Page 922

सैलानियों के लिए खुले कार्बेट व राजाजी पार्क

0

कार्बेट नेशनल पार्क और राजाजी नेशनल पार्क के दरवाजे मंगलवार को सैलानियों के लिए खोल दिए जाएंगे। इसके लिए दोनों पार्क प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। राजाजी पार्क में इस मर्तबा पर्यटक हाथी की सवारी का आनंद भी उठा सकेंगे।

कार्बेट नेशनल पार्क का बिजरानी पर्यटक जोन 15 अक्टूबर को खोल दिया गया था, लेकिन मुख्य ढिकाला पर्यटक जोन मंगलवार को खुलेगा। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डीबीएस खाती ने बताया कि कार्बेट के साथ ही राजाजी पार्क के चीला, मोतीचूर, रानीपुर समेत सभी पर्यटक जोन में भी सैलानी वन्यजीवन का करीब से दीदार कर सकेंगे।

कैबिनेट में लिये गये कई फैसले

0
  • उपनल कर्मियों को संविदा में रखने के लिये क्या प्रक्रिया अपनायी जाय, इस पर कैबिनेट मंत्री प्रीतम सिंह एवं नवप्रभाव की समिति गठित की जायेगी। सचिव सैनिक कल्याण व कार्मिक समिति को सहायता उपलब्ध करायेगा। यह समिति उपनल कर्मियों से हुए समझौते पर विचार-विमर्श कर अपनी संस्तुति करेगी।
  • गेस्ट टीचरों के मामलें में शाॅर्ट सर्विस कमिशन बनाने का प्रस्ताव। इस संबंध में गेस्ट टीचरों को नियुक्ति प्रदान करने एवं मा.उच्च न्यायलय के आदेशों के आलोक में अग्रेतर कार्यवाही हेतु सुझाव प्रस्तुत करने के लिये कैबिनेट मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, नवप्रभाव एव प्रीतम सिंह की एक समिति गठित की जायेगी, जो अपनी संस्तुति प्रस्तुत करेगी।
  • आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के संबंध में उनके प्रमोशन का कोटा व मानदेय के मामलों पर विचार-विमर्श हुआ। इनकी मांगों पर निर्णय लेने के लिये मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया।
  • राज्यों की परम्परागत फसलों के खरीद के संबंध में सम्यक निति निर्धारण एक एक्ट के माध्यम से किये जाने का निर्णय।
  • राज्य में फिजियोंथेरफिस्ट काउंसिल गठन के लिये सैद्धांतिक सहमति।
  • पंजीकृत महिला स्वयं सहायता समूहों को उनकी आजीविका सृजन एवं विभिन्न गतिविधियों के लिये भूमि लीज़ पर लेने के लिये एक लाख रूपये का अनुदान दिये जाने का निर्णय।
  • अनुपूरक विनियोग विधेयक के अन्तर्गत लगभग 1500 करोड़ रूपये के प्रस्तावों को मंजूरी।
  • किसान आयोग का गठन, इसमें एक अध्यक्ष, 02 उपाध्यक्ष तथा 07 गैर सरकारी सदस्य होंगे।
  • राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय खेलों में जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे, उनको पुरस्कार देने के लिये धनराशि का  निर्धारण, जैसे आॅलम्पिक में स्वर्ण पदक जीतने पर 1.5 करोड़ रूपये की धनराशि दी जायेगी। इसी प्रकार नेशनल व एशियन गेम्स में पदक जीतने पर खिलाड़ियों को धनराशि दी जाने की व्यवस्था। आॅलम्पिक में जाने वाले कोचेज को भी पुरस्कार रूप में 05 लाख की धनराशि दी जायेगी।
  • टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण को भवनों के नक्शे पास करने के अधिकार। केदारनाथ विकास प्राधिकरण को भी 02 तल तक के भवनों के नक्शे पास करने के अधिकार।

सितारगंज में बनेगा प्रोद्योगिकी केन्द्र प्रणाली टूल रूम (टीसीएमपी)

0

केन्द्रीय सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम मंत्री श्री कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत ने आज सिडकुल सितारगंज में प्रोद्योगिकी केन्द्र प्रणाली टूल रूम  (टीसीएमपी) के निर्माण का पूजा अर्चना के बाद आधारशिला रखी। इस परियोजना पर लगभग 2200 करोड रूपये की लागत आयेगी जिसमें विश्व बैंक की 200 मिलियन अमेरिकी डाॅलर का ऋण भी शामिल है। टूल केन्द्र के बन जाने से यहां के युवाओं को तकनीकी प्रशिक्ष्ण प्राप्त करने का सुनहरा मौका मिलेगा तथा वे स्वरोजगार के लिये  आत्म निर्भर हो सकेंगे।

श्री मिश्र ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह प्रौद्योगिकी केन्द्र उद्यम मंत्रालय  भारत सरकार द्वारा स्थापित किये जाने वाले 15 केन्द्रों में एक है।  इन केन्द्रों का समयबद्ध तरीके से उद्घाटन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस तकनीकी केन्द्र के निर्माण से जहां युवक विभिन्न टेªडों में तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न कम्पन्यिों में रोजगार के अवसर प्राप्त करेंगे वही उद्यमियों को कुशल व दक्ष श्रमिक भी उपलब्ध होगें। श्री मिश्र ने कहा कि इन तकनीकी केन्द्र पर बीएससी,एमएससी,एमटेक ,वीटेक के लोग भी प्रवेश पाकर तकनीकी ज्ञान अर्जन कर सकेगे। उन्होंने कहा कि उद्योगों के विकास पर तेजी से कार्य किया जा रहा है तथा कलस्टर के रूप में उद्योग विकसित करने के लिये उन्होंने 30 करोड की धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की । उद्योग स्थापना के कुछ कार्यक्रमों का सरलीकरण कर दिया गया है 14वें वित्त आयोग द्वारा उद्योगो कों धनराशि दी जा रही है।

मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि टूल केन्द्र का निर्माण किया जाना क्षेत्र के लिये उपलब्धि है। यह टूल केन्द्र 20 एकड क्षेत्र में विकसित होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नीति आयेाग के अनुसार हम व्यापारिक पारदशिर्ता के क्षेत्र में हम 23वें स्थान से 9वें स्थान में आये है जिसे और और अधिक सुधारने के लिये प्रयासरत है।

इस अवसर पर पर भारत सरकार अपर सचिव उद्योग सुरेन्द्र नाथ त्रिपाठी,मण्डलायुक्त डी0 सेंथिल पांडियन,जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार,एसएसपी संेिथिल अबुदई,जिला अध्यक्ष कांग्रेस नारायण सिंह बिष्ट समेत कई जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थें।

नोट पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं : आर बी आई

0

प्रभारी महाप्रबंधक, भारतीय रिजर्व बैंक देहरादून श्री सुब्रत दास ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक तथा बैंको के पास छोटे मूल्यांक में भी पर्याप्त मात्रा में बैंक नोट उपलब्ध है। उन्होने बताया कि रिजर्व बैंक ने लोगो से यह भी अपील कि है कि लोग चिंतित हो कर बार बार बैंक में ना जाएॅ और नोटों की जमाखोरी ना करे। वो जब चाहें बैंक से नकद निकाल सकते है।

कैबिनेट मे होगी कई मुद्दों पर चर्चा

0
सोमवार को आयोजित होने वाली कैबिनेट बैठक में प्रदेश के बडे विकास खण्डो में उप विकास खण्डो की स्थापना पर विचार-विमर्श किया जायेगा।  मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इस बारे में जानकारी दी
  •  प्रदेश में वर्षा आधारित पर्वतीय खेती को बढ़ावा देने के लिये सामुहिक खेती को प्रोत्साहन देने के लिये लीजिंग पाॅलिसी भी कैबिनेट में रखी जायेगी, ताकि जमीन के मालिक को यह विश्वास रहे कि उसकी जमीन सुरक्षित है तथा खेती करने वाला भी निश्चित होकर खेती कर सके।
  • उन्होने कहा कि प्रदेश में जमीनों के बिखराव की भी समस्या है, इसका एक मात्र निदान चकबन्दी हो सकता है, इस सम्बंध में भी कैबिनेट में चर्चा की जायेगी।
  • पर्वतीय क्षेत्रो में लोग खेती की ओर आकर्षित हो सके, इसके लिये अपने खेत में काम करने वाली महिला को भी मनरेगा श्रमिक के रूप में पंजीकृत किया जायेगा।
  • रावत ने कहा कि अभी तक सामुहिक खेती के लिये एक लाख की धनराशि ब्याजमुक्त दिये जाने का प्राविधान था, इसे अब अनुदान के रूप में दिये जाने की व्यवस्था की जायेगी, इससे महिला स्वंय सहायता समूह को प्राथमिकता दी जायेगी।
  • उन्होने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रो में मण्डी न होने के कारण वहां के उत्पादो को बाजार से लिंकेज करने में कठिनाई होती है इसके लिये मैदानी क्षेत्रो की बड़ी मण्डियो की उपमण्डी पर्वतीय क्षेत्रो में स्थापित किये जाने का प्रस्ताव भी कैबिनेट के समक्ष रखा जायेगा। इससे पर्वतीय क्षेत्रो के उत्पादों को बाजार उपलब्ध हो सकेगा तथा पर्वतीय खेती को सही दिशा मिलने के साथ ही गांवो और बाजार का संबंध भी जुड़ सकेगा।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि केन्द्र से जो भी धनराशि दी जाती है वह संवैधानिक व्यवस्था के तहत दी जाती है। वित्त आयोग द्वारा वित्तीय संसाधनों के बंटवारें में केन्द्रीय करों में राज्य का जो हिस्सा निर्धारित किया है, उसमें 200 करोड़ की कमी उत्तराखण्ड हिस्से में हो रही है। 14वें वित्त आयोग के प्रभावी होने से राज्य को 1700 करोड़ रूपये कम मिल रहे है। इस अन्तर को केन्द्रीय वित्त मंत्री ने भी स्वीकार किया है। उन्होंने बाह्य सहायतित योजनाओं में राज्य की योजनाओं को 90-10 के अनुपात में लाने के लिये वित्त मंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने राज्य के सांसदों से अपेक्षा की है कि वे केन्द्रीय सहायता के अवशेष 200 करोड़ रूपये उपलब्ध कराने में सहायोग करें। उन्होंने कहा कि सीएसएसआर के तहत बाढ़ नियन्त्रण आदि कार्याें के लिये राज्य के अंशदान के भुगतान के बाद भी 750 करोड़ रूपये तथा एसपीए के अधीन स्वीकृत योजनाओं का भी भुगतान नही किया जा रहा है।

रुद्रपुर में पकड़ी गई डेढ सौ लीटर अंग्रेजी शराब

0

आबकारी विभाग की टीम ने उधमसिंह नगर जनपद स्थित नानकमत्ता के गांव पिछली भुसरी में छापा मार कर डेढ़ सौ लीटर अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की। शराब की कीमत साढ़े पांच लाख बताई जा रही है। आबकारी आयुक्त केके कांडपाल के नेतृत्व में टीम ने नानकमत्ता में छापेमारी की। इस दौरान उन्हें एक घर के पीछे पुआल के तीन ढेरों में अरुणाचल प्रदेश में बेचे जाने वाली गोवा ब्रांड की अंग्रेजी शराब की पेटिया मिली। आबकारी विभाग ने शराब की पेटियों को कब्जे में ले लिया। आबकारी विभाग तस्करों की तलाश में जुटी है।

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिये जुटे लोग

0

आज कार्तिक पूर्णिमा पर धर्मनगरी हरिद्वार में गंगा की गोद में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। एक ओर जहां गंगा तट गंगा मैया के जयघोषों से गुंजायमान हैं, वहीं मठ-मंदिरों में घंटे-घड़ियाल सुनाई दिए। भोर से शुरू हुए पावन स्नान का क्रम शाम तक जारी रहेगा। स्नान पर्व के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। कार्तिक पूर्णिमा स्नान का क्रम भोर से ही शुरू हो गया है। गंगाद्वार की हृदय स्थली हरकी पैड़ी समेत अन्य घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ है। ज्यादा भीड़ हरकी पैड़ी के पौराणिक स्थल ब्रह्मकुंड पर नजर आई।

कार्तिक पूर्णिमा स्नान के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हरकी पैड़ी समेत अन्य स्नान घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल और जल पुलिस तैनात की गई है।

राजस्थान की यात्रा में चार चाँद लगाए ये अनुभव

0

राजस्थान में एक अलग ही जादू है, वहाँ के महल, राजा रजवाड़ो की कहानियाँ हर किसी ने सुनी व पढ़ी है। राजस्थान ने अपनी एक अलग और अनोखी छाप यात्रियों के बीच छोड़ी है जिसकी वजह से सभी अपने छुट्टियों के दिनों में एक न एक बार राजस्थान की यात्रा करना पसंद करते ही हैं। यही कारण है कि इसे भारत के टॉप पर्यटक स्थलों की सूचि में शामिल किया गया है। आप सोच रहे होंगे आखिर ऐसी क्या दिलचस्प बात है राजस्थान में? ऐसा क्या छुपा हुआ आकर्षण है जो लोगों को अपनी ओर आने को लालायित करता है? कौन सी ऐसी चीज़ है जो इसे बाकि पर्यटक स्थलों से अलग बनाती है? इन सारे सवालों के जवाब आपको तब मिलेंगे जब आप अपनी व्यस्त जिंदगी मे से कुछ पल अपने और अपने चाहने वालो के लिए निकालेंगे। राजस्थान की यात्रा आप अपने दोस्तो के साथ भी कर सकते हैँ। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, पुष्कर, बीकानेर यह प्रमुख रुप से लोगो के बीच मशहूर है। राजस्थान की यात्रा एक ऐसी रंगीन यात्रा है जो आपको राजस्थान के नब्ज़ से वाकिफ कराएगी, अपनी संस्कृति और परंपरा के और करीब ले जाएगी, महलों से लेकर गाँव देहातों तक की सैर कराएगी। पुष्कर के ब्रह्रमा जी का मंदिर देश-विदेश में प्रचलित है जिसे देखने लोग दूर दूर से आते हैं। इतना ही नही जयपुर का हवा महल, आमेर किला भी लोगो को बीच मशहूर है। राजस्थान आपकी यात्रा डायरी का महत्वपूर्ण पन्ना बन सकता है।

त्रिउंड ट्रेक बन सकता है आपका कभी न भूलने वाला ट्रीप

0

हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियां के बारे में जीतना भी कहें वो कम है। हमेशा से ही यह जगह देश तो देश विदेश के पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच लेती है। इन पर्यटकों और यात्रियों में बहुत से ऐसे लोग होते हैं जिन्हें रोमांचक सफ़र का बहुत ज़्यादा शौक होता है। हर क्षेत्र व अपनी हर यात्रा में में वे कोइ न कोई रोमांचकारी कार्य ढूंढ ही लेते हैं। और अगर आप हिमाचल प्रदेश की यात्रा के साथ साथ रोमांच के शौक़ीन हैं तो फिर इससे अच्छी बात और क्या होगी। ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों, वादियों से घिरा प्रकृति का मनोहर दृश्य लोगों के मन में एक अलग एहसास जगाता है। सोचिए इस खूबसूरती के बीच कितना मज़ेदार होगा एक ट्रेकिंग वाला सफर, है कि नहीं ? जी हाँ आज हम आपको बताने वाले हैं ऐसे ही एक खूबसूरत ट्रेकिंग के बारे में जो आपकी हिमाचल की यात्रा में एक नए अनुभव और उत्साह के साथ इसमें चार चाँद लगाएगा । सोच क्या रहे इस वेकेशन कीजिए ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ की एक यादगार सैर। त्रिउंड, हिमाचल प्रदेश का ऐसा ट्रेकिंग सफ़र है जो हर एक रोमांच पसंद करने वालों को अपनी ओर आकर्षित करता है। झरनों पहाड़ों के साथ होता हुआ यह ट्रेकिंग सफ़र आपको प्रकृति के हर रंग से रूबरू कराता है। अगर आप अपनी भाग दौड़ और प्रदूषण की जिंदगी से थक चुके हैं तो त्रिउंड की ट्रेकिंग आपके लिए एक रिफ्रेशमेन्ट का काम करेगी और इतनी खूबसूरत यादों के साथ आप एक बार फिर ताजा-तरीन महसूस करेंगे।

कर्णप्रयाग रेल लाइन को 16 हजार 200 करोड़ की मंजूरी

0

केंद्र की मोदी सरकार ने उत्तराखंड राज्य की महत्वाकांक्षी रेल परियोजना ऋषिकेश-कर्णप्रयाग के निर्माण के लिए 16 हजार 200 करोड़ बजट को मंजूरी दी है। पूर्व केंद्रीय रेल राज्यमंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कन्याकुमारी से कैलाश तीर्थ स्थलों को जोड़ने की यह पहल मील का पत्थर है। ये रेल लाइन सामरिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग परियोजना के लिए भारी-भरकम बजट को मंजूरी दी गई है। केंद्र की भाजपा सरकार के इस कदम का पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सतपाल महाराज ने स्वागत किया है।

सतपाल महाराज ने बताया कि मोदी सरकार के इस कदम से रेल लाइन का निर्माण कार्य बगैर किसी बाधा के पूरा होगा। साथ ही पर्वतीय क्षेत्रों से होने वाला पलायन रुक सकेगा। पहाड़ की आर्थिकी के लिए इसे फायदेमंद करार देते हुए उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में महंगी माल ढुलाई रेल लाइन पहुंचने से सस्ती हो जाएगी।

ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक करीब 126 किमी रेल लाइन का निर्माण होना है। ये रेल लाइन देहरादून, टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली जिलों के कई स्थानों को जोड़ते हुए पर्यटन धाम तक पहुंचेगी। इस पर चंद्रभागा, शिवपुरी, गूलर नाला, व्यासी, कौड़ियाला, नाला, देवप्रयाग, पोखरी नाला, अलकनंदा नदी-लछमोली, अलकनंदा-श्रीनगर, धारी नाला-एक, धारी नाला-दो, नकरोटा, तिलणी, धोलतीर, अलकनंदा गौचर, सिंवई नाला पर कुल 16 पुल प्रस्तावित हैं। रेल लाइन में 16 सुरंग 104.990 किमी की होंगी। यह रेल लाइन 84 फीसद भूमिगत होगी। इस वजह से वर्षा ऋतु में होने वाले भूस्खलन के कारण अवरुद्ध होने वाले मोटर मार्ग का अच्छा विकल्प साबित होगी।