ कैंप के सभी उपकरण का सही इस्तेमाल सिखाया जाता है।
भले ही यह कोर्स छोटा है, इसका करारापन युवा वर्ग के दिमाग तक जाता है। जैसा की रवि डोगरा, बगरोई के कालेज के फाइनल ईयर के छात्र बताते हैं कि इस कोर्स ने कई तरीकों से उनकी आंखे खोल दी जैसे की कैसे प्लास्टिक बैग पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है, कैसे जब हम ट्रैकिंग पर जाते हैं तो यह सिखते हैं कि अपने पीछे कोई निशान नहीं छोड़ना चाहिए। वैसे तो मेरा ट्रैंकिंग अनुभव काफी रहा है लेकिन एक गाईड की तरह इस अनुभव ने मुझे प्रोफेशनली मजबूत बना दिया है और आगे मैं इस क्षेत्र में अच्छा कर पाऊंगा।
इस तरह की कोशिशों के जरिएं पहाड़ों से शहर की तरफ अपनी आजिविका की तलाश में होने वाले इमाइग्रेशन को रोका जा सकता है। इस कला का लंबा भविष्य है और यह बेला और रवि जैसे युवाओं को पहाड़ में रह कर अपनी जिंदगी जीने का मौका देती है।
राज्य में बढ़ते नशे के कारोबार को जवाब देने 11 दिसंबर को उत्तराखण्ड दौड़ेगा
उत्तराखंड मे बढ़ते नशे के ख़तरे से निपटने के लिये राज्य पुलिस ने क़ानून की सख़्ती के साथ साथ युवाओं को प्रेरित करना का रास्ता अपना लिया है। आने वाली 11 तारीख़ को राज्य पुलिस देहरादून में “रन अगेंस्ट ड्रग्स रन अगेन्सट करप्शन” के नाम से राज्य की पहली राष्ट्रीय स्तर मैराथन का आयोजन करेगी। इस दौड़े में राज्य भर के कई स्कूल, कॉलेज और शैक्षण संस्थाओं के छात्र हिस्सा लेंगे। इस दौड़ के बारे में जानकारी देते हुए राज्य के पुलिस उप महानिदेशक और पुलिस स्पोर्ट्स क्लब के सचिव अशोक कुमार ने बताया कि राज्य के सामने तेज़ी से फैलते नशे के कारोबार को रोकना एक बड़ी चुनौती है। और क्योंकि नशे का सबसे बड़ा निशाना युवा वर्ग होता है इसलिये उन्हें इसके ख़तरे से आगाह कराना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने ये भी कहा कि क़ानून अपना कान बख़ूबी कर रहा है लेकिन अगर युवाओं को खेल और उससे होने वाले फ़ायदों के बारे में बताया जाये तो नशे से लड़ाई में हमें स्वाभाविक जीत मिल जायेगी।
इस मौक़े पर बोलते हुए देहरादून के एसएसपी सदानंद दाते ने कहा कि ज़िला स्तर पर भी पुलिस ड्रग्स के ख़िलाफ़ मोर्चा खोले हुए है।
मैराथन पुलिस लाइन से शुरू होगी उसके बाद आराघर, नानी बेकरी, राजपुर रोड, मसूरी डायवर्जन से होते हुए वापस पुलिस लाइन पर ख़त्म होगी। सारे रास्ते पर वॉटकिंस प्वाइंट होंगे साथ ही 108 एंबुलेंस की सुविधा भी रहेगी। मैराथन तीन वर्गों मे होगी- 21 किमी, 7 किमी, और 2 किमी। मैराथन का रेजिस्ट्रेशन फ़्री है और ऑनलाइन भी किया जा सकता है। मैराथन कि तुल पुरस्कार राशि १० लाख रुपए है। मैराथन के ब्रैंड एम्बेसडर पियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन कर चुके मनीष रावत होंगे।
इस मौक़े पर आई जी संजय गुंज्याल, एसपी बलिंदरजीत सिंह, एसएसपी तृप्ति भट्ट, आदि मौजूद रहे।
केन्द्र सरकार ने लिया नोटबंदी से निपटते राज्य के हालात का जायजा
भारत सरकार के तीन अधिकारियों की टीम ने उत्तराखण्ड का दौरा कर विमुद्रीकरण से उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया। संयुक्त सचिव इलैक्ट्रानिक्स एवं आईटी आर.के.सुधांशु ने चमोली, पौड़ी, रूद्रप्रयाग और देहरादून का दौरा किया। निदेशक, भारी उद्योग संयुक्ता सम्मदर ने टिहरी, हरिद्वार और उत्तरकाशी जनपदों का जायजा लिया। उप सचिव ऊर्जा विक्रमाजीत सिंह ने ऊधमसिंह नगर, नैनीताल और अल्मोड़ा का आकलन किया। मुख्य सचिव एस.रामास्वामी की अध्यक्षता में सचिवालय में आयोजित बैठक में वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया।
बताया गया कि विमुद्रीकरण से लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इस मकसद से लगातार बैंकर्स के साथ बैठक की जा रही है। डायरेक्ट बैनेफिट ट्रांसफर(डीबीटी) के तहत लाभार्थियों का बैंक खाता आधार से लिंक किया जा रहा है। इसके लिए कैम्प लगाकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। 5 दिसम्बर तक का लक्ष्य रखा गया है। इससे पेंशन, छात्रवृत्ति, मनरेगा, गौरादेवी, नंदा देवी आदि योजनाओं की धनराशि सीधे लाभार्थी के खाते में चली जायेगी। मुख्य सचिव ने आधार की सीडिंग में तेजी लाने के निर्देश दिए है। रूपे डेबिट कार्ड के बारे में बताया गया कि कार्ड का वितरण हो गया है। पिन वितरण में 52 फीसदी ही प्रगति हुई है, जिसे जल्द पूरा कर लिया जायेगा। बताया गया कि जहां पर कनेक्टिविटी नहीं है, वहां वी-सेट लगाये जा रहे है। जहां पर बैंक सुविधा नही है वहां बैंक मित्र, बिजनेस करेसपांडेन्ट तैनात किये जा रहे है। इसके अलावा आईटी विभाग द्वारा कार्यरत 4000 कामन सर्विस सेंटरों का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। बैंको में कैश की उपलब्धता के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गये कि वे भी अपने स्तर से समीक्षा करें। बैंको में नकदी की समस्या नही होनी चाहिए। यह भी निर्देश दिये गये कि किसानों को बीज, खाद्य आदि की खरीद में कोई दिक्कत न हो। एटीएम में नोटो की उपलब्धता की समीक्षा प्रत्येक बुधवार व शुक्रवार को की जाय। बताया गया कि सरकारी देयकों का भुगतान 24 नवम्बर, 2016 तक 500 और 1000 के पुराने नोट से किये जा सकते है। इसके लिए 24 नवम्बर, 2016 को कार्यालय खुले रहने के आदेश किये गये है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव डाॅ.रणवीर सिंह, सचिव वित्त अमित नेगी, आरबीआई के महाप्रंधक, सभी बैंको के प्रमुख और अन्य अधिकारी आदि उपस्थित थे।
9 दिसंबर को प्रशासनिक अकादमी आएंगे राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी अगले महीने की नौ तारीख को उत्तराखंड आएंगे, जहां वह मसूरी स्थित प्रतिष्ठित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लेने के लिए यहां एक बैठक में मुख्य सचिव एस रामास्वामी ने अधिकारियों से उनकी सुरक्षा सहित सभी प्रकार के इंतजाम समय से कर लेने को कहा।
देहरादून में जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति मुखर्जी अकादमी में भारतीय प्रशासनिक सेवा के 91वें फाउंडेशन कोर्स में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लेंगे।
प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, राष्ट्रपति सुबह 11 बजकर 20 मिनट पर यहां जौलीग्रांट हवाईअड्डे पर पहुंचेंगे जहां उनकी अगवानी राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल, मुख्यमंत्री हरीश रावत तथा मुख्य सचिव रामास्वामी करेंगे। इसके बाद मुखर्जी जौलीग्रांट से सीधे ही मसूरी रवाना हो जाएंगे।
अब आपकी फेसबुक फोटो बिना इजाजत कोई डाउनलोड नहीं कर सकेगा
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